UP उपचुनाव: घाटमपुर में शांतिपूर्ण हुआ मतदान, महिलाओं ने किया कमाल

उत्तर प्रदेश कानपुर में घाटमपुर विधानसभा पर हो रहा उपचुनाव का मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6:00 बजे कोविड-19 के प्रोटोकॉल तहत शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हो गया

Update: 2020-11-03 14:22 GMT
शांतिपूर्ण ढंग से घाटमपुर में पूरा हुआ मतदान, पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने लिया हिस्सा

कानपुर: उत्तर प्रदेश कानपुर में घाटमपुर विधानसभा पर हो रहा उपचुनाव का मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6:00 बजे कोविड-19 के प्रोटोकॉल तहत शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हो गया और घाटमपुर विधानसभा से बीजेपी से उपेंद्र पासवान, कांग्रेस से कृपाशंकर संखवार, बसपा से कमलेश संखवार , सपा इंद्रजीत कोरी के साथ 2 अन्य उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है और अब इन सभी के भाग्य का फैसला 10 नवंबर को होना है।बताते चलें आज़ादी के बाद से लगातार जीत के लिए तरस रही बीजेपी ने 2017 में कमल रानी वरुण के नेतृत्व में पहली बार घाटमपुर विधानसभा में कमल खिलाया था। लेकिन यह कीर्तिमान रचने वाली कमल रानी वरुण की कोविड-19 से मौत हो गयी थी।जिसके बाद घाटमपुर की सीट खाली हो गई थी।

ये भी पढ़ें: बंपर डिस्काउंट: Samsung का 4 कैमरे वाला फोन हुआ सस्ता, ये है नई कीमत

पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने महापर्व में लिया हिस्सा..

इस उपचुनाव में कोविड-19 के प्रोटोकॉल को पूरा करते हुए सुबह से ही वोटरों ने वोट डालना शुरू कर दिया था और अपने उम्मीदवार को ज़्यादा से ज़्यादा मतों से विजयी बनाने के लिए इस चुनाव से महापर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।हर वर्ग के लोगों की वोट डालने के प्रति जागरूकता साफ घाटमपुर उपचुनाव में देखने को मिली।अगर बात करें युवा की या फिर बुजुर्ग की तो उन्होंने पहले वोट डाले बाद में नाश्ता किया। सबसे खास बात जा रही थी पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने इस महापर्व में हिस्सा लिया।

दिव्यांगजनों के लिए नहीं हुई ट्राई-साईकल की व्यवस्था

218 घाटमपुर उपचुनाव में बुजुर्गों ने वोट डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी, तो दूसरी तरफ दिव्यांगों को वोट डालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं कि गयी। कई बूथों पर देखा गया कि दिव्यांग घर से पैदल ही वोट डालने पहुंच गए,जो डंडे,व्हीलचेयर आदि का सहारा लेकर चलते हैं उन्होंने ने भी आत्मनिर्भरता दिखाई और जागरूकता भी।वोट डालने स्वयं ही पहुंचे। लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं दिखाई पड़ी।

ट्रांसजेंडर्स ने भी डाले वोट

महिला, पुरूष के बाद इस उपचुनाव में ट्रांसजेंडर ने भी वोट डाले। सुबह सात बजे शुरू हुई इस वोटिंग में नौ बजे तक पांच प्रतिशत ही मतदान हुए। जिसके बाद दोपहर करीब एक बजे यह आकड़ा 25 प्रतिशत पहुंचा। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक ट्रांसजेंडर्स ने इस बार वोट डाले।घाटमपुर विधानसभा के ट्रांसजेंडर पूरे प्रोटोकॉल के साथ मतदान केंद्र में पहुंचे। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें पूरी विधानसभा में मात्र पांच ट्रांसजेंडर हैं,जिसमें तीन ने मतदान किया।

भदरस में हुआ सफल मातदान

बीते दिनों घाटमपुर विधानसभा के भदरस गांव में गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। जिसके बाद जिला प्रशासन पूरी तरह सफल मतदान कराने के लिए सक्रिय हो गया था। जानकारी के मुताबिक मतदाताओं ने मतदान तो किया पर कहीं ना कहीं उनके अंदर आक्रोश भी झलका। मतदाता के इस आक्रोश का नुकसान भी प्रत्याशी को झेलना पड़ सकता है।

पुलिस व प्रशासन रहा चौकन्ना

उपचुनाव को सफल बनाने लिए आला प्रशासन जुटा रहा। कही पर ज़रा भी चूक न हो इसका पूरा ध्यान प्रशासन व पुलिस ने दिया।सीडीओ डॉ. महेंद्र व डीआईजी/ एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने इसका पूरा ध्यान दिया। सुबह शुरू हुई वोटिंग में तीन जगह ईवीएम खराब रही। निर्वाचन अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद पूरी मशीन बदली गयी। खराब हुई तीन ईवीएम मशीनों में सबसे ज़्यादा देर तक पतारा गांव बूथ तकरीबन एक घण्टे खराब रहा। जिसके बाद आननफानन ठीक किया गया।

ये भी पढ़ें: मर रहे कोरोना मरीज: एक भी केस ना होने का दावा, अब देश की सच्चाई आई सामने

शरीर अपंग फिर भी डाला वोट

गांधी विद्यापीठ इंटर कॉलेज पोलिंग बूथ पर राधेश्याम जो कि पैरालिसिस के अटैक पड़ने से अस्पताल में भर्ती थे। उनको थोड़ा आराम मिलने पर उन्होंने हिम्मत दिखाई और वोट डालने पहुँच गए। पोलिंग बूथ पर पहुँचते ही उनको फिर अटैक पड़ गया। जानकारी मिली कि राधेश्याम की माँ भी पैरालिसिस अटैक से पीड़ित हैं।

रिपोर्ट: अवनीश कुमार

Tags:    

Similar News