यूपी: दलित ग्राम प्रधान की हत्या पर गरमाई सियासत, कांग्रेस के कई बड़े नेता नजरबंद

यूपी के आजमगढ़ में दलित पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के मामले पर सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज सत्यमेव जयते के गांव उनके परिवार से मुलाकात करने के लिए जा रहा था, लेकिन उन्हें रोक दिया है।

Update: 2020-08-20 06:26 GMT
कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू और पीएल पुनिया को गांव में जाने से रोकती पुलिस की फोटो

लखनऊ: यूपी के आजमगढ़ में दलित पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के मामले पर सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज सत्यमेव जयते के गांव उनके परिवार से मुलाकात करने के लिए जा रहा था, लेकिन उन्हें रोक दिया है। कांग्रेस के बड़े नेताओं को सर्किट हाउस के अंदर नजरबंद किया गया है।

बताया जा रहा है कि जिन नेताओं को नजरबंद किया गया है, उनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत शामिल हैं। इन्हें यहां पर जिला प्रशासन की तरफ से रोका गया है।

हत्या की प्रतीकात्मक फोटो

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कांग्रेस के किसी भी कार्यकर्ता को इन नेताओं से मिलने पर रोक लगा दी गई है। मीडिया को भी सर्किट हाउस में जाने से रोका जा रहा है। पीएल पुनिया, अजय कुमार लल्लू और नितिन राउत को नजरबंद किए जाने की पुष्टि वहां के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने कर दी है।

जबकि इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन का कोई भी बड़ा अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा हैं। बता दें कि गत दिनों दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम को आजमगढ़ जिले के बांसगांव गांव में तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मार दी थी। बाद में उसकी मौत हो गई थी।

आरोप है कि ये सब एक उच्च जाति के आरोपी के इशारे पर किया गया था क्योंकि उसने सामाजिक न्याय की पैरवी की थी।

हत्या की प्रतीकात्मक फोटो

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सड़क से लेकर सदन तक इस लड़ाई को लड़ने के लिए प्रतिबद्ध- लल्लू

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सेन्ट्रल बार एसोसिएशन द्वारा राजधानी लखनऊ में फीस माफी को लेकर चलाये जा रहे आन्दोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा है कि कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक कन्धे से कन्धा मिलकर इस लड़ाई को लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी विधानसभा सत्र में यह सवाल प्रमुखता के साथ उठाया जायेगा।

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