अब एक और बड़ा खुलासा: विकास दुबे का कनेक्शन बिहार से, गुर्गों ने उगली सच्चाई
कानपुर में पुलिसहत्या कांड की घटना जिसमें पुलिस और अपराधी दोनों की मिलीभगत का खुलासा हुआ था। वहीं अब इस घटना के आरोपी जिसको पुलिस एनकाउंटर में मारा गया उसी विकास दुबे का कनेक्शन बिहार से भी होने की खबर आ रही है।
पटना। यूपी के कानपुर में पुलिसहत्या कांड की घटना जिसमें पुलिस और अपराधी दोनों की मिलीभगत का खुलासा हुआ था। वहीं अब इस घटना के आरोपी जिसको पुलिस एनकाउंटर में मारा गया उसी विकास दुबे का कनेक्शन बिहार से भी होने की खबर आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी विकास दुबे को कुछ अपग्रेडेड कंट्री मेड (देसी) पिस्टल की सप्लाई बिहार से होती थी।
अवैध हथियारों की सप्लाई का एक बड़ा नेटवर्क
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ और पुलिस के ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन में ये खुलासा हुआ है कि विकास दुबे का अवैध हथियारों की सप्लाई का भी एक बड़ा नेटवर्क था। उसे हथियार मुहैया कराने वालों के बारे भी जानकारी सामने आई है। हालांकि ये सभी अभी अंडरग्राउंड हैं, जिनका पता नहीं है और पुलिस तलाश रही है।
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पिस्टल की सप्लाई बिहार से
साथ ही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक गिरफ्तार किए गए विकास के गुर्गों ने 2 जुलाई की रात की घटना के बारे में बताया है कि घटना की रात विकास के बुलावे पर लाइसेंसी असलहा तो लाए ही थे, फायरिंग में एक दर्जन से ज्यादा अवैध तमंचों का भी उपयोग हुआ।
पहले राउंड में तमंचों से ही फायरिंग की गई। उसके बाद लाइसेंसी असलहों का प्रयोग किया। साथ यह भी बताया कि इतनी बड़ी संख्या में अवैध तमंचों की सप्लाई शुक्लागंज, उन्नाव और बिल्हौर के अलावा एमपी से होती थी। कुछ अपग्रेडेड कंट्री मेड (देसी) पिस्टल की सप्लाई बिहार से होती थी।
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हथियार के कारखाने कुटीर उद्योग का रूप
आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में बिहार का मुंगेर जिला अवैध हथियार बनाने का गढ़ बन गया है। इस बारे में जानकार लोग बताते हैं कि चुरंबा, बरदह, नया गाँव, तौफिर दियारा, मस्कतपुर, शादीपुर आदि गांवों में अवैध हथियार के कारखाने कुटीर उद्योग का स्वरूप ले चुके हैं।
और तो और यहां बनने वाले देसी पिस्टल, रिवॉल्वर, राइफ़लों से होने वाली कमाई से कई घरों के चूल्हे जल रहे हैं। ये भी माना जाता है कि विकास दुबे की टीम को भी यहीं से तमंचों की सप्लाई की गई होगी।
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