LOC पर आतंकी साजिश नाकाम: नदी में डूबे दो आतंकी, सुरक्षाबलों को शव बरामद
जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के बांदीपुरा जिले में सुरक्षाबलों ने एक नदी से दो आतंकियों के शव बरामद किए हैं। ये दोनों आतंकवादी स्थानीय बताए जा रहे हैं।
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के बांदीपुरा जिले में सुरक्षाबलों ने एक नदी से दो आतंकियों के शव बरामद किए हैं। ये दोनों आतंकवादी स्थानीय बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये आतंकवादी नियंत्रण रेखा यानी एलओसी पार करने के फिराक में थे, इस दौरान ये नदी में डूब गए।
नदी से दो शव और गोला बारूद बरामद
इस मामले में पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि शनिवार को उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में पुलिसकर्मियों और सेना के जवानों को किशनगंगा नदी से दो शव और गोला बारूद बरामद हुए हैं। अधिकारी के मुताबिक, दोनों शवों को बरामद करके चिकित्सा और कानूनी औपचारिकताओं के लिए गुरेज अस्पताल ले जाया गया।
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आतंकियों के पास बरामद हुए ये हथियार
पुलिस के अधिकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों और सेना को आतंकियों के पास से AK 47 मैगजीन, 115 ए के-47 राउंड, 17 पिस्तौल-9 एमएम राउंड, एक वायरलेस सेट, एक पाउच, एक जैकेट, एक हथगोला, चार कलाई घड़ियां, एक मैट्रिक्स शीट समेत अन्य सामग्री बरामद हुई हैं। उन्होंने बताया कि बरामद दस्तावेजों के आधार पर इनमें से एक का नाम समीर अहमद डार था, जो कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के डोगरीपुरा का रहने वाला था।
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2018 से फरार है आतंकी समीर
अधिकारी के कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, समीर अहमद डार मई 2018 से फरार चल रहा था। वह नियंत्रण रेखा पार करने के बाद प्रतिबंधित संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ गया था। वहीं अभी दूसरे आतंकी की पहचान नहीं की जा सकी है। परिवारों को शिनाख्त के लिए बुलाया गया है।
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बॉर्डर पर सक्रिय थे आतंकी
अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि दोनों स्थानीय आतंकवादी थे और बॉर्डर पर सक्रिय थे। वहीं वापस उस पार जाने की कोशिश में दोनों नदी में तैरने के दौरान डूब गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा ये सबूत
पाकिस्तानी एजेंसियों और आतंकवादियों के बीच की साझेदारी के बारे में सब जानते हैं। लेकिन इस बीच पाकिस्तान के इस झूठ को लेकर एक पुख्ता सबूत देने वाला दस्तावेज भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा है। जी हां, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को एक नया दस्तावेज मिला है जो पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के साथ आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सलाहुद्दीन की नजदीकी संबंधों की पुष्टि करता है।
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पाकिस्तान की खटिया खड़ी
भातीय सुरक्षा एजेंसियों को मिला ये दस्तावेज अक्टूबर में फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक से पहले का है। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही है कि एफएटीएफ में पाकिस्तान पर शिकंजा थोड़ा और कस सकता है। भारतीय एजेंसियों के हाथ जो दस्तावेज लगे हैं उसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को उनकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का अधिकारी बताया गया है। यह कागजात उसे पाकिस्तान में बिना रोक-टोक घूमने की इजाजत देने के लिए बनाया गया है।
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