भारत-चीन विवाद में ट्रंप, दोनों देशों को लेकर किया ये दावा

भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर बड़ी बात कही है।

Update:2020-06-21 10:34 IST

वाशिंगटन: भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर बड़ी बात कही है। उन्होंने दोनों देशों के बीच इस स्थिति को विकट बताते हुए कहा कि वे दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष के समाधान में मदद करने के लिए तैयार हैं। ट्रंप की ओर से इस तरह की पेशकश पहले भी की जा चुकी है।

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बातचीत से विवाद सुलझाने की कोशिश

ट्रंप ने ऑकलैंड में एक रैली को संबोधित करने के लिए जाते समय संवाददाताओं से बातचीत में भारत और चीन के बीच विवाद का भी जिक्र किया। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच विकट स्थिति पैदा हो गई है और हम दोनों देशों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत से बातचीत के साथ ही चीन से भी बात कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम देख रहे हैं कि इस मामले में हम क्या कर सकते हैं। हम दोनों देशों की समस्या का समाधान कराने में मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।

भारत और चीन के बीच जबर्दस्त तनाव

भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात हिंसक झड़प की घटना हुई थी। इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। खबर है कि झड़प में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 43 से ज्यादा चीनी सैनिक भी हताहत हुए। हालांकि चीन की ओर से अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस घटना के बाद लद्दाख में एलएसी पर दोनों देशों के बीच जबर्दस्त तनाव का माहौल है। भारत ने चीन को जवाब देने के लिए अग्रिम मोर्चे पर काफी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर दी है।

पिछले महीने भी की थी मध्यस्थता की पेशकश

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले महीने भी भारत और चीन के बीच विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश की थी। उनका कहना था कि यदि दोनों देश तैयार हों तो अमेरिका दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने में मध्यस्थता करने को तैयार है। ट्रंप ने यह भी कहा था कि चीन के साथ चल रहे विवाद के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छे मूड में नहीं है। बाद में भारत की ओर से सीमा विवाद को सुलझाने के लिए ट्रंप की इस पेशकश को ठुकरा दिया गया था। भारत ने कहा था कि वह आपसी बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाने का पक्षधर है।

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अमेरिकी विदेश मंत्री का भी चीन पर हमला

इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी चीन पर जमकर निशाना साधा था। डेनमार्क के कोपेनहेगन में आयोजित एक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आरोप लगाया था कि चीन अपने पड़ोसी देशों के साथ धूर्त रवैया अपना रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीनी सेना ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ सीमा पर तनाव के हालात पैदा कर दिए हैं। भारतीय सेना पूरी बहादुरी से चीनी सैनिकों का सामना करने में जुटी हुई है और हमें भारत के बहादुर सैनिकों को सलाम करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन ऐसा देश है जिस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता।

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