UP में खुलेगी हिस्ट्रीशीटर: पहला साइबर क्रिमिनल गैंग रजिस्टर, होगी सख्त कार्रवाई

उत्तर प्रदेश में पहला साइबर क्रिमिनल गैंग रजिस्टर हुआ है। प्रदेश के आजमगढ़ जिले की दीदारगंज पुलिस ने 5 शातिर साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है।

Update: 2020-06-17 10:48 GMT

आजमगढ़: उत्तर प्रदेश में पहला साइबर क्रिमिनल गैंग रजिस्टर हुआ है। प्रदेश के आजमगढ़ जिले की दीदारगंज पुलिस ने 5 शातिर साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है। ये सभी अपराधी ATM की क्लोनिंग और कार्ड बदलकर बैंकों से पैसा निकालने वाले अन्तर्जनपदीय गिरोह में शामिल थे। इन अपराधियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि इस गिरोह में कुल 24 लोग शामिल हैं।

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आजमगढ़ और जौनपुर के नौजवान शामिल हैं गैंग में

जो साइबर अपराध में शामिल हैं, वो आजमगढ़ और जौनपुर के निवासी हैं। इस गिरोह को एसपी आजमगढ़ प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह के निर्देश पर यूपी के पहले साइबर क्रिमिनल गैंग के तौर पर रिजस्टर किया गया है। अब इस गिरोह के सभी 24 हाइटेक अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी। साथ ही गैंगस्टर और कुर्की की कार्रवाई भी होगी।

गैंग में शामिल हैं 24 लोग

आजमगढ़ के एसपी त्रिवेणी सिंह ने इस मामले बताया कि इस गैंग का लीडर नवीन गौतम है। जो कि साइबर क्राइम के मामले में 14 बार जेल की हवा खा चुका है। आज गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग में 24 लोग शामिल हैं। जो आजमगढ़ और जौनपुर से बिलॉन्ग करते हैं। गिरोह में शामिल सभी लड़के पढ़े-लिखे नौजवान हैं।

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होगी गैंगस्टर और कुर्की की कार्रवाई

अब गैंग के सभी अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी। साथ ही गैंगस्टर और कुर्की की कार्रवाई भी होगी। सभी अपराधियों पर गैंगस्टर लगाकर इनकी प्रॉपर्टी कुर्क की जाएगी। एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इनका इंटर रेंज गैंग खोला जा रहा है। ये गैंग आजमगढ़ और वाराणसी दो रेंजों में ऑपरेट कर रहा है। यह यूपी का साइबर क्रिमिनल्स का पहला गैंग रजिस्टर्ड है।

पुलिस टीम को दिया गया 25 हजार का इनाम

वहीं गिरोह के पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद एसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम के तौर पर दिए हैं। जिस पुलिस टीम ने अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उसमें थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार सिंह, दीदारगंज, एसआई अखिलेश चन्द्र पाण्डेय, एसआई जावेद अख्तर, इंस्पेक्टर एसओजी आनन्द कुमार सिंह, कांस्टेबल दिलीप पाठक, औरंगजेब खां, मनीष कुमार सिंह, अनीता कुमारी, शीला चौरसिया शामिल हैं। इन्हें एसपी ने इनाम दिया है।

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कैसे हुआ मामले का खुलासा?

दरअसल, आजमगढ़ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों से बीते कई दिनों से ऐसे मामले सामने आ रहे थे, जहां पर जिलों में एटीएम कार्ड की क्लोनिंग तथा एटीएम कार्ड बदलकर जनता के पैसे बैंक अकाउंट से निकाले गए हों। इस मामले में एसपी आजमगढ़ प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल और क्षेत्राधिकारी सदर अकमल खां के नेतृत्व में साइबर सेल एवं स्वाट प्रभारी व थानाध्यक्ष दीदारगंज को गिरोह का खुलासा करने और उनकी गिरफ्तारी करने के काम में लगाया था।

आज यानी बुधवार 17 जून को पुलिस टीम ने सुरहन तिराहे पर पांच संदिग्धों को पकड़ने का प्रयास किया तो उन्होंने भागना शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस टीम ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन पांच अपराधियों के पास से 12 एटीएम कार्ड बरामद किए गए। इसके अलावा एक के पास से एक तमंचा और कारतूस भी पुलिस ने बरामद किया।

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ये पांच अपराधी हुए गिरफ्तार

नवीन गौतम पुत्र सोचन गौतम, आजमगढ़ (गैंग का लीडर) (14 मुकदमे)

शिवम पुत्र रामरतन, आजमगढ़ (6 मुकदमे)

प्रवेश पुत्र रामअजोर, जौनपुर (3 मुकदमे)

सिकन्दर राजभर पुत्र मंजू, आजमगढ़

अविनाश पुत्र रमेश, आजमगढ़

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