राम मंदिर भूमि पूजन: पीएम मोदी जय सियाराम से शुरू किया संबोधन, दिया ये संदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। यह राष्ट्रीय भावना और करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का प्रतीक बनेगा।
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। यह राष्ट्रीय भावना और करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का प्रतीक बनेगा। साथ ही आने वाली पीढ़ियों को आस्था संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होने कहा कि राममंदिर के निर्माण से अयोध्या की भव्यता ही नहीं बढ़ेगी बल्कि इस क्षेत्र का पूरा अर्थतंत्र ही बदल जाएगा। राममंदिर यह भारतीय संस्कृति की अमूल धरोहर होगा।
ये भी पढ़ें:Ram Mandir: मोहन भागवत ने दिया संदेश, अब हमे अयोध्या को सजाना है
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में राममंदिर शिलान्यास कार्यक्रम के बाद वहां उपस्थित संतो और महानुभावों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे । पूरी दुनिया से लोग यहां आएगें। काफी कुछ बदलेगा। राममंदिर का निर्माण राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। नर को नारायण से जोड़ने का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज के ऐतहासिक पल युगो तक कीर्ति पताका फहराते रहेंगे। यह करोडों रामभक्तो की सत्यता का प्रमाण है।
आस्था बलिदान की न्यायपूर्ण भारत की अनुपम भेट है। यह मंदिर युगो युगो तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश राममय है। पूरा देश रोमाचित है। हर मन दीपमय है। पूरा भारत भावुक है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है। करोड़ों लोगों को यह विश्वास ही नहीं हो रहा है। वर्षो से टाट में बैठे रामलला के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। आज रामजन्मभूमि मुक्ति हुई है।
स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था। देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान न दिया गया हो। 15 अगस्त का दिन लाखो बलिदानो का दिवस है। ठीक उसी तरह राममंदिर के लिए कई सदियां कई पीढ़ियों ने एकनिष्ठ प्रयास किया है। आजा का दिन उसी का प्रतीक है। राममंदिर आंदोलन अर्पण भी था तर्पण भी था। जिनके संघर्ष से आज का दिन साकार हो रहा है। ऐसे सभी लोगों का वंदन करता हूँ। मोदी ने कहा कि जब हमे कोई प्रेरणा लेनी होती है तो भगवान राम की तरफ ही देखते है। राम का अस्तित्व मिटाने का खूब प्रयास हुआ पर राम आज भी मन में बसे हुए है। वह भारत की मर्यादा है। मर्यादा पुरुषोत्तम है।
कोरोना के कारण हो रहा मर्यादाओं का पालन
उन्होने कहा कि कोरोना के कारण मर्यादाओं का पालन हो रहा है। इस मर्यादा का पालन देश ने राम की मर्यादा की तरह ही किया है। कोर्ट का फैसला आने पर जिस मर्यादा का पालन किया गया उसी तरह की मर्याटा का पालन आज भी किया गया ।
ये भी पढ़ें:भूमि पूजन करा रहे पुरोहित ने पीएम मोदी से संकल्प की दक्षिणा में मांगी ये खास चीज
मोदी ने कहा कि रामसेतु की तरह ही यहां लाई गई शिलाएं उर्जा का स्त्रोत बन गयी है। ऐसा कभी नहीं हुआ। भारत की आस्था और सामूहिकता की अमोध शक्ति दुनिया के लिए शोध का विषय है। उन्होंने भगवान राम से प्रेरणा लेने की बात कहते हुए सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। राम के गुण युगो तक प्रेरित करते रहेगें। जीवन का कोई ऐसा पहलू नहीं है जहां राम हमे प्रेरणा न देते हो। राम भारत के आदर्श है। देश में राम विभिन्न रूपों में मिलते हैं। वह सबके है। अनेकता में एकता का प्रतीक है। न जाने कितने देषों में नागरिक उन्हे राम से जुडा मानते है। राम विश्वव्यापी है। आज भारत के बाहर रामकथा प्रचलित है। आज इन देशों में करोड़ों लोगों को राममंदिर निर्माण परख़ुशी हो रही होगी।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।