अखिलेश ने भी छोड़ा राहुल का साथ, कांग्रेस को धोखा दे गये ये चार दल
दिल्ली में सोमवार को सीएए को लेकर विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक को विपक्षी दलों की एक जुटता के तौर पर देखा जा रहा था।
दिल्ली: सोमवार को सीएए को लेकर विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक को केंद्र सरकार द्वारा लागू नागरिकता कानून के खिलाफ विपक्षी दलों की एक जुटता के तौर पर देखा जा रहा था। लेकिन चार बड़े राजनीतिक दलों ने बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज न करा कर कांग्रेस को करारा झटका दिया है। दरअसल, ये बैठक कांग्रेस ने बुलाई थी।
ये राजनीतिक दल हुए शामिल :
दिल्ली के कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई विपक्षी दलों की बैठक में 14 राजनीतिक दलों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। जिसमें सीपीएम, सीपीआई, आरजेडी, एनसीपी, एआईयूडीएफ, आरएलडी, हम, आईयूएमएल, आरएलएसपी, आरएसपी, जेएमएम, लोकतांत्रिक जनता दल और केरल कांग्रेस शामिल हैं।
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चार पार्टियों ने दिया झटका:
वहीं चार राजनीतिक दलों ने सीएए को लेकर हुई इस बैठक में शामिल न होकर विपक्षी दलों की एकजुटता को बड़ा झटका दिया। जो दल बैठक में शामिल नहीं हुए, उसमें अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, मायावती की बसपा समेत बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी और डीएमके का नाम शामिल है।
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दो दलों को कांग्रेस ने नहीं भेजा बुलावा:
इतना ही नहीं दो बड़े दल भी बैठक में नदारद दिखें। जानकारी के मुताबिक, इन दोनों दलों को कांग्रेस ने बैठक का न्योता दिया ही नहीं था। इसमें दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना का नाम शामिल है।
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बैठक में शामिल दलों के शीर्ष नेताओं के अलावा कांग्रेस से सोनिया गांधी समेत राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह भी आये। इस बैठक में नेताओं ने सीएए पर केंद्र को घेरने के साथ ही सीएए के विरोध में हुई हिंसा में घायल और जेल गये प्रदर्शनकारियों को लेकर भी चर्चा हुई।