Bhajan Lal Sharma Cabinet: राजस्थान में भजन लाल मंत्रिमंडल के लिए कवायद तेज, भाजपा नेताओं ने किया मंथन, वसुंधरा समर्थकों को लग सकता है झटका
Bhajan Lal Sharma Cabinet: भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने संभावित मंत्रियों के नाम को लेकर मंथन किया है और शाह और नड्डा की अनुमति के बाद सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।
Bhajan Lal Sharma Cabinet: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत के बाद भजन लाल शर्मा कल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए जोरदार तैयारियां चल रही हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी मौजूद रहेंगे और सभा को संबोधित करेंगे। शर्मा के साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
इस बीच प्रदेश में बनाए जाने वाले नए मंत्रियों का नाम फाइनल करने के लिए भी कवायद तेज हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने संभावित मंत्रियों के नाम को लेकर मंथन किया है और शाह और नड्डा की अनुमति के बाद सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय समीकरण साधने की पूरी कोशिश की जा रही है। जानकारी के मुताबिक वसुंधरा राजे खेमे को ज्यादा तवज्जो मिलने की संभावना नहीं है। इस कारण पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा के वफादारों को बड़ा झटका लग सकता है।
Oath Taking Ceremony: राजस्थान में भजनलाल शर्मा 15 दिसंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
वसुंधरा समर्थकों को लग सकता है झटका
सियासी जानकारी का कहना है कि इस बार राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनावी अखाड़े में उतरी थी। भाजपा के प्रचार अभियान की अगुवाई भी पीएम मोदी ने ही की थी। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों की तमाम कोशिशों के बावजूद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें सीएम पद का चेहरा नहीं बनाया था। भाजपा की बड़ी चुनावी जीत के बाद अब भजन लाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना जा चुका है।
हालांकि चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद वसुंधरा ने अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात के जरिए हाईकमान पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। इसे लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज बताया जा रहा है और नेतृत्व की ओर से वसुंधरा को यह सिलसिला बंद करने की हिदायत भी दी गई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान के नए मंत्रिमंडल में वसुंधरा कैंप को ज्यादा महत्व मिलने की संभावना नहीं है। वसुंधरा मंत्रिमंडल में शामिल पुराने चेहरों की जगह इस बार युवाओं,महिलाओं और नए चेहरों को ज्यादा महत्व दिए जाने की संभावना है।
भाजपा और संघ ने शुरू किया मंथन
राज्य में बनाए जाने वाले नए मंत्रियों को लेकर मंथन का काम शुरू हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही संघ नेताओं से भी मंथन किया जा रहा है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह,चुनाव प्रभारी और केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी,प्रदेश अध्यक्ष सी.पी.जोशी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम के बीच संभावित मंत्रियों के नामों को लेकर मंथन हुआ है।
जानकारों का कहना है कि मंत्रियों की सूची बनाकर दिल्ली भेजी जाएगी और गृह मंत्री शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा की अनुमति के बाद मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी।
नए मंत्रियों के रूप में इन नामों की चर्चा
भजनलाल मंत्रिमंडल के लिए जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है उनमें बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा, जोगेश्वर गर्ग, जितेंद्र गोठवाल, गजेंद्र सिंह खींवसर, अनिता भदेल,नौक्षम चौधरी,पब्बाराम बिश्नोई,सुरेश रावत,भैराराम सियोल, झाबरमल खर्रा,दीप्ति किरण महोश्वरी एवं विश्वराज के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे जसवंत यादव,श्रीचंद कृपलानी और कालीचरण सराफ को इस बार मौका मिलने की संभावना नहीं है। सराफ की जगह बालमुकुंद आचार्य को मौका दिया जा सकता है। नए मंत्रियों को शनिवार को शपथ दिलाए जाने की संभावना है।
महिलाओं को मिलेगा विशेष मौका
भाजपा सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल के गठन में महिलाओं पर विशेष फोकस होने की संभावना है। राजस्थान की पिछली गहलोत सरकार में तीन महिलाएं शामिल थीं और ऐसे में भजनलाल मंत्रिमंडल में चार से पांच महिलाओं को शामिल किया जा सकता है।
महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए पार्टी की ओर से यह कदम उठाए जाने की संभावना है। जानकारों के मुताबिक जिस तरह मुख्यमंत्री पद पर नए चेहरे को मौका देकर भाजपा ने चौंका दिया है, उसी तरह मंत्रिमंडल के गठन में भी नए चेहरों को मौका देकर चौंकाए जाने की संभावना है।
2024 की सियासी जंग पर निगाहें
भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बड़ी जीत हासिल की थी और अब पार्टी की निगाहें 2024 में राज्य के सभी 25 लोकसभा सीटों को जीतने पर लगी हुई हैं। इस कारण सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले के तहत भजनलाल मंत्रिमंडल में 20 से 25 चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा के अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा गया है। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी की गारंटियों की झलक भी दिखाई देगी। समारोह स्थल पर पीएम मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े हुए पोस्टर और बैनर भी लगाए जा रहे हैं।