पायलट को कांग्रेस के इन चाणक्य ने 15 बार किया फोन, पार्टी ने की ये पेशकश
कांग्रेस पार्टी के अंदर सचिन पायलट को मनाने की कवायद चल रही है। पार्टी के बड़े-बड़े नेता सचिन को मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली: राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के बाद पैदा हुआ सियासी संकट अभी खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। पायलट के रुख में अभी तक किसी तरह के बदलाव के संकेत नहीं मिले हैं। सचिन पायलट का अगला कदम क्या होगा, इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के अंदर सचिन पायलट को मनाने की कवायद चल रही है। पार्टी के बड़े-बड़े नेता सचिन को मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
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सचिन को मनाने में जुटा पूरा कांग्रेस आलाकमान
कहा जा रहा है कि सचिन को मनाने की कोशिश में पूरा कांग्रेस आलाकमान जुटा हुआ है। कांग्रेस आलाकमान फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है और पायलट और गहलोत के बीच सुलह के रास्ते की तलाश की जा रही है। हालांकि सूत्रों की मानें तो सचिन पायलट अब बारगेनिंग के मूड में नहीं हैं, साथ ही अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री मानने को भी तैयार नहीं है। जानकारी के मुताबिक, पायलट ने कांग्रेस आलाकमान से कहा है कि या तो वह खुद मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर किसी दूसरे को सीएम बनते देखना चाहेंगे।
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पार्टी के दिग्गजों ने की सचिन पायलट से बात
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि सोमवार शाम से ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सचिन पायलट को मनाने में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से पायलट से इस मसले पर बातचीत की है। वहीं प्रियंका ने अब तक चार बार सचिन से बात की है। वहीं अहमद पटेल ने तो अपनी तरफ से सचिन से 15 बार बात कर चुके हैं। वहीं पी चिंदबरम ने भी तकरीबन छह बार और वेणुगोपाल ने 3 बार डिप्टी सीएम से बातचीत की होगी।
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पार्टी की तरफ से पायलट को की गई ये पेशकश
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि पार्टी ने सचिन पायलट को अतिरिक्त या फिर उनकी पसंद का मंत्रालय देने की पेशकश भी की है। साथ ही उन्हें पार्टी ने आश्वस्त किया है कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष बने रहने दिया जाएगा। हालांकि अभी तक पायलट माने नहीं हैं और माना जा रहा है कि वो फिर से विधायक दल की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे।
सचिन के अलावा किसी के लिए नहीं दिखाया गया लचीलापन
बार-बार विधायक दल की बैठक बुलाकर पायलट को पार्टी ये संदेश देना चाह रही है कि अब भी वक्त वो पार्टी में वापस आ सकते हैं। वहीं सचिन का रुख अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि गांधी परिवार जितना लचीलापन पायलट के लिए दिखा रही है, उतना आज तक किसी के लिए भी नहीं दिखाया गया है।
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राजस्थान में सरकार है सुरक्षित
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार शाम को कैमरे के सामने अपने विधायकों की परेड कराई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन हासिल है। इनमें से 104 जयपुर में इस वक्त ठहरे हुए हैं, जबकि 5 विधायकों ने अपना समर्थन पत्र उन्हें सौंपा है। जिसके बाद सरकार पूरी तरह से सुरक्षित दिखाई दे रही है। हालांकि कांग्रेस सचिन को पार्टी से जाने नहीं देना चाहती, इसलिए उन्हें मनाने की कवायद चल रही है और उनके लिए पार्टी ने सुलह के रास्ते भी खोल रखे हैं।
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