Etah News: 6-6 सालों से एक ही जगह जमे हैं पंचायत सचिव, शासनादेश को हवा में उड़ा रहे अफसर
Etah News: प्रदेश सरकार के आदेश को भी नहीं मान रहे पंचायत सचिव।
Etah News: एटा जनपद के ब्लाक अवागढ़ क्षेत्र भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा तहसील क्षेत्रान्तर्गत अवागढ़ ब्लाक को आकांक्षी ब्लॉक के रूप में चयनित किया गया है। मगर इस ब्लॉक में विभागीय उच्च अधिकारियों की मनमानी के चलते तीन साल से ज्यादा समय से जमे पड़े आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत अधिकारियों (पंचायत सचिव) का तबादला अभी तक नही किया गया है। जबकि गत लोकसभा चुनाव से पूर्व भी चुनाव आयोग के साथ- साथ शासन द्वारा भी वर्षो से एक ही ब्लॉक में तैनात पंचायत सचिवों को हटाये जाने का आदेश जारी किया गया था।
पंचायत सचिव नहीं छोड़ रहे ब्लॉक
आपको बात दें कि प्रदेश सरकार द्वारा एक आदेश जारी कर ग्राम पंचायत सचिवों की तबादला नीति में बदलाव किया गया है। शासन के नये निर्णय के मुताबिक जिले में कार्यरत पंचायत सचिव की कुल संख्या के अधिकतम दस प्रतिशत तबादले हर साल किये जा सकेंगे। जिले की ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों की निगरानी के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारियों की तैनाती की गई है। इनके जिम्मे ही भुगतान संबंधी सारे कार्य होते है। लाखों रुपये के भुगतान प्रधान व सचिव के डोंगल से ही होते हैं। ऐसे में कई जगहों में ग्राम प्रधान के साथ साठगांठ होने से सचिव वर्षों तक ब्लाक नहीं छोड़ रहे है।
छह साल से ज्यादा समय से है तैनात
तहसील क्षेत्र के इस आकांक्षी ब्लॉक मे ऐसे पंचायत सचिव की लंबी फेहरिस्त है जो इस ब्लाक में चार से लेकर छह सालों से अधिक समय से तैनात है। लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा तबादला न किये जाने से शासन का यह फरमान अवागढ़ ब्लॉक में फिलहाल मखौल बना हुआ है। जबकि लोकसभा चुनाव से पूर्व केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा भी गत मार्च माह में तीन साल से अधिक समय से एक ही ब्लॉक में कार्यरत पंचायत सचिवों को हटाये जाने का आदेश जारी किया गया था। जो रद्दी की टोकरी की शोभा बनकर रह गया है।
खण्ड विकास अधिकारी ने क्या बताया
वही खण्ड विकास अधिकारी मोहम्मद ज़ाकिर ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक एक ब्लॉक में एक पंचायत सचिव तीन वर्ष से अधिक समय तक तैनात नही रह सकता है। अवागढ़ ब्लॉक में ग्राम पंचायत सचिव सुरेन्द्र सिंह यादव बीते छह वर्षो से भी अधिक समय से तैनात है। इनके अलावा निहाल सिंह, प्रभात यादव, विष्णु कुमार,अजीत कुमार, सुधीर कुमार आदि अनेक पंचायत सचिव तीन वर्ष से अधिक का समय पूरा कर चुके हैं।