इनको मिला कोरोना वारियर्स सम्मान, लॉकडाऊन के दौरान दिया था महत्वपूर्ण योगदान

जिला जन कल्याण महासमिति झांसी तथा रानी झांसी फाऊण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर के एन.सी.सी. कैडेट्स को लॉकडाऊन के दौरान पुलिस तथा जिला प्रषासन के सहयेाग हेतु कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मनित किया गया।

Update:2020-06-03 14:17 IST

झाँसी: जिला जन कल्याण महासमिति झांसी तथा रानी झांसी फाऊण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर के एन.सी.सी. कैडेट्स को लॉकडाऊन के दौरान पुलिस तथा जिला प्रषासन के सहयेाग हेतु कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मनित किया गया।

बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी सभागर के भूतन पर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर में 56 बटालियन तथा 32 बटालियन के 53 एन.सी.सी. कैडेट्स को उनके सराहनीय कार्यो हेतु प्रमाण पत्र तथा मैडल देकर सम्मानित किया गया।

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एन.सी.सी. कैडेट्स का कार्य अत्यन्त सराहनीय रहा

इस अवसर पर बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर में एन.सी.सी. के प्रभारी मेजर सुनील काबिया ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि लॉकडाऊन के दौरान विश्वविद्यालय के एन.सी.सी. कैडेट्स का कार्य अत्यन्त सराहनीय रहा। एन.सी.सी. कैडेट्स ने इस दौरान जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर परिवहन व्यवस्था को सुचारू रखने और बैंको, मण्डियों तथा अन्य स्थानों पर प्रशासन द्वारा नियुक्त किये जाने पर आम जनता से सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करवाने में सहयोग किया।

मौका मिला तो फिर से अपनी ड्यूटी पर तैयार मिलेंगे

मेजर काबिया ने कहा कि उनके कैडैट्स के द्वारा यह कार्य किसी सम्मान या प्रशंसा के लिए नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि उनके कैडैट्स आज भी इस बात के लिए तैयार हैं कि यदि प्रषासन उन्हें पुन: उत्तरदायित्व सौपता है तो फिर से अपनी ड्यूटी पर तैयार मिलेंगे। प्रो.काबिया ने इस दौरान के अपने संस्मरणों को याद करते हुए बताया कि कई बार कैडैट्स अपने लिए मिले भोजन के पैकेट, पानी की बोतलें व फल आदि यात्रा करने वाले प्रवासियों को दे दिया करते थे।

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उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय तथा एन.सी.सी. प्रभारी होने के नाते स्वयं उनके लिए गौरव की बात है कि विभिन्न स्तरों से एन.सी.सी. कैडेट्स के लिए प्राप्त फीडबैक बहुत सराहनीय रहा तथा प्रषासन के साथ-साथ आम नागरिकों ने भी कैडैट्स की सेवा भावना की तारीफ की। उन्होंने बताया कि इस दौरान विश्वविद्यालय के 300 एन.सी.सी. कैडेट्स को ड्यूटी पर लगाया गया था, जबकि 1000 कैडेट्स को रिजर्व में रखा गया था, जिन्हें किसी भी समय प्रशासन की सहायता के लिए ड्यूटी पर भेजा जा सकता था।

जिला जन कल्याण महासमिति के केन्द्रीय अध्यक्ष डा.जितेंद्र कुमार तिवारी ने कहा की उनके संगठन ने झांसी में लॉकडाऊन के दौरान कोरान महामारी से निपटने में कार्यरत डाक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस विभाग तथा स्वच्छता कर्मियों को ही कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मानित करने का विचार बनाया था परन्तु विभिन्न स्तरों पर ज्ञात हुआ कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के एन.सी.सी कैडैट्स ने जिला तथा पुलिस प्रषासन के साथ सहयेाग कर जो सराहनीय कार्य किया है उसके लिए कहा जा सकता है कि हमारी संस्था उन्हें सम्मानित नहीं कर रही हैं बल्कि इन कोरोना वारियर्स को सम्मान देकर स्वयं सम्मानित हो रही हैं।

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यह छात्रों के लिए भी गौरव की बात है

उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन में एनसीसी के छात्रों की भूमिका को सदैव याद रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि एन.सी.सी कैडैट्स के सराहनीय कार्य के पीछे उनके प्रभारी प्रो.काबिया तथा डा.रश्मि सेंगर का महत्वपूर्ण योगदान है। बुन्देलखण्ड विवविद्यालय में अभियांत्रिकी संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो.एस के कटियार ने छात्रों को उनके द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर सम्मानित करने हेतु जिला जन कल्याण महासमिति की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह छात्रों के लिए भी गौरव की बात है कि उन्हें विभिन्न संगठनों के द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला जन कल्याण महासमिति झांसी द्वारा बुन्देलखण्ड विष्वविद्यालय के एन.सी.सी. प्रभारी प्रो.सुनील काबिया तथा डा.रश्मि सेंगर को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय में एन.सी.सी. की महिला विंग की प्रभारी लैफ्टिनेण्ट डा.रश्मि सेंगर ने किया। इस अवसर पर श्रीमती शिवानी अग्रवाल, श्रीमती रंजना उपाध्याय, कुमारी पल्लवी शर्मा, अब्दुल नोमान, मनोज अग्रवाल, सतीश उपाध्याय, अजय शर्मा हेमंत चंद्रा सहित एन.सी.सी. कैडैट्स उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: बी.के. कुशवाहा

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