Azamgarh News: छात्रा की मौत पर सहेली का चौंकाने वाला खुलासा, बोली-अचानक उसे प्रिंसिपल ने बुलाया और फिर...
Azamgarh Student Death Case: आजमगढ़ में छात्रा की मौत मामले में नया खुलासा सामने आया है। अब मृतक छात्रा की दोस्त सामने आई है। उसने छात्रा को लेकर चैंकाने वाला सच बताया है। वहीं इस मामले में कॉलेज के शिक्षक और प्राचार्य की गिरफ्तारी को लेकर प्रदेश के निजी स्कूलों ने बंदी का फैसला लिया है।
Azamgarh Student Death Case: आजमगढ़ चिल्ड्रंस कॉलेज में छात्रा की मौत के मामले में नया खुलासा सामने आया है। जहां मंगलवार को प्रदेश भर के निजी स्कूलों ने चिल्ड्रंस गल्र्स कॉलेज, हरबंशपुर के प्राचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में बंद का ऐलान किया है तो वहीं, छात्रा की मौत मामले में उसकी सहेली ने चैंकाने वाला खुलासा किया है। हरबंशपुर स्थित गल्र्स कॉलेज में 31 जुलाई को छत से गिरने से छात्रा की मौत हो गई थी। इस बीच छात्रा की दोस्त अब सामने आई है। छात्रा की सीट के बगल में बैठने वाली उसकी सहेली ने इस घटना की हकीकत बयां करते हुए कहा कि घटना के दिन यानी 31 जुलाई को छात्रा नॉर्मल थी।
पांचवीं घंटी के दौरान अचानक उसे बुलाया गया और वह प्राचार्य कक्ष में गई। सातवीं घंटी में पूरे स्कूल में हल्ला होने लगा। इस शोर में हमें समझ में ही नहीं आया कि क्या हुआ है? कुछ लड़कियां बंदर के डर के कारण किसी छात्रा के गिरने का अनुमान लगा रही थी। इसी दौरान अचानक स्कूल में छुट्टी कर दी गई। सामान्य तौर पर छुट्टी का समय दोपहर 2ः30 बजे है। लेकिन, उस दिन दोपहर 2 बजे ही छुट्टी कर दी गई। सभी छात्राएं स्कूल से बाहर निकल गईं।
मेरी रेपुटेशन कैसे वापस आएगी?
सहेली ने बताया कि वह पढ़ाई-लिखाई में अच्छी थी। शुक्रवार 28 जुलाई को पहली बार उसे बुलाया गया था। वह क्लास में वापस लौटकर आई तो काफी परेशान थी। उसने क्लास में टीचर से कहा था कि मेरी रेपुटेशन कैसे वापस आएगी? इसके बाद सोमवार 31 जुलाई को दोबारा उसे प्राचार्य कक्ष में बुलाया गया और शायद वह इसे सहन नहीं कर पाई। इसके बाद उसने खौफनाक कदम उठाया।
पिता ने लगाया था गंभीर आरोप
हरबंशपुर स्थित गल्र्स कॉलेज में 31 जुलाई को छत से गिरने से छात्रा की मौत के मामले में एसपी कार्यालय पहुंच कर छात्रा के पिता ने बच्ची की मौत के पीछे कॉलेज में उसके साथ गलत व्यवहार को कारण बताया था। घटना के दिन उसके साथ रेप की घटना तक का आरोप लगाया गया।
प्रदेश भर के निजी स्कूलों में बंदी
राजधानी समेत पूरे उत्तर प्रदेश के निजी विद्यालय मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं। एक दिन पहले ही स्कूलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया गया था। यह निर्णय स्कूल प्रबंधन ने आजमगढ़ के स्कूल के मामले में समर्थन देते हुए लिया है। प्रदेश भर के स्कूल प्राचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। यह फैसला अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने आजमगढ़ चिल्ड्रन गल्र्स कॉलेज की प्रिंसिपल और टीचर की पिछले सोमवार हुई गिरफ्तारी का विरोध करते हुए लिया है। हालांकि, राजधानी समेत प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालय खुले हैं। उपसा के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के अनुसार, यह केवल आजमगढ़ का ही मामला नहीं है। वर्तमान हालात में सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को डांटने तक से पहले शिक्षक कई बार सोचते हैं कि कहीं वह कोई गलत कदम न उठा ले।
जमानत याचिका खारिज
वहीं आजमगढ़ मामले में सोमवार को कोर्ट ने भी प्रिंसिपल और टीचर की जमानत याचिका खारिज कर दिया। इसके बाद संगठन ने आठ अगस्त को एक दिन की सांकेतिक बंदी कर शिक्षकों की नाराजगी जाहिर करने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रदेश के सभी निजी विद्यालय बंद हैं। इस दौरान शिक्षक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट कर रहे हैं। वहीं, सीएम को भेजे गए पत्र में गाइडलाइंस जारी करने के साथ ही सुरक्षा की मांग भी उठाई गई है। कहा गया है कि ऐसे मामलों में पुलिस तुरंत कार्रवाई की जगह पहले सत्यता की जांच करे। इसके लिए पुलिस विभाग को निर्देशित करने और सभी विद्यालयों को पत्र के माध्यम से अवगत कराने की मांग रखी है। वहीं लखनऊ प्री स्कूल असोसिएशन ने भी इस बंदी का समर्थन किया है। संगठन के अध्यक्ष अनूप अग्रवाल के अनुसार पहले भी ऐसी घटनाएं होती रहीं है, जिसमें पूरा दोष स्कूल को देते हुए कार्रवाई हुई है। कहा कि अब यह स्वीकार नहीं होगा।