SBI ने किया बड़ा ऐलान: ग्राहकों को दी ये सुविधा, अब नहीं लिया जाएगा कोई शुल्क

भारतीय स्टेट बैंक अपने ग्राहकों के लिए नई घोषणाएं करते हुए ग्राहकों को सुविधा देते रहना ही एसबीआई(SBI) का मुख्य उद्देश्य रहता है। ऐसे में बैंक(SBI) ने काफी समय से ग्राहकों के बैंक अकाउंट पर लगे मिनिमम बैलेंस लिमिट को हटा दिया है।

Update:2020-11-06 16:42 IST
भारतीय स्टेट बैंक अपने ग्राहकों के लिए नई घोषणाएं करते हुए ग्राहकों को सुविधा देते रहना ही एसबीआई(SBI) का मुख्य उद्देश्य रहता है।

नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक जोकि देश का सबसे बड़ा बैंक है, अपने ग्राहकों का बहुत ध्यान रखता है। बदलते समय और माहौल को देखते हुए समय-समय पर अपने ग्राहकों के लिए नई घोषणाएं करते हुए ग्राहकों को सुविधा देते रहना ही एसबीआई(SBI) का मुख्य उद्देश्य रहता है। ऐसे में बैंक(SBI) ने काफी समय से ग्राहकों के बैंक अकाउंट पर लगे मिनिमम बैलेंस लिमिट को हटा दिया है। स्टेट बैंक के इस फैसले से ग्राहकों में खुश की लहर हैं।

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सेवा पर कोई शुल्क भी नहीं

स्टेट बैंक ने ऐलान किया है कि अब अपने ग्राहकों के बैंक अकाउंट में जीरो बैलेंस पर कोई जुर्माना नहीं लगाएगा। साथ ही बैंक की तरफ से SMS के द्वारा समय समय पर दी जाने वाली सेवा पर किसी भी प्रकार का कोई शुल्क भी नहीं लिया जाएगा।

इसका साफ-साफ और सीधे शब्दों में मतलब ये है कि अब बैंक की तरफ से SMS के जरिए दी जाने वाली सेवा ग्राहकों के लिए बिल्कुल मुफ्त यानी फ्री होगी। वहीं बैंक(SBI) ने ग्राहकों के बचत बैंक खाते पर ब्याज की दर को कम दिया है, जिससे ग्राहकों में उदासी है।

(फोटो:सोशल मीडिया)

स्टेट बैंक(SBI) द्वारा लिए गए तीनों फैसलों में से ग्राहक दो फैसलों पर बैंक से खुश दिख रहे हैं, लेकिन ब्याज दर को कम किए जाने पर उदासी की कुछ छाया भी नजर आ रही है।

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न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता खत्म

बैंक के पहले फैसले की बात करें, तो बैंक ने न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। जिसका सीधा मतलब है कि अब अकाउंट में जीरो बैलेंस होने पर किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लगेगा।

इसके साथ ही बैंक के इस ऐलान से पहले मेट्रो शहर के ग्राहकों को 3000 रुपए, कस्बों में रहने वालों के लिए 2000 रुपए और ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को 1000 रुपए की न्यूनतम राशि अपने खातों यानी अकाउंट में रखनी होती थी। वहीं अकाउंट में न्यूनतम राशि से कम होने पर 15 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ता था।

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