Bulandshahar News: केरल के राज्यपाल ने कहा- नहीं देखी ‘दि केरेला स्टोरी’, सांप्रदायिक सौहार्द खत्म करने की हो रही साजिश
Bulandshahar News: बुलंदशहर आए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि उन्होंने ‘दि केरेला स्टोरी’ नहीं देखी है। लेकिन केरल में पिछले एक-दो दशक से सामाजिक दरार पैदा करने के सुनियोजित प्रयास हो रहे हैं। कुछ लोग इस प्रयास में है कि वहां सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारा खत्म हो।
Bulandshahar News: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज बुलंदशहर के अमरगढ़ में अपने गुरु पूर्ण चंद शास्त्री के निधन के बाद शोक व्यक्त करने उनके घर पहुंचे। अपने गुरू के निधन पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि ‘मुझे बनाने में माता-पिता और गुरु की भूमिका से अधिक योगदान पूर्ण चंद शास्त्री का रहा है। उनके इस कृतज्ञ का जीवन भर ऋणी रहूंगा।’ वार्ता के दौरान कई बार केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान की आंखों से आंसू भी छलके। इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने ‘दि केरेला स्टोरी’ के बारे में भी ग़मगीन तौर पर अपनी राय जाहिर की।
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समाज में दरार पैदा करने की कोशिश
बुलंदशहर आए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि उन्होंने ‘दि केरेला स्टोरी’ नहीं देखी है। लेकिन केरल में पिछले एक-दो दशक से सामाजिक दरार पैदा करने के सुनियोजित प्रयास हो रहे हैं। कुछ लोग इस प्रयास में है कि वहां सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारा खत्म हो। उन्होंने कहा कि केरल में एक प्रोफेसर के हाथ काट दिए जाते हैं, कुछ अन्य घटनाएं हुईं, जिससे सामाजिक सौहार्द पर प्रभाव पड़ा। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि केरल में हिंदू और मुस्लिम सबकी भाषा, खानपान, पहनावा अब एक जैसा है। वहां के सभी लोग बहुत ही अच्छे और सौहार्द का वातावरण में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। लेकिन एक दरार पैदा करने का सुनियोजित साज़िश चल रही है।
पूर्ण चंद शास्त्री के निधन पर शोक
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के गुरू रहे पूर्ण चंद शास्त्री के निधन से उनके गांव में शोक की लहर है। शोकाकुल परिजन खुद को संभाल नहीं पा रहे थे। शोक-संवेदना प्रकट करने पहुंचे राज्यपाल भी इस दौरान काफी गमगीन नजर आए। उनकी नम आंखों को देख, आसपास के लोग उनकी संवेदना को देख भावुक रहे। गमगीन माहौल में लोगों ने बातें कर स्व. पूर्ण चंद शास्त्री को याद किया।
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