Rahul Gandhi: अब सावरकर पर घिरे राहुल, मुश्किल में 'गठबंधन', रंजीत सावरकर ने दी FIR की चेतावनी

Rahul Gandhi: सावरकर पर राहुल गांधी के बयान से जहां महाविकास अघाड़ी गठबंधन मुश्किल में पड़ता दिख रहा है वहीं, सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। बीजेपी ने बयान पर कांग्रेस नेता को आड़े हाथ लिया है।

Update:2023-03-29 00:54 IST
फाइल फोटो- राहुल गांधी

Rahul Gandhi: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अब एक नये विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। लोकसभा सदस्यता छिनने के बाद उन्होंने प्रेसवार्ता की थी। इसमें राहुल गांधी ने कहा था, "मेरा नाम सावरकर नहीं है, राहुल गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।" उनके इस बयान ने जहां महाविकास अघाड़ी गठबंधन को मुश्किल में डाल दिया है वहीं, सावरकर के पोते ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है।

वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी, वीर सावरकर पर द‍िए अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो वो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। या फिर वह सावरकर द्वारा माफी मांगने वाले दस्तावेजों को दिखाएं।

उद्धव ठाकरे भी नाराज

वीर सावरकर के पोते ही नहीं, महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी उद्धव ठाकरे ने भी बयान पर विरोध जताया और एक तरह से संकेत भी दिये कि अगर वह सावरकर का अपमान करते रहे तो विपक्ष की एकता में दरार पड़ सकती है। कहा कि राहुल गांधी बार-बार सावरकार का अपमान न करें। उन्होंने कहा, "सावरकर हमारे लिए भगवान तुल्य हैं और हम उनका अपमान सहन नहीं करेंगे।" कहा कि सावरकर अंडमान के काला पानी की जेल में 14 वर्षों तक अकल्पनीय तकलीफें झेलते रहे थे।

सावरकर पर चुप रहने की नसीहत

सावरकर के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी उद्धव ठाकरे के साथ खड़े दिख रहे हैं। 27 मार्च को विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस की बैठक में शरद पवार ने राहुल गांधी को सावरकर पर चुप रहने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि सावरकर को टारगेट करना ठीक नहीं है। महाराष्ट्र में उनका नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है। सावरकर पर टिप्पणी से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी को कोई फायदा नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को यह भी बताया कि सावरकर कभी आरएसएस के सदस्य नहीं रहे।

'सामना' में बयान की आलोचना

उद्धव ठाकरे की शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने अपने संपादकीय में भी राहुल गांधी की आलोचना की है। इसमें लिखा गया है, "राहुल गांधी बयान दे रहे हैं कि मैं सावरकर नहीं हूं। इस तरह के बयानबाजी कोई बहादुरी नहीं है। उनके ऐसा करने से सावरकर के प्रति लोगों का सम्मान और श्रद्धा नहीं बदल जाएंगे।"

सावरकर पर निशाना साधते रहे हैं राहुल गांधी

यह पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी ने वीर सावरकर को लेकर ऐसा बयान दिया है। इससे पहले भी वह सावरकर पर निशाना साधते रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में सावरकर पर निशाना साधा था। इस यात्रा में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी शिरकत की थी। शिवसेना ने तब भी नाराजगी जताई थी।

अनुराग ठाकुर बोले- आप सावरकर हो भी नहीं सकते..

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "राहुल गांधी जी! आप वीर सावरकर हो भी नहीं सकते, दूर-दूर तक, क्योंकि वीर सावरकर न साल के छह महीने विदेशों में छुटियां मनाने जाते थे न ही अपने देश के खिलाफ विदेशियों से मदद मांगते थे। उन्होंने ब्रिटेन में जाकर माँ भारती को गुलामी की जंजीर से मुक्त कराने का शंखनाद किया था। आप वीर सावरकर पर नहीं, अपनी दादी पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी पर प्रश्न खड़े कर रहे हैं। वीर सावरकर जी के सम्मान में इंदिरा जी का लिखा वह पत्र पढ़िए, वहाँ आपको आपके कुतर्क का जबाब मिल जाएगा। सावरकर से खुद की तुलना मत कीजिए। राहुल गांधी ये सब बोलते हैं, तो वो दरअसल सावरकर का नहीं अपनी दादी का, नेताजी बोस का, भगत सिंह और यहां तक कि गांधीजी का भी अपमान कर रहे हैं।"

क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार

राजनीतिक जानकारों की मानें तो राहुल गांधी के इस बयान ने लोगों को एक बार फिर यह कहने का मौका दे दिया कि वह अभी अपरिपक्व हैं। वह अपने उसूलों और आदर्शों पर तो चलें ही लेकिन, सहयोगी दलों की नाराजगी से भी बचना चाहिए। क्योंकि, मैच्योर्ड पॉलिटिशियन हमेशा नाप-तौल लेता है कि वह जो बोल रहा है, वर्तमान में उस बयान का औचित्य क्या है और कहीं सहयोगी दलों की भावनाएं तो आहत नहीं हो रही हैं।

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