Sonbhadra News: उड़ीसा से राजस्थान जा रही 10 कुंतल गांजे की खेप बरामद, एक करोड़ कीमत, दो गिरफ्तार

Sonbhadra News: उड़ीसा के तोतापाड़ा से राजस्थान के भरतपुर के लिए ले जाई जा रही, लगभग 10 कुंतल गांजा की खेप बरामद करने के साथ ही, दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बराबर खेप की कीमत लगभग एक करोड़ बताई जा रही है।

Update: 2023-05-21 22:39 GMT
(Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: सोनभद्र पुलिस ने गांजा तस्करी के एक बड़े गैंग का खुलासा करने में कामयाबी पाई है। उड़ीसा के तोतापाड़ा से राजस्थान के भरतपुर के लिए ले जाई जा रही, लगभग 10 कुंतल गांजा की खेप बरामद करने के साथ ही, दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बराबर खेप की कीमत लगभग एक करोड़ बताई जा रही है। आरोपियों से पूछताछ में जहां राजस्थान के विशाल अग्रवाल नामक व्यक्ति के जरिए पूरे गैंग के संचालन की जानकारी मिली है। वहीं, इस गैंग का जुड़ाव कांच की चूड़ियों का शहर कहे जाने वाले फिरोजाबाद से जुड़ा पाया गया है। पूछताछ में पकड़े गए तस्करों ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है। पुलिस अधीक्षक सोनभद्र, डॉ. यशवीर सिंह ने रविवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि डीजीपी मुख्यालय के निर्देशन में लगातार मादक तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) कालू सिंह और क्षेत्राधिकारी घोरावल अमित कुमार के निर्देशन में एसओजी और थाना करमा पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई थी।

सूचना के आधार पर करमा पुलिस और एसओजी टीम ने शनिवार की रात राबर्ट्सगंज-मिर्जापुर मार्ग पर घेरेबंदी कर ट्रक संख्या- RJ 29 GA 8778 को कब्जे में ले लिया। ट्रक पर भारी मात्रा में लदे मादक पदार्थ गांजा, जिसे उड़ीसा (तोतापाड़ा) से राजस्थान ले जाया जा रहा था, की बरामदगी करने के साथ ही, अंतर्राज्यीय गैंग के दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए गांजे की मात्रा 981 किलोग्राम (नौ कुंतल 81 किलो) पाई गई है जिसकी बाजारू कीमत लगभग एक करोड़ रुपये है। प्रकरण को लेकर करमा थाने में 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ऐसे हो रही थी गांजा की तस्करी

एसपी ने बताया कि फिरोजाबाद में चूड़ियों के निर्माण के लिए उड़ीसा से टूटा कांच लाया जाता था। कांच के कबाड़ की बोरियों के नीचे ट्रक की बाडी में बनाई गई। जगह में गांजे का छोटा-छोटा बंडल बना कर रख दिया जाता था। फिरोजाबाद में कांच की बोरियां उतारने के बाद गांजा की खेप, राजस्थान के विशाल अग्रवाल से जुड़े व्यक्ति के हवाले कर दी जाती थी। वहां से वह खेप राजस्थान के भरतपुर ले जाई जाती थी जहां इसका राजस्थान के विभिन्न जनपदों में फुटकर में वितरण किया जाता था।

राजस्थान का विशाल है पूरे गैंग का मास्टरमाइंड

एसपी ने बताया कि अब तक की पूछताछ में जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक गांजा तस्करी के इस गैंग का मास्टरमाइंड राजस्थान का विशाल अग्रवाल है। इस तस्करी पर पुलिस की नजर न पड़ने पाए इसके लिए गांजा के बंडलों के ऊपर कांच का कबाड़ लदा होता है। रास्ते में कोई पूछता है तो बताया जाता है कि चूड़ियां बनाने वाला कांच है जिसे फिरोजाबाद ले जाया जा रहा है। फिरोजाबाद जाने के बाद शहर में ही एक पेट्रोल टंकी पर गाड़ी खड़ी करा ली जाती है । वहां से विशाल अग्रवाल का आदमी वाहन को लेकर आगे के लिए रवाना हो जाता है। यह काम पूर्व में कई बार किया जा चुका है।

इनकी-इनकी हुई गिरफ्तारी, इनकी हो रही तलाश

मामले में नरेंद्र सिंह पुत्र रामेश्वर निवासी 142 कुशवाहा मोहल्ला, महलपुर काछी, थाना रुपवास, जिला भरतपुर, राजस्थान, सीताराम बेड़ा पुत्र शिवकरण निवासी मोडेका, ग्राम कुरडायां, थाना मेड़ता सिटी, जिलख नागौर, राजस्थान की गिरफ्तारी की गई है जिनका पूछताछ के बाद रविवार को चालान कर दिया गया। वहीं, गैंग के मास्टरमाइंड विशाल अग्रवाल निवासी भरतपुर, राजस्थान की तलाश जारी है।

गिरफ्तारी /बरामदगी में इनकी रही प्रमुख भूमिका

क्षेत्राधिकारी घोरावल अमित कुमार, प्रभारी निरीक्षक करमा देवेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक करमा विमलेश कुमार सिंह, उप निरीक्षक करमा आशीष पटेल, हेड कांस्टेबल जगदीश मौर्या, अतुल सिंह, शशि प्रताप सिंह, अमर सिंह, मनिराम सिंह, रंगीले यादव, सौरभ राय, कांस्टेबल रितेश पटेल, प्रेम प्रकाश चौरसिया, अजीत यादव,अमित कुमार सिंह, हृदय लाल ने कामयाबी में प्रमुख भूमिका निभाई।

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