Jhansi News: रेलवे से रिटायर्ड चाचा का मकान कुर्क, रेलवे पटरी चोरी के मामले में सालों से फरार

Jhansi News: रेलवे पटरी चोरी के मामले में मिली अग्रिम जमानत के बाद से फरार चल रहे हैं।

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Monika
Update: 2021-12-15 09:21 GMT

मकान कुर्क (फोटो : सोशल मीडिया )

Jhansi News: न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (रेलवे) बांदा के आदेशानुसार रेल सुरक्षा बल (Railway Protection Force) और स्थानीय पुलिस (Jhansi Police) के सहयोग से स्टेशन डायरेक्टर के रेलवे से रिटायर्ड चाचा के मकान को कुर्क (makan kurk) कर दिया। उक्त आरोपी रेलवे के एकाउंट विभाग में आईएसए (स्टॉक वेरीफायर) के पद पर तैनात रहे हैं। रेलवे पटरी चोरी के मामले में मिली अग्रिम जमानत के बाद से फरार चल रहे हैं।

मालूम हो कि कोतवाली थाना क्षेत्र के बंगला घाट में दीपक कुमार भटनागर परिवार समेत रहते थे। वह रेलवे के एकाउंट विभाग में आईएसए के पद पर झाँसी मंडल के घाटमपुर सेक्शन में तैनात थे। वर्ष 2005 में घाटमपुर रेलवे सेक्शन से रेलवे पटरी चोरी की गई थी। इसकी कीमत लाखों रुपये थी । इस मामले में तत्कालीन जूही इंस्पेक्टर मनोज कुमार गौतम ने दीपक भटनागर समेत नौ लोगों के खिलाफ रेलवे संपत्ति चोरी का मुकदमा दर्ज किया था। रेल सुरक्षा बल ने दीपक भटनागर को पकड़ने के लिए कई बार दबिश दी थी। इस मामले में नौ आरोपी प्रकाश में आए थे। इनमें दो आरोपी की मौत हो चुकी हैं, जबकि दीपक कुमार ने अग्रिम जमानत करवा ली थी। इसी दौरान उसका तबादला आगरा मंडल में हो गया था। वहीं, उक्त मामला रेलवे कोर्ट बांदा में चल रहा है। अदालत दीपक भटनागर के खिलाफ 82 की कार्रवाई की थी। इसके बावजूद वह अदालत में हाजिर नहीं हो सका। इसके बाद अदालत ने उक्त आरोपी के खिलाफ 83 की कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

2018 में रेलवे से सेवानिवृत्त कर दिए गए दीपक भटनागर

इस आदेश के तहत मंगलवार को मंडल सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार ने सहायक सुरक्षा आयुक्त ग्वालियर संजय सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। इस टीम में स्टेशन पोस्ट प्रभारी निरीक्षक आर के कौशिक, जूही निरीक्षक शिप्रा, लोको इंस्पेक्टर नरेश धनकण, एसआई नंदलाल मीना, एसआई शराफत अली, सहायक उपनिरीक्षक आरपीएफएस एम ए मीर, दो महिला सदस्य समेत 24 अधिकारी व स्टाफ वीडियोग्राफर राजीव को लेकर टीम कोतवाली पहुंची। इसके बाद टीम ने बड़ागांव गेट चौकी प्रभारी मुकेश कुमार गौतम, लेखपाल सदर हरिशचंद्र राजपूत को लेकर आरोपी दीपक भटनागर के घर पहुंची। वहां पर दीपक भटनागर के भाई राकेश कुमार भटनागर व सुनील कुमार भटनागर मिले। न्यायालय द्वारा जारी 83 की कार्यवाही से संबंधित वारंट को दिखाकर कार्यवाही करने से अवगत कराया गया तो उनके द्वारा दीपक भटनागर द्वारा पूर्व में प्रयोग किए जा रहे एक कमरे को दिखाया व लिखित में दिया कि यह दीपक कुमार भटनागर पुत्र स्वर्गीय दुर्गा प्रसाद भटनागर पता उपरोक्त के हिस्से का कमरा है जिसमें ताला बंद था। दो स्वतंत्र गवाह के समक्ष वीडियोग्राफी कराते हुए कमरे को सील कर दिया। बताते हैं कि दीपक भटनागर वर्ष 2018 में रेलवे से सेवानिवृत्त कर दिए गए।

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