मैथेमैटिक्स गुरू से संबंधित प्रश्न, GK के टेस्ट परीक्षा में पुछा गया ये सवाल
आरके के श्रीवास्तव की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि GK के टेस्ट में बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू आरके श्रीवास्तव से संबंधित प्रश्न पूंछा गया।
पटना: बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू आरके श्रीवास्तव से हर कोई भली भांति परिचित है। आरके श्रीवास्तव अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनका वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक में भी दर्ज है। आरके श्रीवास्तव आए दिन कुछ न कुछ ऐसी करते रहते हैं जिससे वो चर्चा में बने रहते हैं। कोरोना काल के ऐसे मुश्किल समय में भी आरके श्रीवास्तव ने बच्चों को उनके समय का सदुपयोग करने के लिए उनको ऑनलाइन पढ़ाया।
मैथेमैटिक्स गुरू आरके के श्रीवास्तव की लोकप्रियता और सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि GK के टेस्ट में बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू आरके श्रीवास्तव से संबंधित प्रश्न पूंछा गया। प्रश्न था कि ' बिहार के उस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर मैथेमैटिक्स गुरू का नाम बताये जो सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर पढाते है गणित।' और इस प्रश्न के उत्तर के विकल्प थे-
(a) आनंद कुमार (b) दास गुप्ता
(c) अभयानंद (d) आरके श्रीवास्तव
जिसका सही उत्तर है आरके श्रीवास्तव।
लेते हैं सिर्फ 1 रुपया गुरू दक्षिणा
आरके श्रीवास्तव अब बिहार ही नहीं बल्की पूरी देश की एक बड़ी शख्सियत हैं। आपको बताते चले की बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज के रहने वाले वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी ,एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफ़लता दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं। इससे पहले भी कई बार अलग अलग तरीकों से GK के किताबों और टेस्ट परीक्षाओं में आरके श्रीवास्तव के बारे में प्रश्न पुछे जा चुके हैं।
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गल ब्वाय कौटिल्य पंडित के बिहारी गुरु का नाम क्या है ऐसे भी प्रश्न कई बार पुछे जा चुके हैं। इतना ही नहीं देश के रास्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक बिहारी गुरु आनंद कुमार और आरके श्रीवास्तव की तारीफ करते हैं। अपने शैक्षणिक कार्यशैली से देश विदेश में लोकप्रिय है ये शिक्षक। सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानो में दाखिला दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं।
कोई आरके श्रीवास्तव ऐसे ही नहीं बन जाता
आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स के सपनो को पंख देने वाले का नाम है आरके श्रीवास्तव। आरके श्रीवास्तव अब लाखो युवाओं के रोल मॉडल बन चुके हैं। बिहार के इस शिक्षक ने अपने कड़ी मेहनत, पक्का इरादा और ऊंची सोच के दम पर ही शीर्ष स्थान को प्राप्त कर लिया है। देश के टॉप-10 शिक्षको में भी बिहारी शिक्षक का नाम आ चुका है। ये गणित के शिक्षक हैं।
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परन्तु इनके शैक्षणिक कार्यशैली एक दशकों से चर्चा का बिषय बनी हुई है। बिहार सहित आज पूरे देश की दुआएं आरके श्रीवास्तव को मिलती हैं। विदेशो में भी इन बिहारी शिक्षकों के पढाने के तरीकों को भरपूर पसंद किया जाता है। उन सभी देशों में भी इनके शैक्षणिक कार्यशैली को पसंद किया जाता है। जहां पर भारतीय मूल के लोग बसे हुए हैं।
खुद झेली आर्थिक परेशानियां, अब गरीब बच्चों को देते हैं शिक्षा
मैथेमैटिक्स गुरू आरके श्रीवास्तव का व्यक्तित्व सरल है। पिता के गुजरने के बाद अपने पढ़ाई के दौरान गरीबी के कारण उच्च शिक्षा में होने वाली परेशानियों को नजदीक से महसूस किया है। ये बिहारी शिक्षक बताते हैं कि पैसों के आभाव के कारण हमें बड़े-बड़े शैक्षणिक संस्थानो में पढने का सौभाग्य नहीं मिला। लेकिन हम वैसे जरूरतमंद स्टूडेंट्स के सपने को पंख दे रहें जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। जो आज के समय के कोचिंग की लाखों की फीस देने में सक्षम नहीं हैं। परन्तु उनका सपना बड़ा है। आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर गणित का गुर स्टूडेंट्स को सिखाते हैं।
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ये शिक्षक सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई, एनडीए सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं। आरके श्रीवास्तव के कबाड़ की जुगाड़ से प्रैटिकल कर गणित पढाने का तरीका और नाइट क्लासेज अभियान ( लगातार 12 घंटे पूरी रात गणित पढाना) पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी आरके श्रीवास्तव का नाम दर्ज है। आरके श्रीवास्तव अपने सफ़लता का श्रेय अपनी मां आरती देवी को देते है। निश्चित रूप से आरके श्रीवास्तव को देश का वर्तमान में सबसे बड़ा शिक्षक माना जा सकता है। जो हिन्दूस्तान को विश्व गुरू बनाने में अपना योगदान नि:स्वार्थ दे रहे।
ऑटो रिक्शा वाले ने लगाए कई निर्धनों के सपनों को पंख
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आप आरके श्रीवास्तव के पढाने के तरीके और उनके बातो को कहीं भी सुन लें। तब समझ आ जाएगा कि वे अपनी स्टूडेंट्स के सफ़लता को लेकर कितने गंभीर रहते हैं। वे हमेशा जीतने वाले छोड़ते नहीं और छोड़ने वाले जीतते नहीं जैसी बातें अपने स्टूडेंट्स को बताते हैं। अभी हाल ही में आनंद कुमार की जीवनी पर बॉलीवुड ने सुपर 30 फिल्म बनाई। आनंद कुमार के संघर्ष को हृतिक रोशन ने अपने अभिनय से पूरी दुनिया को दिखाया। कैसे एक पापड़ बेचने वाले ने सैकड़ों गरीब स्टूडेंटस के सपनों को पंख दिए।
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आपको बताते चलें की आनंद कुमार की तरह ही बिहार के आरके श्रीवास्तव की कहानी है। एक ऑटो रिक्शा वाले आरके श्रीवास्तव ने मैथेमैटिक्स गुरू बन सैकड़ों निर्धन परिवार के स्टूडेंट्स के सपनों को पंख लगा दिए। आरके श्रीवास्तव का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ ऑफ़ रिकॉर्डस लंदन , इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। रास्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी बिहार के आरके श्रीवास्तव के शैक्षणिक कार्यशैली कार्यशैली की प्रशंसा कर चुके हैं।