महाराष्ट्र चुनाव में 50 विधायकों ने आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों को दी पटखनी

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनाव में स्वच्छ पृष्ठभूमि वाले 50 विधायक ऐसे भी हैं जो घोषित आपराधिक मामलों के अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ लड़कर जीते हैं। इन 50 विधायकों में से 4 ने 40% से अधिक मतों के अंतर के साथ जीत दर्ज की है।

Update: 2019-12-12 16:14 GMT

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनाव में स्वच्छ पृष्ठभूमि वाले 50 विधायक ऐसे भी हैं जो घोषित आपराधिक मामलों के अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ लड़कर जीते हैं। इन 50 विधायकों में से 4 ने 40% से अधिक मतों के अंतर के साथ जीत दर्ज की है। जबकि घोषित आपराधिक मामलों वाले 176 विधायकों में से 70 (40%) ने 50% और उससे अधिक के वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है। यह जानकारी एडीआर और महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच (MEW) में निकल कर सामने आई है।

एडीआर ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोट शेयर का यह विश्लेषण किया है। विश्लेषण में यह भी सामने आया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2019 के विधायकों ने कुल मतदान के 49% वोट हासिल किए जबकि 2014 के चुनावों में विधायकों ने कुल मतदान का 41.2%% वोट हासिल किया था। 128 (44%) विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किए गए कुल वोटों में से 50% से अधिक मतों से जीते। जबकि 160 (56%) विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किए गए कुल वोटों के 50% से कम मतों के साथ जीते।

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विश्लेषण किए गए 264 करोड़पति विधायकों में से 116 (44%) ने 50% और उससे अधिक के वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है। पांच विधायक 1000 से कम वोटों के अंतर से जीते हैं। जबकि नौ विधायकों ने 50% से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। घोषित आपराधिक मामले और विधायकों की जीत का अंतर घोषित आपराधिक मामलों वाले 176 विधायकों में से 58 ने स्वच्छ पृष्ठभूमि वाले एक रनर अप के खिलाफ जीत हासिल की है।

58 विधायकों में से 12 विधायकों ने 20% से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। जबकि इनमें से मुंब्रा- कलावा निर्वाचन क्षेत्र से अवध जितेंद्र सतीश (राकांपा) ने 42.24% जीत के साथ जीत दर्ज की। करोड़पति विधायक और उनकी जीत का अंतर 264 करोड़पति विधायकों में से 19 ने गैर-करोडपति रनरअप के खिलाफ जीत हासिल की है। इन 19 विधायकों में से 4 विधायकों ने 40% से अधिक मतों अंतर से जीत हासिल की है। इनमें कोपरी पचपखड़ी निर्वाचन क्षेत्र से एकनाथ संभाजी शिंदे (SHS) ने 51.42% मतों के अंतर के साथ जीत दर्ज की है।

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16 गैर-करोडपति विधायक हैं जिन्होंने करोडपति उपविजेता के खिलाफ जीत हासिल की है। उनमें से 4 ने जीत के 20% से अधिक मार्जिन के साथ जीत हासिल की है।

महिला विधायकों का प्रदर्शन 288 विधायकों में से 24 महिलाओं का विश्लेषण किया गया है। सभी ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 30% से अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की। महिला विधायकों में, दहिसर सीट से मनीषा अशोक चौधरी (भाजपा) ने सबसे अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है, अर्थात उनके निर्वाचन क्षेत्र में 64.87% और जीत का मार्जिन 47.33% है।

पुनः निर्वाचित विधायकों का प्रदर्शन कुल 118 निर्वाचित विधायकों में से 60 ने 50% से अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है। 40 फिर से चुने गए विधायकों ने 10% से कम अंतर से जीत हासिल की है, जबकि 23 ने 30% से अधिक अंतर से जीत हासिल की है।

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2013 में भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा स्थापित NOTA बटन ने मतदाताओं को अपने निर्वाचन क्षेत्र में सभी उम्मीदवारों को अस्वीकार करने का विकल्प दिया था। महाराष्ट्र विधानसभा, 2019 में 5,51,49,929 मतों में से 7,42,134 (1.35%) मतदान NOTA के लिए हुए जबकि 2014 में पड़े 5,29,01,236 मतों में से 4,83,459 (0.91%) NOTA के लिए मतदान किए गए थे।

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