J-K Assembly Election 2024: चुनाव के बाद पीडीपी के बिना नहीं बनेगी कोई सरकार, महबूबा मुफ्ती ने किया बड़ा दावा

J-K Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में इस बार नेशनल कान्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। मगर विधानसभा चुनाव के सीट बंटवारे में पीडीपी को दरकिनार कर दिया गया।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-09-04 11:01 IST

Mehbooba Mufti   (photo: social media )

J-K Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए सियासी हलचल काफी तेज गई है। इस चुनाव में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होने वाला है और इसके लिए सभी दलों ने अपना प्रचार शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी आज से जम्मू-कश्मीर में पार्टी का चुनाव अभियान शुरू करने वाले हैं।

इस बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी को शामिल किए बिना जम्मू-कश्मीर में किसी भी सरकार का गठन नहीं हो पाएगा। उन्होंने नेशनल कान्फ्रेंस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस पार्टी का लक्ष्य सिर्फ सत्ता हासिल करना है।

पीडीपी की मदद के बिना कोई सरकार नहीं

जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में इस बार नेशनल कान्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में नेशनल कान्फ्रेंस के अलावा पीडीपी भी शामिल रही है मगर विधानसभा चुनाव के सीट बंटवारे में पीडीपी को दरकिनार कर दिया गया। कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के इस रवैए से महबूबा मुफ्ती काफी नाराज हैं।

महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को श्रीनगर स्थित पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन के दौरान भले ही पीडीपी को किनारे कर दिया गया हो मगर पीडीपी अपनी ताकत दिखाने में कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद पीडीपी के बिना जम्मू-कश्मीर में किसी भी सरकार का गठन करना संभव नहीं होगा।

नेशनल कान्फ्रेंस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि 1947 से ही इस पार्टी का लक्ष्य सत्ता और मंत्री पद हासिल करना रहा है। इस पार्टी का नजरिया कश्मीर समस्या का समाधान और यहां की तरक्की कभी नहीं रहा। इस बार भी नेशनल कान्फ्रेंस ने सत्ता हासिल करने के लिए ही कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है।

चुनाव से ज्यादा ध्यान अपने एजेंडे पर

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडीपी हमेशा एक एजेंडे के तहत ही चुनाव लड़ती रही है। 2002 में हमने 16 विधायकों के साथ सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की थी। मौजूदा चुनाव में भी हमारा ध्यान सरकार बनाने से ज्यादा अपने एजेंडे को लागू करने पर है।

उन्होंने कहा कि 2015 में हमने भाजपा के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी, लेकिन बाद में यह गठबंधन टूट गया था। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान करने के लिए ही हमने भाजपा से हाथ मिलाया था। भाजपा ने अब कश्मीर मुद्दे के समाधान के सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया है और ऐसे में भाजपा के साथ हाथ मिलाने का कोई मतलब नहीं है।

पीडीपी कोई गोपनीय खेल नहीं खेलती

उन्होंने कहा कि जब हम राम माधव के माध्यम से भाजपा से हाथ मिलाने की बात कर रहे थे तो यह सबकुछ खुले में किया गया था। हमने इसे छिपाने का प्रयास नहीं किया था। हम एक एजेंडा लेकर आए और हमने इसे लागू किया। हमने उमर अब्दुल्ला की तरह कोई भी काम गोपनीय ढंग से नहीं किया। उल्लेखनीय है कि नेशनल कान्फ्रेंस के पूर्व नेता देवेंद्र सिंह राणा ने हाल में कहा था कि 2015 में नेशनल कान्फ्रेंस भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहती थी।

इसी का जिक्र करते हुए महबूबा ने कहा कि उमर अब्दुल्ला गुपचुप तरीके से काम करते रहे हैं। हालांकि महबूबा मुफ्ती ने यह भी साफ किया कि मौजूदा समय में पीडीपी का भाजपा के साथ कोई संपर्क नहीं है और दोनों दलों के बीच किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं चल रही है।

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