शराब कांड पर गरमाई सियासत, सुखबीर बादल, सोनिया गांधी के घर धरने पर बैठेंगे
पंजाब में अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल 11 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की नेता सोनिया गांधी के घर के बाहर धरना पर बैठेंगे।
नई दिल्ली: पंजाब में अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल 11 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की नेता सोनिया गांधी के घर के बाहर धरना पर बैठेंगे। उनकी मांग है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से उनका इस्तीफा लिया जाए।
यहां बता दे कि पंजाब में जहरीली शराब पीने से बीते दिनों 100 से अधिक गरीब लोगों की जान गई थी। सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी।
वहीं इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।जिसके बाद मुख्यमंत्री ने छह पुलिसकर्मियों के साथ सात आबकारी अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था। इनमें दो उप पुलिस अधीक्षक और चार थाना प्रभारी शामिल थे।
इस मामले पर सीएम का बयान भी आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर इस मामले में किसी भी सरकारी अधिकारी या अन्य कोई भी संलिप्त पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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अब तक इतने लोगों की गई जान
सबसे ज्यादा जहरीली शराब पीने से मौतें तरनतारन में हुई हैं। उसके बाद अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों की जानें गई हैं। राज्य में बुधवार रात से शुरू हुई त्रासदी में शुक्रवार की रात तक 39 लोगों के मरने की सूचना है।
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ऐसे तैयार होती है जहरीली शराब
सामान्यत: कच्ची शराब बनाने में गुड़, शीरा से लहन (बेस मटेरियल) तैयार किया जाता है। इसके बाद लहन को मिट्टी में गाड़ दिया जाता है और इसमें यूरिया और बेसरमबेल की पत्ती डाली जाती है। इसके अलावा सादे संतरे, उसके छिलके और सादे अंगूर से भी लहन तैयार किया जाता है।
कच्ची शराब में यूरिया और ऑक्सिटोसिन जैसे पदार्थ मिलाने की वजह से मिथाइल अल्कोहल बन जाता है। इसकी वजह से ही लोगों की मौत हो जाती है। मिथाइल अल्कोहल शरीर में जाते ही केमिकल रिएक्शन तेज होता है।इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं। इसकी वजह से कई बार तुरंत मौत हो जाती है या नर्वस सिस्टम फेल हो जाता है।
शराब के धंधेबाज सड़ा-गला गुड़, शीरा, नौसादर, यूरिया, धतूरे के बीज, आक्सीटोसिन और यीस्ट का इस्तेमाल करते हैं। जब ग्राहक नशा कम होने की बात करते हैं तब मिश्रण में इनकी मात्रा बढ़ा दी जाती है। जब तक ये तत्व एक निश्चित मात्रा में रहते हैं नशा बढ़ता है लेकिन कई बार कोई तत्व ज्यादा हो जाता है, तो शराब जहरीली हो जाती है।
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