प्रेमिका का कत्ल छिपाने के लिए कर डाली खौफनाक घटना, दस की हत्या का राज खुला

तेलंगाना के वारंगल में एक कुएं से नौ लोगों के शव मिलने की उलझी गुत्थी सुलझ गई है। वारंगल पुलिस ने खुलासा किया है कि बिहार के एक प्रवासी मजदूर ने अपनी प्रेमिका के कत्ल को छुपाने के लिए नौ और लोगों की हत्या करके उनके शव कुएं में फेंक दिए थे।

Update: 2020-05-26 04:53 GMT

हैदराबाद: तेलंगाना के वारंगल में एक कुएं से नौ लोगों के शव मिलने की उलझी गुत्थी सुलझ गई है। वारंगल पुलिस ने खुलासा किया है कि बिहार के एक प्रवासी मजदूर ने अपनी प्रेमिका के कत्ल को छुपाने के लिए नौ और लोगों की हत्या करके उनके शव कुएं में फेंक दिए थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी संजय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। यह मामला पूरे देश की मीडिया में चर्चा का विषय बना था क्योंकि कुएं में मिले शवों पर किसी भी प्रकार की चोट के निशान नहीं पाए गए थे।

बिहार के प्रवासी मजदूर ने की घटना

वारंगल के पुलिस कमिश्नर वी रविंदर इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी प्रवासी मजदूर संजय कुमार यादव बिहार का रहने वाला है। वह कुएं के पास ही स्थित बोरे बनाने की एक फैक्ट्री में रहता था। वहीं पर पश्चिम बंगाल का रहने वाला मकसूद अपनी पत्नी निशा और परिवार के छह अन्य सदस्यों के साथ रहता था। पुलिस को छानबीन में पता चला कि संजय के निशा की भतीजी रफीका के साथ अवैध संबंध थे। पश्चिम बंगाल की रहने वाली रफीका शादीशुदा थी मगर वह अपने पति से अलग हो गई थी। उसके तीन बच्चे भी थे और वह संजय के साथ ही एक कमरे में रहती थी।

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प्रेमिका की बेटी पर गलत नजर

पुलिस का कहना है कि रफीका की बेटी पर भी संजय की गलत नजर थी और इस बात को लेकर रफीका ने संजय को चेतावनी भी दी थी। इसी कारण संजय रफीका से नाराज रहा करता था और उसने रफीका की हत्या करने की साजिश रच डाली। रफीका से शादी करने की बात का बहाना बनाकर वह पश्चिम बंगाल के लिए निकला था।

प्रेमिका को चलती ट्रेन से फेंक डाला

पुलिस का कहना है कि संजय और रफीका गरीब रथ ट्रेन से 6 मार्च को रवाना हुए थे मगर सफर के दौरान संजय ने रफीका को नींद की गोली खिला दी और फिर नींद आने पर गला घोंटकर उसकी हत्या कर डाली। आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में संजय ने रफीका के शव को चलती ट्रेन से फेंक दिया। इसके बाद वह ट्रेन से उतर कर वापस वारंगल लौट आया। मकसूद के रफीका के बारे में पूछने पर संजय का जवाब था कि वह गांव में रुक गई है और बाद में वापस आएगी।

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बर्थडे पार्टी का खौफनाक प्लान

पुलिस का कहना है कि जब मकसूद ने इस बाबत पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी तो संजय में सभी को मार डालने का खौफनाक प्लान तैयार किया। 20 मई को मकसूद के बेटे शाहबाज के जन्मदिन के खाने में उसने सभी को नींद की गोलियां मिलाकर खिला दीं। संजय ने इस पार्टी में आए त्रिपुरा के शकील बिहार के दो युवकों को भी नींद की गोलियां खिलाकर सुला दिया। बाद में इन सभी नौ लोगों को बोरे में भरकर उसने कुएं में फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि इस घटना में संजय के साथ कोई एक और शख्स भी शामिल रहा है जिसकी तलाश की जा रही है।

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दो दिनों में मिले थे नौ लोगों के शव

पुलिस ने 21 मई को कुएं से 4 लोगों के शव बरामद किए थे। उसके बाद अगले दिन फिर कुएं से पांच लोगों के शव बरामद किए गए थे। कुएं से दो दिनों के दौरान नौ लोगों के शव मिलने के बाद यह मामला काफी चर्चा में आ गया था। पुलिस ने इस मामले में संजय से कड़ाई से पूछताछ करने के बाद मामले का खुलासा कर दिया है।

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