Savarkar Controversy: सावरकर पर तेज सियासत, शिंदे-फडणवीस समेत कई नेताओं ने बदली डीपी, गौरव यात्रा निकालने का ऐलान

Savarkar Controversy:महाराष्ट्र में भाजपा और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की ओर से महाराष्ट्र के हर जिले में सावरकर गौरव यात्रा निकालने का ऐलान भी किया गया है।

Update:2023-03-29 15:47 IST
CM Eknath Shinde and Deputy CM Devendra Fadnavis (photo: social media )

Savarkar Controversy: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद महाराष्ट्र का सियासी माहौल लगातार गरमाता जा रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत शिवसेना-भाजपा गठबंधन के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी डीपी बदलते हुए वीर सावरकर की तस्वीर लगा दी है। डीपी के साथ लिखा गया है कि मैं सावरकर हूं या हम सावरकर हैं। महाराष्ट्र में भाजपा और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की ओर से महाराष्ट्र के हर जिले में सावरकर गौरव यात्रा निकालने का ऐलान भी किया गया है।

भाजपा और शिवसेना की ओर से अब इस मुद्दे का सियासी फायदा उठाने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं। दरअसल महाराष्ट्र के एक बड़े वर्ग में सावरकर के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव है और इसीलिए भाजपा और शिंदे गुट ने सावरकर को लेकर बड़ा अभियान चलने की तैयारी कर ली है। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नाराजगी और शरद पवार की नसीहत के बाद अब कांग्रेस बैकफुट पर दिख रही है पार्टी की ओर से साफ किया गया है कि अब उसके नेता सावरकर को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।

महाराष्ट्र में कल से निकलेगी गौरव यात्रा

लोकसभा की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीर सावरकर को लेकर तीखी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि मेरा नाम सावरकर नहीं गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते। उनकी टिप्पणी के बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना और भाजपा गठबंधन ने इस मुद्दे को लेकर सियासी माहौल गरमाने का फैसला किया है।

इसी कड़ी में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत गठबंधन के कई नेताओं ने अपनी डीपी बदलते हुए सावरकर की तस्वीर लगा दी है। महाराष्ट्र के सभी जिलों में कल से सावरकर गौरव यात्रा निकालने की तैयारी है। दोनों दलों की ओर से इसे लेकर जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं। शिवसेना और भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस और एमवीए गठबंधन को घेरने की पुख्ता तैयारी कर ली है।

बैकफुट पर कांग्रेस,अब सावरकर पर टिप्पणी नहीं

दूसरी ओर इस मामले पर सियासत गरमाने के बाद कांग्रेस बैकफुट पर आती है दिख रही है। विपक्षी दलों की ओर से सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी मगर शिवसेना ने इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि हमें वीर सावरकर के खिलाफ टिप्पणियां स्वीकार नहीं हैं और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी राहुल गांधी की टिप्पणियों पर तीखी आपत्ति जताई थी।

जानकार सूत्रों का कहना है कि बैठक में मौजूद एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भी कांग्रेस को वीर सावरकर पर टिप्पणियों से परहेज करने की नसीहत दी। उनका कहना था कि महाराष्ट्र में एक बड़ा वर्ग वीर सावरकर के प्रति काफी सम्मान का भाव रखता है और इस कारण कांग्रेस की टिप्पणियों से महाराष्ट्र में गठबंधन को खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने राहुल गांधी को सावरकर के खिलाफ इस तरह की टिप्पणियां न करने की सलाह दी थी।

इसके बाद कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति बदल दी है। कांग्रेस की ओर से साफ किया गया है कि अब पार्टी के नेता सावरकर को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उद्धव गुट के नेता संजय राउत से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि दोनों पार्टियों के विचार अलग-अलग हैं मगर अब हमें लोकतंत्र के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने सावरकर को लेकर अब कोई टिप्पणी न करने की बात भी कही।

सावरकर के पोते ने दी चुनौती

इस बीच वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी की टिप्पणियों की तीखी आलोचना की है। उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस को चुनौती दी कि पार्टी यह साबित करे कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को बचकाना बताया। उन्होंने कहा कि देशभक्तों के नाम का इस्तेमाल करके अपनी राजनीति को चमकाना गलत और काफी खेदजनक है। इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इससे पूर्व भी वीर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कर चुके हैं। उन्होंने पांच साल पहले सावरकर को देशद्रोही कहा था और मैंने इस मामले को लेकर दादर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी।

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