प्रश्नपत्र में गंदा सवाल! मुस्लिम और दलित को लेकर अब मचा बवाल

जाति-धर्म को लेकर अब स्कूलों के एक्जाम में भी प्रश्न आने लगे हैं। ऐसी ही एक घटना सामने आई है जिसमें तमिलनाडु में छठी क्लास में एग्जाम में मुस्लिमों और दलितों को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे गए। जिसके बाद बवाल मच गया है।

Update: 2023-04-05 16:26 GMT

नई दिल्ली : जाति-धर्म को लेकर अब स्कूलों के एक्जाम में भी प्रश्न आने लगे हैं। ऐसी ही एक घटना सामने आई है जिसमें तमिलनाडु में छठी क्लास में एग्जाम में मुस्लिमों और दलितों को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे गए। जिसके बाद बवाल मच गया है।

इस एग्जाम पेपर में पहले दलितों को लेकर सवाल पूछा गया कि दलित अछूत क्यों होते हैं। इसके बाद इस पेपर में दूसरा सवाल मुस्लिमों को लेकर था। मुस्लिमों को लेकर सवाल पूछा गया कि लोगों में आम मसलमानों को लेकर कैसी छवि है?

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इस सवाल के पूछे जाने के साथ ही उत्तर के तौर पर चार विकल्प भी दिए गए हैं जिसमें से किसी एक को चुनना है। बता दें कि सोशल मीडिया पर तमिलनाडु का ये क्वेश्चन पेपर तेजी से वायरल हो रहा है। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि ये क्वेश्चन पेपर केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) का है।

विरोध में राजनीतिक पार्टियां

केन्द्रीय विद्यालय में छठी क्लास के बच्चों के प्रश्न पत्र में ये सवाल पूछे जाने का कई राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया है।

डीएमके चीफ एमके स्टालिन ने एक ट्वीट में कहा, ‘केंद्रीय विद्यालय की छठी क्लास में पूछे गए सवाल को देखकर स्तब्ध हूं। ये सवाल जातिगत भेदभाव और सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करते हैं। इस प्रश्न पत्र को जिसने भी बनाया है उसके खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।’



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एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर इस तरह से प्रश्नपत्र सवाल खड़े किए।



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केवीएस और सीबीएसई ने कहा ये...

केवीएस की तरफ से बयान में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी प्रश्नपत्र को नोटिस में लिया गया है। वहीं सीबीएसई का पूरे मामले में कहना है कि वह किसी भी स्कूल के किसी भी कक्षा के आंतरिक सवाल तय नहीं करती है। वह सिर्फ 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं आयोजित करती है।

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