मोदी ने जारी की एडवाइजरी: मास्क पर कही ये बात, मानेंगे तो रहेंगे सुरक्षित
लॉकडाउन के बाद भी देश की स्थिति अभी खतरे से बाहर नहीं है। कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। देशव्यापी लॉकडाउन के 10वें दिन केंद्र सरकार ने शनिवार को एक एडवाइजरी जारी की है।
नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद भी देश की स्थिति अभी खतरे से बाहर नहीं है। लॉकडाउन के दौरान भी कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। देशव्यापी लॉकडाउन के 10वें दिन केंद्र सरकार ने शनिवार को एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें लोगों से घर में बने फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है। खासकर ऐसे वक्त में जब वे अपने घरों से बाहर निकलते हैं जिससे की कोरोना वायरस के तेजी से फैलाव पर रोक लगाई जा सके।
ये भी पढ़ें... सेना ने खत्म किए हिजबुल के आतंकी, मिली जंग में कामयाबी
घर के बने फेस मास्क
एडवाइजरी में मुंह और हाथ के लिए होममेड प्रोटेक्टिव कवर के इस्तेमाल पर जारी एक सलाह में सरकार ने कहा कि ऐसे मास्क के इस्तेमाल से बड़े पैमाने पर समुदाय की रक्षा करने में मदद मिलेगी और कुछ देशों ने आम जनता के लिए घर के बने फेस मास्क से फायदा का दावा भी किया है।
अब देश में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर शनिवार को 2,902 हो गई है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या 68 तक पहुंच गई है। बीते 12 घंटों में देश में 355 नए मामले सामने आ चुके हैं, वहीं इस दौरान 6 लोगों की मौत भी हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सभी नागरिकों को घातक कोरोनावायरस से लड़ने के लिए एक अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय के रूप में गैर-चिकित्सा मास्क( यानि घर में बने मास्क) का उपयोग करने की सिफारिश की थी।
ये भी पढ़ें... सावधान: दिमाग से जुड़े कोरोना के तार, खतरनाक हैं लक्षण
अमेरिकी मूल कपड़े या फैब्रिक मास्क पहनते
उन्होंने कहा है कि ऐसा करके हम चिकित्सा ग्रेड मास्क स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बचा सकते हैं। यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने सिफारिश की है कि अमेरिकी मूल कपड़े या फैब्रिक मास्क पहनते हैं जिन्हें या तो ऑनलाइन खरीदा जा सकता है या फिर घर पर ही बनाया जा सकता है।
दिल्ली में तब्लीगी जमात का आयोजन कोरोना वायरस का केंद्र बन गया है। वहीं आगरा में जो भी नए 25 केस सामने आए हैं, वे तब्लीगी मरकज से भाग लेकर लौटे या उनके संपर्क में आए लोग हैं। इन सभी को क्वारंटाइन किया गया है।
आगरा में कुल 228 सैंपल लिए गए थे, इनमें से 25 लोग पॉजीटिव पाए गए हैं। हालांकि प्रशासनिक आंकड़ों में आगरा में मरीजों की संख्या अभी 45 है क्योंकि प्रशासन ने नामचीन डॉक्टर और उनके बेटे को आगरा के आंकड़ों में शामिल नहीं किया है।
ये भी पढ़ें... जीतें 1 लाख रुपए: सिर्फ कोरोना पर शेयर करें अपने Ideas, मौका कमाने का