अटल के अस्थि विसर्जन के खर्चे को लेकर यूपी सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के राजधानी में अस्थि विसर्जन कार्यक्रम का पूरा खर्च सूचना विभाग लखनऊ विकास प्राधिकरण को देगा। शासन स्तर पर निर्णय के बाद सूचना विभाग की ओर से एलडीए को इस सम्बन्ध में पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है।

Update:2019-06-26 22:11 IST

लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के राजधानी में अस्थि विसर्जन कार्यक्रम का पूरा खर्च सूचना विभाग लखनऊ विकास प्राधिकरण को देगा। शासन स्तर पर निर्णय के बाद सूचना विभाग की ओर से एलडीए को इस सम्बन्ध में पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है।

अटल जी के मृत्यु के बाद राजधानी में अस्थि विसर्जन के लिए तय कार्यक्रम की व्यवस्था उस समय लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने की थी। एलडीए ने ही तात्कालिक तौर पर सारा खर्च अपने स्तर पर किया था। उस समय इसके लिए बजट नहीं दिया गया था। शासन ने बाद में बजट देने की बात कही थी।

यह भी पढ़ें...नीति आयोग की रिपोर्ट पर UP के स्वास्थ्य मंत्री की सफाई, इनको बताया दोषी

कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभु नारायण, सचिव व वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में कार्यक्रम में हुए खर्च की फाइल तैयार की गई। इस खर्च को बोझ प्राधिकरण खुद नहीं वहन करना चाहता था। इसलिए फाइल को शासन स्तर पर भेज दिया गया। करीब दस माह बीतने के बाद अब शासन स्तर से अस्थि विसर्जन कार्यक्रम की फाइल पर निर्णय किया गया है। इसमें इस खर्च का भुगतान सूचना विभाग द्वारा करने को कहा गया है।

बुधवार को सूचना निदेशक शिशिर ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव मंगला प्रसाद को पत्र लिखकर शासन स्तर से लिये गये फैसले से अवगत कराया है। सूचना निदेशक ने 23 अगस्त 2018 को हुए अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में आये खर्च करीब 2.54 करोड़ रुपये को विभाग द्वारा वहन करने की बात पत्र में कही है। बजट न मिलने से कार्यक्रम आयोजित करने वाली कम्पनी को एलडीए धनराशि नहीं दे पाया था। अब उसे भुगतान मिलने के बाद वह इसे दे पायेगा।

यह भी पढ़ें...Bollywood: शाहरुख़ खान बनायेंगे अपनी इस सुपरहिट फिल्म का डिजिटल रीमेक

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को लेकर देश के तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ आये थे। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम झूलेलाल पार्क में रखा गया था, जहां पर स्टेज से लेकर साउंड बाक्स, टेंट, लाइट और बैरिकेड आदि की व्यवस्था की गई थी। इस कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश के मंत्रीगण, आलाधिकारी मौजूद रहे थे।

Tags:    

Similar News