Etah News: होटल खरीद में लाखों की स्टांप चोरी, मामले की जांच शुरू

Etah News: शहर के दीनदयाल चौक के निकट होटल गुप्ता पैलेस होटल में हाल ही में आग लग गई थी, तब अग्निशमन अधिकारियों ने होटल पर अग्निशमन विभाग की परमिशन न होने की भी जानकारी दी थी।

Report :  Sunil Mishra
Update: 2024-05-21 12:30 GMT

होटल खरीद में लाखों की स्टांप चोरी, मामले की जांच शुरू: Photo- Newstrack

Etah News: प्रदेश के एटा जनपद मुख्यालय के प्रमुख चौराहे पर स्थित होटल गुप्ता पैलेस की खरीद में मिलीभगत के चलते लाखों रुपए के स्टांप चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में प्रशासन ने पुन: जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इस मामले पहले भी एटा के एक युवक ने शिकायत की थी, लेकिन खानापूर्ति करते हुए शिकायत का निस्तारण कर दिया गया था।

शहर के बीचों-बीच प्रमुख चौराहे पर स्थित दीनदयाल चौक के निकट होटल गुप्ता पैलेस होटल में हाल ही में आग लग गई थी, तब अग्निशमन अधिकारियों ने होटल पर अग्निशमन विभाग की परमिशन न होने की भी जानकारी दी थी, जिसमें होटल निर्माण के समय अग्निशमन के नियमों का पालन नहीं किया गया। नोटिस के बाद कोई जबाब न देना और खुलेआम होटल का संचालन किसी बड़े नेता का बर्दहस्त होने का संकेत देता है, तभी से यह होटल सुर्खियों में बना हुआ है।

बीते दो माह से स्टांप चोरी के मामले को लेकर जांच चल रही है। एटा के पीपल अड्डा निवासी चंद्रपाल ने जिलाधिकारी से लिखित शिकायत करके पूरे मामले की पोल खोल दी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि 13 जून, 2019 को जैनव बेगम पत्नी मुहम्मद रफीक निवासी हिंदू नगर ने समीर प्लाजा के नाम से संचालित होटल का बैनामा वेदप्रकाश गुप्ता के नाम किया था, जिसमें कमर्शियल संपत्ति को आवासीय संपत्ति दिखा दो खंडों में विभाजित कर बैनामा कराया गया था। शिकायत में आरोप है कि स्टांप बचाने के लिए नक्शे में परिवर्तन कर दिया गया।

71 लाख रुपए से अधिक के स्टांप कम लगाने का आरोप

बताते चलें कि समीर प्लाजा होटल का संचालन वर्ष 2013-14 से हो रहा था, जो नक्शे में इमारत कामर्शियल बिल्डिंग प्लान फार्म के रूप में दर्ज है। शिकायतकर्ता के अनुसार, बैनामा कराते समय स्टांप ड्यूटी पूरी नहीं लगाई गई, जिसकी शिकायत पर 13 जून, 2019 को सहायक महानिरीक्षक महानिबंधन ने स्टांप की कमी बताकर 17 जून को अपनी आख्या दी थी, जिसमें 71 लाख 88 हजार 480 रुपए के स्टांप कम पाये गए। शिकायत के बाद जब खलबली मची तो उस समय के तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारियों ने 8777 व 50 हजार रुपए के स्टांप लगवाकर उक्त मामले का निस्तारण कर उसे फिर से ठंडे वस्ते में दफन कर दिया।

एडीएम को सौंपी जांच

शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि लीपापोती करने से लाखों रुपये की राजस्व की हानि हुई। जानकारी होने पर शिकायतकर्ता ने जब शिकायती पत्र जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह को सौंपा तो उन्होंने मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश को सौंप दी। यह जांच अभी भी जारी है।

अपर जिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने 19 अप्रैल 2024 को नोटिस देकर होटल संचालक को जांच हेतु कार्यालय बुलाया था, उस समय होटल संचालक ने जबाब के लिए एक माह का समय मांगा तो 27 अप्रैल जवाब देने के लिए तारीख दे दी गई। इसके साथ ही यह निर्देश शहर कोतवाली पुलिस को भी दिए गए कि होटल गुप्ता पैलेस की बिल्डिंग में अगर किसी भी तरह का निर्माण हो रहा है या कभी हो तो उसे तत्काल रोका जाए।

वहीं, होटल संचालक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि उन्होंने जब बैनामा कराया था, उसी समय मामले का निस्तारण हो गया था। हमारे पास सारे दस्तावेज हैं।

इस मामले में चल रही जांच

वहीं, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश ने बताया कि शहर के बीचो-बीच प्रमुख चौराहे पर स्थित होटल गुप्ता पैलेस की खरीद में स्टांप ड्यूटी की कमी का मामला संज्ञान में आया है। इस होटल को लेकर अन्य भी कई मामले हैं, जांच चल रही है। होटल संचालक को नोटिस देकर बुलाया गया, लेकिन वे नहीं आए। नक्शे में भी हेरफेर की बात सामने आई है। जांच में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। इसके साथ-साथ अग्निशमन विभाग से भी एनऒसी न लेकर होटल निर्माण किये जाने के मामले की भी जांच चल रही है। 

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