बड़ी खबर! बड़ी संख्या में पुरुषों ने तम्बाकू को कहा 'ना', यह है सबसे बड़ी वजह
WHO की तम्बाकू के प्रयोग की प्रवृत्ति पर आधारित रिपोर्ट यह दर्शाती है कि तम्बाकू को मात देने, स्वास्थ्य की सुरक्षा करने और जिंदगियां बचाने के लिए सरकार के प्रयास अपना काम कर रहे हैं।
रामकृष्ण वाजपेयी, लखनऊ: WHO की तम्बाकू के प्रयोग की प्रवृत्ति पर आधारित रिपोर्ट यह दर्शाती है कि तम्बाकू को मात देने, स्वास्थ्य की सुरक्षा करने और जिंदगियां बचाने के लिए सरकार के प्रयास अपना काम कर रहे हैं।
इस बात का खुलासा WHO की ग्लोबल स्तर पर तम्बाकू के प्रयोग की आदत पर जारी उसकी नई रिपोर्ट में हुआ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने पहली बार अनुमान लगाया कि तंबाकू का उपयोग करने वाले पुरुषों की संख्या में गिरावट आयी है। यह वैश्विक तंबाकू महामारी में एक शक्तिशाली बदलाव का संकेत है।
WHO की एक नई रिपोर्ट में प्रकाशित किए गए निष्कर्षों से पता चलता है कि सरकार के सशक्त प्रयासों और कार्रवाई से तंबाकू से समुदायों की रक्षा की जा सकती है। सरकारी स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई जीवन बचा सकती है और तंबाकू से होने वाले नुकसान को रोक सकती है।
यह भी पढ़ें. पाकिस्तान को आया चक्कर! सीमा पर तैनात हुए लाखों की संख्या में सैनिक
डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने कहा...
रिपोर्ट में कहा गया है कि तम्बाकू के खिलाफ लड़ाई में पुरुषों के बीच तंबाकू के उपयोग में गिरावट एक महत्वपूर्ण बिंदु है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने कहा कि कई सालों से हम तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने वाले पुरुषों की संख्या में लगातार वृद्धि देखते आ रहे हैं लेकिन अब ऐसा पहली बार हुआ है जब हम पुरुषों द्वारा तम्बाकू के उपयोग में गिरावट देख रहे हैं।
यह तम्बाकू उद्योग पर सरकार की सख्ती का नतीजा है। WHO इस गिरावट की प्रवृत्ति को बनाए रखने के लिए देशों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।
सामने आई ये रिपोर्ट...
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले लगभग दो दशकों के दौरान, समग्र वैश्विक तम्बाकू उपयोग घटा है, 2000 में 1.397 बिलियन से 2018 में 1.337 बिलियन, या लगभग 60 मिलियन लोगों नकारा गया है। ऐसा माना जा रहा है कि पुरुषों द्वारा तम्बाकू के सेवन में आयी कमी महिलाओं से प्रेरित है।
यह भी पढ़ें- कांपा पाकिस्तान! अभी-अभी भारत को मिली बड़ी कामयाबी, आतंकियों में हायतौबा
2000 में 346 मिलियन जहां तम्बाकू उत्पादों का इस्तेमाल करती थीं वहीं 2018 में यह संख्या घटकर 244 मिलियन रह गई यानी लगभग 100 मिलियन से अधिक महिलाओं ने तम्बाकू को न कहा। हालांकि रिपोर्ट बताती है कि इसी अवधि में, पुरुषों का तंबाकू का उपयोग लगभग 40 मिलियन बढ़ गया था।
सन 2000 में 1.050 बिलियन पुरुष तम्बाकू प्रयोग करते थे वहीं 2018 में यह आंकड़ा बढ़कर 1.093 बिलियन हो गया था। यानी दुनिया के 1.337 बिलियन तंबाकू उपयोगकर्ताओं का 82% तम्बाकू सेवन करने वाले पुरुष थे।
लेकिन सकारात्मक रूप से, नई रिपोर्ट से पता चलता है कि 2018 के स्तर की तुलना में पुरुष तम्बाकू उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि होना बंद हो गई है।
यह भी पढ़ें. तो इमरान देंगे इस्तीफा! मौलाना का प्लान-B हुआ तैयार, पाक PM की टेंशन टाइट
WHO का अनुमान...
WHO का अनुमान है कि 2018 की तुलना में 2020 में तंबाकू उपयोगकर्ता, पुरुष और महिलाओं की संख्या में 10 मिलियन की कमी आ जाएगी। इसी तरह 2025 तक 27 मिलियन की कमी, आ जाएगी। 60 फीसद देश 2010 से तंबाकू के उपयोग में कमी का अनुभव कर रहे हैं।
नई रिपोर्ट से पता चलता है कि पुरुष तम्बाकू उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि होना बंद हो गई है और 2018 के स्तर की तुलना में 1 मिलियन से भी कम पुरुष उपयोगकर्ताओं की संख्या में 2020 तक गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं और 5 मिलियन की कमी 2025 तक होने का अनुमान है।
डॉ. रिडरिगर क्रेच ने कहा...
WHO के स्वास्थ्य संवर्धन निदेशक डॉ. रिडरिगर क्रेच ने कहा, "वैश्विक तंबाकू के उपयोग में कमी से पता चलता है कि जब सरकारें अपने दृढ़ इरादों का परिचय देती हैं और प्रयासों को मजबूत बनाती हैं, तो वे अपने नागरिकों और समुदायों की भलाई और रक्षा कर सकती हैं।"
हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस तरह के लाभ के बावजूद, 2025 तक तंबाकू के उपयोग में 30% की कटौती करने के लिए सरकारों द्वारा निर्धारित वैश्विक लक्ष्य को पूरा करने में प्रगति बंद है। वर्तमान प्रगति के आधार पर, 2025 तक मात्र 23% की कमी प्राप्त की जाएगी। 30% कटौती लक्ष्य तक पहुँचने के लिए केवल ३२ देश वर्तमान में ट्रैक पर हैं।
यह भी पढ़ें. पाकिस्तान डरा! अब भारत करेगा बुरा हाल, वायुसेना का बहुत बड़ा है प्लान
हालांकि, WHO की तंबाकू नियंत्रण इकाई के प्रमुख डॉ. विनायक प्रसाद ने कहा कि पुरुषों के बीच तंबाकू के उपयोग में गिरावट का इस्तेमाल वैश्विक लक्ष्य को हासिल करने के लिए किया जा सकता है।
तंबाकू का उपयोग कर रहे लोग घट रहे हैं, यह ग्लोबल सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा कदम है। हालांकि डॉ. प्रसाद का कहना है कि तंबाकू के उपयोग में अनुमानित गिरावट अभी भी वैश्विक कमी हासिक करने के लक्ष्यों को पूरा नहीं करती है। लेकिन हम प्रयास जारी रखेंगे क्योंकि हमें तंबाकू के खिलाफ लड़ाई में कभी हार नहीं माननी चाहिए।