इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव पर बड़ी खबर, अगले सप्ताह होगा तरीखों का ऐलान

जिन राज्यों में अप्रैल में चुनाव होने हैं उनमें असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी शामिल हैं। दरअसल, इन राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल मई से जून के बीच में समाप्त होने जा रहा है।

Update: 2021-02-12 06:41 GMT
इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव पर बड़ी खबर, अगले सप्ताह होगा तरीखों का ऐलान (PC: social media)

नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान अगले हफ्ते होने जा रहा है। संभावना इस बात की है कि इन राज्यों में चुनाव अप्रैल महीने में कराए जाएगें। इनमें सबसे बड़ा चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल है जहां सबसे अधिक सीट हैं। पश्चिम बंगाल में 7 से 8 चरणों में चुनाव हो सकते हैं जबकि अन्य चार जगहों पर दो से तीन चरणों में वोटिंग हो सकती है।

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इन सभी जगहों पर अप्रैल में चुनाव कराए जाने की पूरी संभावना है

जिन राज्यों में अप्रैल में चुनाव होने हैं उनमें असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी शामिल हैं। दरअसल, इन राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल मई से जून के बीच में समाप्त होने जा रहा है। ऐसे में इन सभी जगहों पर अप्रैल में चुनाव कराए जाने की पूरी संभावना है।

जिन राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के मुख्यमंत्रित्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। वहीं तमिलनाडु में ई पलानीस्वामी की यहां यह भी बताना जरूरी है कि पिछले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस 44, लेफ्ट- 26 और भाजपा मात्र 3 सीटों पर ही जीत सकी थी। पर लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त बढत हासिल करते हुए 18 सीटे जीती। इसके अलावा 234 विधानसभा सीटें वाले तमिलनाडु ई पलानीस्वामी की अगुवाई में एआईएडीएमके की सरकार है। जहां उसके गठबंधन दलों ने 134 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 98 सीटों के साथ डीएमके दूसरे नंबर पर रही थी। राज्य में द्रविड मुनेत्र कणगम (डीएमके) के साथ कांग्रेस सहित और भी कई छोटे दल हैं।

केरल में पिनराई विजयन की अगुआई में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है

एआईएडीएमके की सरकार है। जबकि केरल में पिनराई विजयन की अगुआई में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है। दूसरी ओर असम में सर्वानंद सोनवाल के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है। जबकि पुडुचेरी में नारायणसामी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है। इनमें पश्चिम बंगाल में 294, तमिलनाडु में 234, केरल में 140, असम में 126 और पुडुचेरी में 30 सीटें हैं।

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केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव में एलडीएफ 91 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 47 सीटें मिली थीं। यहां सरकार बनाने के लिए 71 सीटों की जरूरत होती है। 2016 के चुनाव में 126 विधानसभा सीटों वाले असम में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। राज्य में भाजपा 61 कांग्रेस 25, असम गण परिषद 14, एआईयूडीएफ 13 बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट 12 और एक इंडेपेन्डस सदस्य हैं।

वहीं छोटे राज्य पुदुचेरी में भी चुनाव होने हैं। 30 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 15 सीटें, एआईएडीएमके 4, एआईएनआरसी 8, डीएमके 2 और अन्य को एक सीटें मिली थीं। राज्य में नारायणसामी की अगुवाई में कांग्रेस और डीएमके की गठबंधन सरकार है।

रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री

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