Rampur News: खोजती रह गई पुलिस… जब कुर्की शुरू हुई तो खुद कोर्ट पहुंची जयाप्रदा

Rampur News: आज अभिनेत्री जयाप्रदा अपने अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद लोधी के साथ कोर्ट में पेश हुईं। उन्होंने मामले में अपना बयान दर्ज कराया।

Report :  Aniket Gupta
Update: 2024-04-22 14:14 GMT

Rampur News: फिल्म अभिनेत्री व पूर्व सांसद जयाप्रदा आज यानी सोमवार को खुद यूपी के रामपुर एमपी/एमएलए कोर्ट पहुंची और धारा 313 के तहत अपना बयान दर्ज कराया। जबकि दूसरे मामले में साक्ष्य के साथ गवाहों की सूची प्रस्तुत की। जयाप्रदा अपने अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद लोधी के साथ कोर्ट में पेश हुईं। बता दें, इन मामलों में जयाप्रदा के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। उनकी तलाश में यूपी पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, लेकिन उनका पता नहीं चल सका था। कोर्ट ने दोनों मामलों में अब सुनवाई के लिए 2 मई की तारीख तय की है।

2019 लोकसभा चुनाव का है मामला

बता दें, पूर्व सांसद जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के दोनों मामले 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान के हैं। जिनमें एक मामला स्वार क्षेत्र का है। स्वार कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता के बावजूद नूरपुर गांव में सड़क के उद्घाटन का आरोप है। वहीं दूसरा मामला केमरी थाने का है, जिसमें जयाप्रदा के खिलाफ पिपलिया मिश्र गांव में आयोजित जनसभा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। बता दें, दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया था।

पुलिस टीम ने कई जगहों पर मारे थे छापे

बयान दर्ज कराने तय तारीख पर कोर्ट नहीं पहुंचने पर न्यायालय ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। कोर्ट के आदेश पर पुलिस अधीक्षक ने जयाप्रदा की तलाश में एक टीम गठित की थी, जिसने दिल्ली, मुंबई आदि संभावित ठिकानों पर छापा मारा था। लेकिन जयाप्रदा हाथ नहीं लग सकी थीं। इसके बाद न्यायालय ने उनके खिलाफ कुर्की की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिये थे। बीते 27 फरवरी को कोर्ट ने उनके खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 के तहत नोटिस जारी किया था। साथ ही एसपी को उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के आदेश भी दिए थे।

स्वास्थ्य कारणों से कोर्ट में पेश नहीं हो रहीं थी जयाप्रदा

इसके बाद बीते 4 मार्च को अभिनेत्री जयाप्रदा कोर्ट पहुंची और वारंट वापसी का प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें कहा था कि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से वह कोर्ट नहीं आ पा रहीं थी। इसपर कोर्ट ने उनके खिलाफ जारी वारंट वापस कर दिए थे। इसके बाद मुकदमों में सुनवाई शुरू हो सकी।

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