कर्नाटक: कांग्रेस-JDS के 13 विधायकों का इस्तीफा, BJP बोली- सरकार बनाने को तैयार
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार गंभीर संकट मंडरा रहा है। प्रदेश के 11 कांग्रेस-जेडीएस विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। यह सभी विधायक विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा देने के लिए गए थे, लेकिन अध्यक्ष के न मिलने पर उनके सचिव को ही अपना इस्तीफा सौंप दिया।
बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार गंभीर संकट मंडरा रहा है। प्रदेश के अब 11 विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। यह सभी विधायक विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा देने के लिए गए थे, लेकिन अध्यक्ष के न मिलने पर उनके सचिव को ही अपना इस्तीफा सौंप दिया। स्पीकर के यहां अपने-अपने इस्तीफे सौंपने के कुछ घंटे बाद सभी 11 बागी विधायक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की।
इस्तीफा देने वाले विधायकों में बीसी पाटिल, नारायण गौड़ा, शिवराम हेब्बर, महेश कुमाथल्ली, गोपालैया, रमेश जरकिहोली और प्रताप गौड़ा पाटिल शामिल हैं। विधानसभा स्पीकर ने भी 11 विधायकों के इस्तीफे की पुष्टि की है। कर्नाटक सरकार पर यह संकट ऐसे समय पर आया है जब मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अमेरिका के दौरे पर हैं।
कर्नाटक में बीजेपी के सरकार बनाने के मुद्दे पर डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि राज्यपाल सुप्रीम अथॉरिटी हैं, संवैधानिक जनादेश के अनुसार यदि वह हमें बुलाते हैं, तो निश्चित रूप से हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हम राज्य में सबसे बड़ी पार्टी हैं, हमारे पास 105 विधायक हैं।
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'डीके शिवकुमार जिस तरह का बर्ताव कर रहे हैं, उसे लोग देख रहे हैं। कुछ विधायक जो स्पीकर के ऑफिस में इस्तीफा देने पहुंचे थे, उनके इस्तीफे उन्होंने फाड़ दिए।'
''सरकार के खिलाफ अब तक 14 विधायक दे चुके हैं इस्तीफा''
जेडीएस के नेता एच विश्वनाथ ने कहा कि हमने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है, हम किसी 'ऑपरेशन कमल' से प्रभावित नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमने हमारे इस्तीफे कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर को सौंप दिए हैं। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वह मंगलवार तक इस पर निर्णय लेंगे। इस सरकार ने अपनी कार्यप्रणाली से सभी को विश्वास में नहीं लिया। इस वजह से हमने स्वेच्छा से आज इस्तीफा दे दिया।'
एच विश्वनाथ ने कहा, 'कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली सरकार में 14 विधायक सरकार के खिलाफ अब तक इस्तीफा दे चुके हैं, हमने राज्यपाल से भेंट की है। हमने स्पीकर को हमारे इस्तीफे स्वीकार करने के लिए लिखा है। गठबंधन वाली सरकार कर्नाटक के लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है।'
सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग
संकट के बीच कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी केसी वेणुगोपाल बेंगलुरु पहुंच रहे हैं, वहीं पार्टी के संकटमोचक डी. के. शिवकुमार भी सक्रिय हैं। वह बेंगलुरु पहुंचे हैं और संकट को खत्म करने की कवायद में जुट गए हैं। उन्होंने अपने आवास पर कांग्रेस के 3 बागी विधायकों रामलिंगा रेड्डी, एस. टी. सोमशेखर और बैरती बासवराज से मुलाकात की।
शिवकुमार से मुलाकात के एस. टी. सोमशेखर और बैरती बासवराज एक अन्य बागी विधायक मुनिरत्ना के साथ राजभवन पहुंचे। इन तीनों विधायकों ने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग की है।
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गौरतलब है कि 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। अभी कांग्रेस-जेडीएस के कुल 116 और बीजेपी के 104 सदस्य हैं। गठबंधन सरकार को बीएसपी के एक विधायक का समर्थन भी हासिल है। निर्दलीय विधायक आर शंकर और एच नागेश के समर्थन वापस लेने के बाद अभी गठबंधन के पास बहुमत से 4 ज्यादा यानी 117 विधायकों का समर्थन है।
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इससे पहले खबर थी 12 विधायक इस्तीफा देने जा रहे हैं। इस बीच उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता और पार्टी के संकटमोचक डीके शिवकुमार विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं। इस्तीफा देने वाले विधायकों में 8 कांग्रेस के हैं और तीन विधायक जनता दल सेकुलर (जेडीएस) के हैं।
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ऐसी चर्चा है कि अभी और विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इस घटनाक्रम से कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है।
डिप्टी सीएम जी परमेश्वर और डीके शिवकुमार ने संकट को देखते हुए कांग्रेस विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। डीके शिवकुमार ने कहा कि कोई भी विधायक इस्तीफा नहीं देगा। मैं उनसे मिलने आया हूं। उन्होंने कहा कि बीजेपी कर्नाटक सरकार को गिराने के लिए साजिश कर रही है।