परेशानी होगी दूर: नहीं है राशन कार्ड, फिर भी इस योजना का उठाए लाभ
उतर प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत लाभार्थियों को खाद्दान्न वितरण कराया जा रहा है ।15 अप्रैल से दूसरे चरण का खाद्दान्न वितरण शुरु हो गया है।
लखनऊ। उतर प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत लाभार्थियों को खाद्दान्न वितरण कराया जा रहा है ।15 अप्रैल से दूसरे चरण का खाद्दान्न वितरण शुरु हो गया है। जिन लोगों के पास राशन कार्ड है उन्हें रियायती दरों पर खाद्दान्न दिया जा रहा है।लेकिन बहुत से लोग एसे भी है जिनके पास राशन कार्ड नहीं है लेकिन उन्हें भी इश योजना का फायादा पहुंचाया जा रहा है। सरकार का प्रय़ास है कि लाकडाउन के दौरान हर व्यक्ति को पर्याप्त अनाज पहुंचा दिया जाए।
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खाद्दान्न मिलने में कोई दिक्कत नहीं
बाराबंकी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 1401 दुकानों के ज़रिए खाद्दान्न वितरण का कार्य कराया जा रहा है।जिले के ओबरी गांव की नजमा, रेखा देवी, चांदनी यादव, लवली और रामाधार इस बात से काफी प्रसन्न है कि उन्हें सरकार की ओर से खाद्दान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। इन सभी लाभार्थियों ने बताया कि उन्हें खाद्दान्न मिलने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है।
खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा सभी को राशन प्राप्त हो इसके लिए खाद्य वितरण चक्र में भी परिवर्तन करते हुए प्रथम चक्र को माह की 1-12 तारीख तथा दूसरे चक्र को माह की 15-26 तारीख किया गया है।
खाद्यान्न प्राप्ति की प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने स्टेट पोर्टबिलिटी का प्रावधान किया है। गांव में राशन वितरण के समय कोविड-19 को लेकर सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाता है और लोगों से सामाजिक दूरी बनाये रखने का अनुरोध किया जाता है।
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राशन नहीं दिया जाता जब तक मास्क या गमछा नहीं पहनते
उन्होंने कहा कि जो लाभार्थी मास्क या गमछा नहीं पहने होते उन्हें तब तक राशन नहीं दिया जाता जब तक वे मास्क या गमछा नहीं पहनकर आते।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रुप से कहा है किया है कि जो लोग किसी भी योजना से जुड़े नहीं है उन्हें भी एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता और खाद्दान्न दिया जायेगा।मुख्यमंत्री के इसी निर्देश के तहत सभी लोगों तक अन्न पहुंचाया जा रहा है।
इधर उतर प्रदेश शासन ने करोना से अप्रभावित ज़िलों में सीमित आर्थिक गतिविधियां शुरु करा दी हैं। मुख्यमंत्री का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम एक जनपद एक उत्पाद को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रदेश में जहां एक ओर करोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है वहीं दूसरी ओर आर्थिक गतिविधियों को भी शुरु कर दिया गया है।
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