विधायक बचाओ अभियान शुरू! एनसीपी और कांग्रेस के विधायक यहां होंगे शिफ्ट
वहीं अजीत पवार ने कहा कि मैं सरकार बनाने के लिए लगातार हो रही वार्ताओं से थक गया था और इसीलिए मैंने फडणवीस के साथ जाकर राज्य को स्थाई सरकार बनाने का निर्णय लिया।
मुंबई: महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी नेता अजित पवार ने मिलकर सरकार बना ली है।मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फणनवीस तो डिप्टी सीएम पद पर अजित पवार ने शपथ भी ले ली है। जिसके बाद से राजनीतिक हलचल मची हुई है। वहीं अब खबर आ रही है कि अजित पवार अपने समर्थक विधायकों को मुंबई से बाहर ले जाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक वह अपने समर्थक विधायकों को गोवा लेकर जा रहे हैं।
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बीजेपी सरकार बनने के बाद कांग्रेस भी सतर्क हो गई है
जानकारी के अनुसार अजित पवार के समर्थक विधायकों के साथ धनजंय मुंडे भी हैं। इन्हें एक प्राइवेट चार्टर प्लेन के जरिए गोवा ले जाया जाएगा। वहीं एनसीपी नेता अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों से के समर्थन से बीजेपी सरकार बनने के बाद कांग्रेस भी सतर्क हो गई है। कांग्रेस ने भी अपने सारे विधायकों को जयपुर भेजने का फैसला किया है।
बता दें महाराष्ट्र की राजनीति में शुक्रवार रात तक जहां कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार बनने बनती दिख रही थी लेकिन जब सुबह देश के लोग उठे तो उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद की शपथ लेते हुए देखा।
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शपथ ग्रहण के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन में स्पष्ट बहुमत पाने वाली शिवसेना ने चुनाव के बाद जनादेश खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शिवसेना कुछ अन्य दलों के साथ सरकार बनाने की कोशिश करने लगी, जिसके कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया। राज्य में स्थाई सरकार देने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। फडणवीस ने कहा-अजीत पवार और अन्य के समर्थन से हमने राज्यपाल को एक सूची भेजी, जिन्होंने इस पर निर्णय लेने के लिए केंद्र से चर्चा की।
वहीं अजीत पवार ने कहा कि मैं सरकार बनाने के लिए लगातार हो रही वार्ताओं से थक गया था और इसीलिए मैंने फडणवीस के साथ जाकर राज्य को स्थाई सरकार बनाने का निर्णय लिया।
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