JNU: छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, कई छात्र घायल
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन संसद मार्ग तक पहुंच चुका है। इससे पहले पुलिस की भारी व्यवस्था के बीच प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने रास्ता बदल लिया है।
नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन संसद मार्ग तक पहुंच चुका है। इससे पहले पुलिस की भारी व्यवस्था के बीच प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने रास्ता बदल लिया है।
इसके तहत पहले तो छात्र जेएनयू की ओर वापस मुड़े फिर स्वामी विवेकानंद मार्ग, हयात होटल और फिर सरोजनीनगर होते हुए लीला होटल पहुंच चुके हैं।
बताया जा रहा है कि अगले कुछ घंटों के दौरान छात्र संसद मार्ग तक पहुंच जाएंगे। वहीं, जेएनयू पैदल मार्च के कारण पूरा रिंग रोड जाम है। अरविंदो मार्ग पर भी भीषण जाम लगा है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने एक के बाद एक दूसरा बेरिकेड भी तोड़ दिया, लेकिन तीसरे बैरिकेड पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए अब तक 200-300 से अधिक छात्र-छात्राओं को हिरासत में लिया है। जिन्हें वसंतकुज समेत कई अन्य थानों में ले जाया गया है।
आज यूनिवर्सिटी के छात्र नए हॉस्टल मैनुअल के विरोध में जेएनयू से संसद की ओर बढ़ चुके हैं। वहीं आज से ही संसद के शीतकालीन सत्र की भी शुरुआत होने वाली है। इस पर जेएनयूएसयू ने कहा कि, ऐसे समय में जब देशभर में फीस में बढ़ोत्तरी बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है तो छात्र समग्र शिक्षा के लिए आगे आये हैं। हम छात्रों को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन यूनिवर्सिटी से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं।
वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि, उनकी मांगों को नहीं माना जा रहा है, इसलिए वो संसद तक मार्च निकालेंगे।
Live Update...
- जेएनयू टीचर एसोसिएशन ने छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज की निंदा की है।
- एसोसिएशन ने कहा कि प्रदर्शन करने के छात्रों को लोकतांत्रिक अधिकारों से रोकने के लिए पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया यह गलत है, कई छात्र घायल हुए हैं।
- कन्हैया कुमार ने कहा कि ट्रिलियन देश की इकनॉमी बनेगी और एक यूनिवर्सिटी के लिए क्यों कुछ नहीं हो सकता, टैक्स के पैसे से नेता मौज उड़ाएं तो कुछ नहीं, लेकिन देश को शिक्षा और इलाज फ्री में मिले तो उससे आपत्ति है।
- JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि देश के नेता मौज करें तो वो ठीक, नेता संसद में फ्री में खाएं तो वो ठीक है, लेकिन छात्र फीस से राहत की मांग करें तो बुरा है? जेएनयू में गरीब छात्र पढ़ते हैं इसलिए फीस बढ़ाई नहीं जानी चाहिए।
- हालांकि छात्र हट नहीं रहे हैं, पुलिस की रणनीति है कि रास्ता खाली कराकर ट्रैफिक को नॉर्मल किया जाए, छात्रों को हटाने से पहले इलाके की स्ट्रीट लाइट बंद कर दी गईं।
- धरना दे रहे JNU छात्रों को पुलिस ने खदेड़ा, इलाके की स्ट्रीट लाइट बंद
- जेएनयू छात्र संघ के सदस्य मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव से मिलेंगे और फीस बढ़ोतरी को लेकर अपनी बात रखेंगे, इस बीच पुलिस रास्ता खाली कराने के लिए छात्रों को हटा रही है।
- हालांकि छात्र हट नहीं रहे हैं, पुलिस की रणनीति है कि रास्ता खाली कराकर ट्रैफिक को नॉर्मल किया जाए।
- धरना दे रहे जेएनयू के छात्रों को पुलिस ने खदेड़ा
- बदरपुर, फतेहपुर बेरी, कालकाजी, दिल्ली कैंट थानों में हिरासत में लिए गये करीब 200 छात्रों को छोड़ा गया है। सभी को सीधे जेएनयू कैम्पस ले जाया जाएगा। इसके बाद राजीव गांधी भवन के सामने से हट सकते हैं आंदोलनकारी।
- मानव संसाधन राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि जेएनयू ने काफी ऐसे होनहार छात्र इस देश को दिए हैं जो देश-विदेश में नाम कमा रहे हैं। हमारे विचार काफी अलग हो सकते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
- मेट्रो स्टेशन खुले, फीस वृद्धि पर बात करने MHRD पहुंचे JNU छात्र संघ के सदस्य
- जेएनयू छात्र संघ के सदस्य मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव से मिलने पहुंचे, लेकिन छात्रों का प्रदर्शन अभी जारी है।
- बदरपुर, फतेहपुर बेरी, कालकाजी, दिल्ली कैंट थानों में हिरासत में लिए गये करीब 200 छात्रों को छोड़ा गया है। सभी को सीधे जेएनयू कैम्पस ले जाया जाएगा। इसके बाद राजीव गांधी भवन के सामने से हट सकते हैं आंदोलनकारी।
मानव संसाधन राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि जेएनयू ने काफी ऐसे होनहार छात्र इस देश को दिए हैं जो देश-विदेश में नाम कमा रहे हैं। हमारे विचार काफी अलग हो सकते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
- छात्र और पुलिस के बीच लाठीचार्ज पर दिल्ली पुलिस के पीआरओ मनदीप ने बताया कि हमने छात्रों से कहा है कि मांगों को लेकर बात होनी चाहिए। कानून किसी भी हाल में हाथ में लें छात्र। हां जहां तक लाठीचार्ज की बात हो रही है इसकी जांच की जाएगी।
- प्रदर्शन के कारण दिल्ली मेट्रो के चार स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। इनमें उद्योग भवन, पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग और केंद्रीय सचिवालय स्टेशनों पर मेट्रो को नहीं रोका जा रहा है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
चार स्टेशनों पर नहीं रुक रही मेट्रो, पूरा रिंग रोड भी जाम
- छात्रों की मांगों को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री ने सोमवार तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों पर सुझाव देगी।
हॉस्टल फीस में भारी इजाफा के चलते जेएनयू प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
इससे पहले जेएनयू नॉर्थ गेट का बैरिकेड तोड़कर ढपली बजाते और नारेबाजी करते छात्र-छात्राओं का मार्च आगे बढ़ा। प्रदर्शन के दौरान छात्र फीस वृद्धि वापसी की मांग कर रहे हैं।
- हिरासत में लिए गए करीब 200 छात्र छोड़े गए, ट्रैफिक ठप
JNU कुलपति ने कहा- कैंपस में तोड़फोड़ करने वालों की हुई पहचान, दर्ज होगी रिपोर्ट
- उद्योग भवन, पटेल चौक और केंद्रीय सचिवालय में प्रवेश या निकास द्वार खोल दिया गया है, सभी 3 स्टेशनों पर ट्रेनें रुक रही हैं।
- अब तीन स्टेशनों पर प्रवेश खोल दिया गया है, अब, सिर्फ दो स्टेशन बंद हैं- लोक कल्याण मार्ग और जोर बाग।
- छात्रों और पुलिस में झड़प, छात्रों पर लाठीचार्ज के आरोपों की दिल्ली पुलिस ने जांच किये जाने की बात कही है।
- छात्रों के समर्थन में अब राजनेता भी आ गए हैं, शरद यादव ने कहा कि JNU के छात्रों के साथ सरकार का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है, इस प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूशन में दूर दराज के इलाकों से गरीब छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण करने आते हैं और सरकार उनसे यह अधिकार छीनना चाहती है। बढ़ाई हुई फीस को तुरंत वापिस लेनी चाहिए जिससे कि माहौल शांत हो सके।
- जेएनयू स्टूडेंट्स की मांग दिल्ली पुलिस ने मान ली है, पुलिस हिरासत में लिए गए 50 से ज्यादा छात्रों को छोड़ रही है। हालांकि छात्रों का धरना प्रदर्शन अब भी जारी है।
- दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्रों के सामने प्रस्ताव रखा है कि अगर छात्र चाहें तो उनके डेलिगेशन को एचआरडी मिनिस्ट्री से मुलाकात करवा सकते हैं, हालांकि छात्रों ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है, छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी है।
- JNU मार्च के चलते दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन, उद्योग भवन, पटेल चौक स्टेशन पर गेट बंद रहेंगे और मेट्रो ट्रेन इन स्टेशनों पर रुकेगी नहीं. छात्रों के विरोध के चलते इन मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है. JNU छात्रों के प्रदर्शन के चलते अस्थाई तौर पर बंद किए गए 3 मेट्रो स्टेशन. छात्रों का विरोध प्रदर्शन, केंद्रीय सचिवालय मेट्रो भी बंद।
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र भी फीस वृद्धि के खिलाफ JNU छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं।
- छात्रों के मार्च को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।
- दर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हमारी मांगें नहीं मानी जा रही है, इसलिए हम संसद तक मार्च निकालेंगे।
- छात्रों का हुजूम बेर सराय पर लगाए गए पुलिस की आखिरी बैरिकेड तक पहुंच गया है।
- छात्र बैरिकेड के ऊपर चढ़ गए हैं और आखिरी बैरिकेड को भी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
- बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे कई छात्रों को हिरासत में लिया गया।
- आखिरी में लगे कुछ बैरिकेड को छात्रों को तोड़ दिया है, हालांकि छात्रों को पुलिस रोकने की कोशिश कर रही है।
- करीब डेढ़ घंटे से जेएनयू छात्रों और पुलिस के बीच भिड़ंत जारी है, छात्रों ने आधा किलोमीटर की दूरी तय कर ली है।
दो घंटे के संघर्ष के बाद छात्रों ने बेर सराय में लगे बैरिकेड को तोड़ दिया है, हालांकि, इस दौरान करीब 200 से अधिक स्टूडेंट को हिरासत में ले लिया गया।
- छात्रों का मार्च भीकाजी कामा प्लेस पर पहुंच गया है, हॉस्टल फीस को वापस लेने की मांग की जा रही है।
जेएनयू गेट के बाहर 1200 पुलिसकर्मी तैनात...
- जेएनयू गेट के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है, दिल्ली पुलिस ने 9 कंपनी फोर्स तैनात की है, करीब 1200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल है।
- दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि जेएनयू छात्रों को पार्लियामेंट तक नहीं जाने दिया जाएगा, पार्लियामेंट के आसपास धारा-144 लगी हुई है।
सूत्रों का कहना है कि जेएनयू छात्रों को जेएनयू के आसपास ही एक किलोमीटर के दायरे में रोकने की प्लानिंग है, हालांकि किस पॉइंट पर रोका जाएगा ये अभी फाइनल नहीं किया गया है।
छात्रसंघ ने कहा...
- छात्रसंघ की ओर से जारी पर्चे में कहा गया है कि फरवरी 2019 के सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक सेकेंड्री और हायर से 94,036 करोड़ रुपयों का इस्तेमाल नहीं किया गया, सीएजी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 7298 करोड़ रुपये रिसर्च और विकास कार्यों में खर्च होने थे जो नहीं हुए।
- छात्रसंघ का दावा है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी ने पब्लिक फंडेड एजुकेशन के दरवाजे विदेशी और कॉर्पोरेट शिक्षा के लिए बंद कर दिए हैं, क्या इसी वजह से ऐसा हुआ है।
5.7 लाख करोड़ बैड लोन और 4 लाख करोड़ टैक्स रिबेट्स कॉर्पोरेट को दिए गए, लेकिन पब्लिक फंडेड एजुकेशन के लिए कुछ नहीं दिया गया।
सांसदों से यह है मांग...
- छात्रसंघ ने सांसदों से सवाल किया है कि बढ़ी हुई फीस पर वे साथ देंगे, क्या सभी के लिए वे पब्लिक फंडेड एजुकेशन की मांग करेंगे, क्या वे पब्लिक फंडेड एजुकेशन पर हो रहे प्रहार को रोकेंगे?
छात्रसंघ का कहना है कि छात्र आगे बढ़कर मांग करें साथ ही नीति निर्माताओं को इस बात का जवाब देने दें कि शिक्षा अधिकार है, विशेषाधिकार नहीं।
पुलिस ने की छात्रों को रोकने की तैयारी
वहीं पुलिस ने छात्रों को ऐसा करने से रोकने के लिए सारी तैयारी कर ली है। जानकारी के अनुसार, छात्रों को मार्च के लिए अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा छात्र कैंपस से बाहर न निकलें इसकी भी पूरी तैयारी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, छात्रों में मार्च के लिए पोस्टर भी छपवाए लिए हैं। बता दें कि, जेएनयू के गेट के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
JNU के कुलपति ने छात्रों से की वापस आने की अपील
वहीं छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से आंदोलन आयोजित करने की अपील की है। इसी बीच यूनिवर्सिटी के कुलपति जगदीश कुमार ने कहा कि, कल से नए सप्ताह की शुरुआत है और मैं छात्रों से ये अनुरोध करता हूं कि आप अपनी क्लासेस में वापस आइए और अपने शोध कार्यों को आगे बढ़ाइए। उन्होंने कहा कि, 12 दिसंबर से सेमेस्टर के इग्जाम शुरु होने वाले हैं और ऐसे में अगर आप अपनी क्लासेस में वापस नहीं लौटते तो इससे आपके भविष्य के लक्ष्य प्रभावित होंगे।
यूनिवर्सिटी के कुलपति ने कहा कि, इस अवधि को लेकर छात्रों को किसी भी तरह की कोई राहत नहीं दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि, एमफिल कोर्स के नियम के अनुसार, इग्जाम में 50 फीसदी मार्क्स लाना अनिवार्य हैं। साथ ही 5 सीजीपीए भी हासिल करना अनिवार्य होता है।
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छात्रों का जारी है प्रदर्शन
आपको बता दें कि जेएनयू में फिलहाल बड़ी फीस के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। छात्र विभिन्न चार्ज और नियमों में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें कि 13 नवंबर बुधवार की शाम को फीस में वृद्धि आंशिक रूप से वापस ले ली गई और जेएनयू प्रशासन ने कहा कि छात्रावास नियमावली से ड्रेस कोड और आने-जाने के समय से जुड़े उपबंध भी हटा दिए गए हैं। सारे नए रुल हटाने के बाद भी छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि, कुछ दिन पहले ही छात्रों ने कैंपस के अंदर लगी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति तोड़ दी। इसके अलावा मूर्ति के नीच अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया। बता दें जेएनयू परिसर में लगी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अभी अनावरण नहीं हुआ है।
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा कैम्पस के अंदर तोड़फोड़ कर और दिवारों पर अभद्र भाषा लिख कर रहे हैं। इसमें छात्रों द्वारा 13 नवंबर बुधवार को प्रशासनिक ब्लॉक की दीवारों को रंग दिया गया। जिसमें वीसी एम जगदीश कुमार के ऑफिस को भी नहीं छोड़ा गया। ब्लॉक के तीनों फ्लोर की लगभग सभी दीवारों पर तरह-तरह के नारे लिखे गए, जिन्हें आप देख भी सकतें हैं।
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