थाने में बजे ढोल: बीकेयू ने किया अनोखा प्रदर्शन, उठाई ये मांग

जिसके चलते आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ थाना थानाभवन का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

Update: 2020-08-17 15:12 GMT
Formers Protest

शामली: उत्तर प्रदेश की राजनीति किसानों पर निर्भर करती है। इस नीति को लेकर ही यूपी में बीजेपी सरकार बनी थी। जिसमे यूपी सरकार ने किसानों ने गन्ने के भुगतान का समय 14 दिन निर्धारित किया था। लेकिन यूपी में बीजेपी सरकार को बने 3 साल का समय हो चुका है। आज भी किसान अपने बकाया गन्ना भुगतान को लेकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है।

जिसके चलते आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ थाना थानाभवन का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शामली में किसानों का तीनो शुगर मिलो पर 700 करोड़ रुपये बकाया है। वहीं जिस थाने में बीकेयू द्वारा गन्ने के भुगतान को लेकर धरना दिया जा रहा है। वह यूपी सरकार में केबिनेट मंत्री व गन्ना राज्यमंत्री सुरेश राणा का गृह क्षेत्र है।

किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का धरना प्रदर्शन

Rakesh Singh Tikait

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दरअसल आज किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ ढोल नगाड़ों संग थानाभवन थाने में पहुँचे। जहां पर उन्होंने जनपद शामली के किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की मांग उठाई है। वहीं उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने 14 दिन के अंदर किसानों के बकाया गन्ना भुक्तान का वादा किया था। लेकिन किसानो पर राजनीति कर अपनी राजनीति चमकाने वाली बीजेपी सरकार अपने ही वादे पर झूठी साबित हो रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को बने हुए लगभग 3 वर्ष का समय हो चुका है। लेकिन अभी तक भी किसानो के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हो पाया है।

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इतना ही नहीं किसानों के बकाए गन्ने के भुगतान पर जो ब्याज सरकार द्वारा दिया जाता है वह भी अभी तक किसानों को नहीं दिया गया है। जनपद शामली में तीन शुगर मिल हैं। जिनमें बजाज शुगर मिल थानाभवन, सर सादी लाल शुगर मिल, और गोगर शुगर मिल ऊन शामिल हैं। इन तीनों मिलों पर शामली के किसानों का लगभग 700 करोड रुपए बकाया है। वहीं 700 करोड के बकाए भुगतान को लेकर आज बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ थानाभवन थाने का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं किसानों की मांग है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा।

गन्ना भुगतान एक्ट के अनुसार सरकार करे भुगतान- राकेश टिकैत

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थानाभवन थाने में बकाया गन्ना भुगतान को लेकर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के गन्ना भुगतान को लेकर जो एक्ट बनाया है उस के तहत 14 दिन के अंदर गन्ने का भुगतान करने का दावा किया गया है। अगर एक्ट के अनुसार सरकार ऐसा नहीं करती है तो उसके तहत उसे किसान को 15% ब्याज देना होगा।

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हमारी सरकार से यही मांग है कि सरकार गन्ना भुगतान एक्ट के अनुसार किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान करें। शामली के किसानों का लगभग 700 करोड़ रुपये बकाया है। वहीं सरकार आज हमारे किसानों का ब्याज के साथ गन्ने का भुगतान करे। यही मांग लेकर आज थाने में धरना दिया जा रहा है। जब तक हमारी मांग पूरी नही होगी तबतक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

जब तक भुगतान नहीं होता जारी रहेगा धरना

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भारतीय किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि देखो हमारी मांग एक ही है जो गन्ना एक्ट है हमने कहा कि करने के लिए आओ जो उसमें रूल रेगुलेशन लिखे हुए हैं उसके तहत आप किसानों का भुगतान कर दो। उसमें यह लिखा है कि 14 दिन में गन्ने का भुगतान कर दिया जाए कोई भी शुगर फैक्ट्री अगर 14 दिन में गन्ना भुगतान नहीं करती वह 15% का उस पर इंटरेस्ट देगी। यही होता रहा है कि इंट्रेस्ट भी नहीं रहते और 5- 5 , 6- 6 महीने में यह भुगतान देते हैं। हमें अपना भुगतान चाहिए जो हमारा बाकी बचा हुआ पैसा है उस पर इंटरेस्ट चाहिए। आज पूरे प्रदेश में ब्याज को लेकर और धरना प्रदर्शन जारी है।

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700000000 रुपए के आसपास ब्याज का बैठ रहा है। कोई थोड़ा तो होता नहीं या तो उसको टाइम पर पैसा दे दो या बिजली को उस में ब्याज में देना पड़ता है। जब हर चीज में ब्याज दे रहा है तो उसे समय से पैसा मिलना चाहिए। 700 करोड रुपए बकाया है। जिसने 70 करोड़ रुपए ब्याज ब्याज के हैं। थाने पर किया धरना दिया गया है। ताकि अधिकारी लोग सब थाने आ जाए और मिलकर बात हो जाए। मिलकर कैंपस उन्होंने बंद किया है। जिससे उनसे बात नहीं हो पाती। सुरेश राणा की जिम्मेदारी बनती है जो पॉलिसी के तहत है वह अपने शुगर फैक्ट्री पर सबसे पहले जारी कराएं। कोई संविधान नहीं हुआ है।

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यहां के प्रशासनिक अधिकारी यहां पर, शुगर मिल के अधिकारी यहां पर है और एसडीएम सब यहीं पर है हमें भुगतान चाहिए। जितना भी आ जाता है पहले वह उसमें कटेगा हमारा तो मांगने का काम है जो करना है। उसके तहत हम अपना पैसा मांग रहे हैं। हमारी मांग पूरी होगी पूरा प्रदेश का जो निर्णय होगा उसके तहत आगे की रणनीति तैयार होगी सुरेश राणा गन्ना मंत्री है। हालांकि वे थानाभवन क्षेत्र के रहने वाले हैं और सबसे ज्यादा बकाया भुगतान थाना भवन में है जिसमें सब 300 करोड रुपए बकाया भुगतान है।

रिपोर्ट- पंकज प्रजापति

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