Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी की खौफनाक दास्तां, रामपुर के घायल किसान ने सुनाई आपबीती...
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी में हुए दर्दनाक हादसे में कई किसानों की मौत हो गई और इसमें दो किसान रामपुर के भी घायल हो गये जिस में एक किसान गुरजीत सिंह जिसकी टांग टूट गयी और कई चोटें आई हैं।
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी में हुए बवाल (Lakhimpur Kheri Mein Bawal) में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई। कई लोग घायल हुए। इनमें दो घायलों का उपचार रामपुर की सीमा से सटे उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जिसमें एक की हालत गंभीर देखते हुए उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया है। जी हां, किसान पिछले कई महीने से आंदोलन कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
लखीमपुर खीरी में किसानों ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के कार्यक्रम को लेकर उनके घेराव की और उन्हें काले झंडे दिखाने की तैयारी थी। जिस वजह से जिला प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए थे। लेकिन हालात तब बेकाबू हो गए जब भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे सहित कई लोगों ने किसानों पर कार चढ़ा दीं और कार से रौंद दिया। इसमें कई किसानों की मौत (Kisano Ki Maut) हो गई और कई घायल हो गये।
रामपुर के किसानों में भी आक्रोश
जनपद रामपुर (Rampur) के किसानों में लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर काफी आक्रोश है। कई दर्जन किसान रामपुर की अलग-अलग तहसीलों से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। भाजपा के मंत्री के बेटे द्वारा जिस तरह से क्रूरतम घटना की गई है, उसकी सभी लोग निंदा कर रहे हैं।
मामला लखीमपुर खीरी से जुड़ा हुआ है जहां पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का एक कार्यक्रम था जिसमें भाग लेने के लिए वे आ रहे थे। डिप्टी सीएम के लिए बनवीरपुर में हेलीपैड बनाया गया था उसके बाद उन्हें वहां से कार द्वारा तिकुनिया में एक कार्यक्रम में शामिल होना था।
केंद्रीय मंत्री के बेटे ने किसानों पर चढ़ाई गाड़ी
पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे किसान हेलीपैड पर पहुंच गए जहां पर उन्होंने डिप्टी सीएम का विरोध किया और काले झंडे दिखाने की तैयारी में थे। प्रशासन ने काफी समझाया लेकिन उसके बाद भी किसान नहीं माने तब उन्होंने डिप्टी सीएम के कार्यक्रम का पहुंचने का रूट डायवर्ट किया। इसी दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे ने कई कारों के काफिले के साथ किसानों पर गाड़ियां चढ़ाकर उन्हें रौंद दिया।
इस खौफनाक घटना में कई किसानों की मौत हो गई और इसमें दो किसान रामपुर के भी घायल हो गये जिस में एक किसान गुरजीत सिंह जिसकी टांग टूट गयी और कई चोटें आई है। उसके अलावा तेजेंदर सिंह विर्क जो किसान तराई संगठन के राष्टीय अध्यक्ष है उनको रुद्रपुर के अस्पताल से दिल्ली मेदांता में रेफर किया गया है।
रामपुर के किसान की आंखों देखी (Rampur Ke Kisan Ki Aankhon Dekhi)
घायल किसान ने बताया मेरा नाम गुरजीत सिंह कोटिया हैं। लखीमपुर में हम गए थे वहां पर एक कार्यक्रम था मुख्यमंत्री डिप्टी सीएम आ रहे थे मौर्य जी, तो वहां का सांसद है बहुत बिगड़ा हुआ है और उसने पहले भी बयान दिया था कि मैं 2 मिनट में किसानों को समेट दूंगा, उसने वही कर दिखाया।
किसान ने बताया हम जा रहे थे और हमने हेलीपैड पर पूरा कब्जा जमा लिया था। हेलीकॉप्टर तो उतर नहीं पाया उनका और डिप्टी सीएम दौरे पर आए या नहीं आए इस बात का हमें नहीं पता। लेकिन हमारे लिए उन्होंने काफिला भेजा और हमें रौंदता हुआ चला गया। हमें 200 मीटर तक रौंदा। वह काफिला था अजय मिश्रा टेनी और उसके लड़के का। वह हमें रौंदता हुआ चला गया। जिसमें काफी किसान घायल हुए, काफी किसान शहीद हुए।
कोटिया ने बताया उनके काफिले में तीन चार गाड़ियां थी और उन्होंने हमारे तराई सिंह संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनकी टीम पर ही ज्यादा हमला बोलते हुए उनको ही टारगेट बनाते हुए हम पर हमला बोल दिया। इस हादसे में तमाम किसानों की मौत हो चुकी है। इलाहाबाद से उन्होंने बदमाश वगैरा बुला रखे थे, जिन्होंने हमला बोला। अभी सुनने में आ रहा है कि वह वहां के नहीं थे। पूरी जानकारी सुबह ही मिल पाएगी, ये सांसद हैं। वहां के मंत्री हैं, संसद में इनके पास मंत्रालय का पद है।
गुरजीत सिंह कहते हैं पहले भी इन्होंने टिप्पणी की थी किसानों के ऊपर। किसानों को लेकर। उसके बाद हम गए। अध्यक्ष साहब गए। पूरी टीम गई। हमने हेलीपैड पर कब्जा जमा रखा था और 3 या 3:30 बजे गुंडे भेज कर, उनका लड़का भी साथ में था। शायद वो भी खुद हो और उन्होंने इस घटना को अंजाम दे दिया।
क्यों उपमुख्यमंत्री का करने गए थे विरोध किसान?
वह कहते हैं हम डिप्टी सीएम का विरोध करने गए थे उन्होंने अपशब्द बोले थे किसानों के लिए। सैकड़ों आदमी गए थे हम बिलासपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। काफी चोटें आई हैं। बरेली और लखनऊ में इलाज के लिए हमारा संगठन नहीं माना इसलिए हम यहां आए हैं। संगठन के अध्यक्ष तेजेंदर सिंह विर्क की भी हालत नाजुक है। उन्हें वहां से यहां रेफर किया गया था फिर यहां से अब दिल्ली रेफर किया गया है, जो भी संयुक्त मोर्चा कॉल देगा हम उसके साथ जाएंगे।
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