कोरोना का तांडव: इस देश में बिछ गई लाशें, कोई उपाय नहीं आ रहा काम
ब्राजील के जन स्वास्थ्य संस्थान फायोक्रूज की तरफ से कहा गया है कि महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार पूरे देश में हालात खराब हो रहे हैं। यह स्थिति चिंताजनक है।
नीलमणि लाल
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से दुनिया के तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। रिकॉर्ड संख्या में कोरोना के कारण होने वाली मौतों के चलते ब्राज़ील के साओ पाउलो प्रांत में कठोर पाबंदियां लागू करने का फैसला लिया गया है। आलम ये है कि ब्राज़ील में कोरोना को काबू करने में कोई उपाय काम करता नजर नहीं आ रहा है। 21 करोड़ 20 लाख की आबादी वाला ब्राज़ील में कोरोना संक्रमण और मौतों की संख्या काबू में नहीं ना रही है। अस्पताल भरे पड़े हैं, वैक्सीन की सप्लाई बेहद सीमित है।
इस विषम परिस्थिति में सबसे हैरतंगेज रवैया देश के प्रेसिडेंट जेर बोल्सोनारो का है जो अपनी जनता से कह रहे हैं कि वह आंसू बहाना छोड़े और बहार निकल कर काम धंधे में लगे। प्रेसिडेंट ने कहा कि आप लोग कब तक घरों में बैठे रहेंगे? कब तक सब कुछ बंद रखेंगे? हमें मौतों का दुःख है लेकिन हमें एक समाधान चाहिए। ब्राज़ील में कोरोना के खतरनाक नया स्ट्रेन फैलता जा रहा है लेकिन प्रेसिडेंट बोल्सोनारो कोरोना को बहुत हलके में लेते रहे हैं। उन्होंने हर प्रान्त को अपने हाल पर छोड़ दिया है। रोजाना डेढ़ से दो हजार मौतें हो रही हैं।
पहली बार पूरे देश में हालात खराब
ब्राजील के जन स्वास्थ्य संस्थान फायोक्रूज की तरफ से कहा गया है कि महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार पूरे देश में हालात खराब हो रहे हैं। यह स्थिति चिंताजनक है। संक्रमण की तेज रफ्तार को देखते हुए साओ पाउलो के गवर्नर जोआयो डोरिया ने प्रांत में आज से दो हफ्तों का आंशिक लॉकडाउन लागू करने के आदेश जारी किए हैं।
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4.5 करोड़ से अधिक आबादी वाले साओ पाउलो में आंशिक लॉकडाउन के दौरान बार-रेस्टोरेंट में ग्राहकों के आने पर पाबंदी होगी, लेकिन यहां से सामान डिलीवर किया जा सकेगा। इसके अलावा शॉपिंग मॉल्स समेत सभी तरह की अनावश्यक सेवाओं को बंद रखा जाएगा। हालांकि, स्कूल, चर्च और राशन की दुकानों पर पाबंदियां लागू नहीं होंगी।
गवर्नर डोरिया ने बताया कि प्रांत में हर दूसरे मिनट एक गंभीर मरीज मिल रहा है और स्वास्थ्य तंत्र ढहने की कगार पर है। डोरिया ने प्रेसिडेंट बोल्सोनारो की आलोचना करते हुए कहा कि यह सब आपका कसूर है। बोल्सोनारो ने कोरोना के शुरुआती दिनों में इस महामारी की तुलना हल्के बुखार से की थी।
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वायरस के म्यूटेशन का मूलकेंद्र बन सकता है ब्राजील
पिछले साल के अंत में ब्राजील में कोरोना का नया वेरिएंट पाया गया था। यह शुरुआती वायरस से ज्यादा तेजी से फैलता है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर ब्राजील संक्रमण को नियंत्रित नहीं कर पाता है तो यह वायरस के म्यूटेशन का मूलकेंद्र बन सकता है, जिससे हालात और खराब हो जाएंगे।
दूसरी तरफ देश में वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने हाल ही में फाइजर की कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक खरीदने का ऐलान किया है। जॉनसन एंड जॉनसन से भी लगभग 4 करोड़ खुराकें खरीदी जाएंगी।
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