शाकुंभरी देवी मंदिर में ध्यान, प्रयागराज में स्नान से प्रियंका बदलेंगी कांग्रेस का चेहरा

कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा बृहस्पतिवार को तीर्थराज प्रयाग डुबकी लगाने जा रही है। प्रियंका का यह बदला हुआ अंदाज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जहां उत्साह प्रदान कर रहा है।

Update: 2021-02-11 04:46 GMT

अखिलेश तिवारी

लखनऊ। बुधवार को शाकुंभरी देवी मंदिर में लगभग 40 मिनट तक ध्यान साधना करने के बाद कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा बृहस्पतिवार को तीर्थराज प्रयाग डुबकी लगाने जा रही है। प्रियंका का यह बदला हुआ अंदाज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जहां उत्साह प्रदान कर रहा है। वही उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस की जड़ों की ओर वापसी का भी एलान है। प्रयागराज के साधु-संतों ने प्रियंका के गंगा स्नान का स्वागत करते हुए कहा है कि हिंदुत्व से ही कांग्रेस का कल्याण होगा।

प्रयागराज के साधु-संतों ने प्रियंका का किया गंगा स्नान के लिए स्वागत

एक साल पहले नागरिकता संशोधन कानून के मसले पर हो रहे प्रदर्शनों के दौरान कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा को उन परिवारों से मुलाकात करते देखा गया, जो खास तबके का प्रतिनिधित्व करते हैं। गोरखपुर के डॉक्टर कफील को मथुरा जेल से रिहा होने के बाद जयपुर में कांग्रेस की ओर से मिली आवभगत और प्रियंका गांधी के साथ हुई खास मुलाकात ने भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में अलग संदेश दिया था।

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यही वजह है कि जब बुधवार को देहरादून में जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी को माला जपते हुए देखा गया और शाकुंभरी देवी मंदिर में पहुंचकर उन्होंने देर तक ध्यान साधना की। इसके तुरंत बाद ही शाम तक कांग्रेस की ओर से बताया गया कि प्रियंका गांधी बृहस्पतिवार को प्रयागराज पहुंच रही हैं जहां वह मोनी अमावस्या के मौके पर गंगा स्नान करेंगी। तो प्रियंका और कांग्रेस को लेकर राजनीतिक हलकों में नई चर्चा शुरू हो गई है कि क्या कांग्रेश अपना चेहरा बदलने कोशिश में है।

हिंदू मान्यताओं और धार्मिक स्थलों के प्रति श्रद्धावान दिखने का प्रियंका की कोशिश क्यों

प्रियंका गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी के तरह खुद को हिंदू मान्यताओं और धार्मिक स्थलों के प्रति श्रद्धावान दिखाने की कोशिश क्यों कर रही हैं? क्या इससे वह भारतीय जनता पार्टी के हिंदू वोट बैंक में सेंध लगाना चाह रही हैं। इसका जवाब उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ उमाशंकर पांडेय देते हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी राजनीति के स्तर पर धार्मिक भेदभाव नहीं करती है वह समावेशी राजनीति की पक्षधर है।

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राजीव गांधी का अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति रिवाज से हुआ था

प्रियंका गांधी ने शाकुंभरी देवी के मंदिर में ध्यान साधना करने के साथ ही दरगाह में भी हाजिरी लगाई है। हिंदू धर्म के साथ उनका गहरा और निजी रिश्ता है। इस नाते हर हिंदू की तरह वह भी गंगा स्नान करने के लिए पहुंच रही हैं। इसे राजनीति की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। प्रियंका जी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ही किया गया है। उनकी दादी इंदिरा गांधी की हिंदू धर्म में गहरी आस्था रही है और उन्हें भारत के करोड़ों हिंदू मतदाताओं ने अपना नेता माना है।

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प्रियंका ने किया प्रयागराज में वीवीआईपी सुविधा लेने से मना

यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि प्रियंका गांधी जी गंगास्थान के लिए प्रयागराज सामान्य हिंदू श्रद्धालु की तरह पहुंच रही हैं। उन्होंने किसी भी तरह की वीवीआईपी सुविधा लेने से साफ मना कर दिया है। जहां तक राजनीति की बात है तो कांग्रेस पार्टी हमेशा दबे कुचले कमजोर वर्ग के लोगों के साथ खड़ी रहती है शासन सत्ता के अन्याय का शिकार इस समय देश का अन्नदाता किसान हो रहा है और प्रियंका गांधी पूरी ताकत के साथ आज किसानों के संघर्ष में शामिल हैं। राजनीति और निजी आस्था को अलग-अलग रखा जाना चाहिए । प्रियंका गांधी का गंगा स्नान पूरी तरह से निजी कार्यक्रम है उसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है।

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