भारतीय मूल का ये वित्त मंत्री जो संभाल रहा ब्रिटेन की बागडोर, जानें इनके बारे में

चीन से फैले कोरोना वायरस ने इस वक्त पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है। इस महामारी से सभी विकसित देशों की हालत पस्त है। चाहे अमेरिका हो चीन हो या फिर ब्रिटेन ही क्यों ना हो, सभी को इस महामारी से तगड़ा नुकसान हुआ है।

Update: 2020-05-24 11:45 GMT

लंदन: चीन से फैले कोरोना वायरस ने इस वक्त पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है। इस महामारी से सभी विकसित देशों की हालत पस्त है। चाहे अमेरिका हो चीन हो या फिर ब्रिटेन ही क्यों ना हो, सभी को इस महामारी से तगड़ा नुकसान हुआ है। ब्रिटेन में कोरोना मरीजों की संख्या ने 2 लाख 55 हजार का आंकड़ा पार कर लिया है। ऐसे में अब वहां पर वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने वादा किया है कि वे 8 अरब से भी ज्यादा वर्कर्स की सैलरी का 80 फीसदी का भुगतान करवाएंगे।

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एंप्लायमेंट स्कीम में जोड़ा गया नया शब्द

वित्त मंत्री ऋषि सुनक के इस वादे के तहत ब्रिटेन में एंप्लायमेंट स्कीम (Employment Scheme) में एक शब्द जोड़ा गया है, फलो स्कीम (furlough scheme). यानि कंपनियां अपने कर्मचारी को तय समय से पहले कंपनी से निकाल नहीं सकती, बल्कि उन्हें सरकार की तरफ से सैलरी का बड़ा प्रतिशत मिलेगा। अब ऐसे में सबकी निगाहें इस पर भी टिकी हैं कि अगर कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन और बढ़ता है तो ऋषि सुनक का ये वादा कैसे पूरा हो पाएगा। तो चलिए आपको बताते हैं कि ब्रिटेन में लाखों लोगों की किस्मत तय करने वाला ये भारतीय कौन है?

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कौन हैं ब्रिटेन वित्त मंत्री ऋषि सुनक?

39 वर्षीय ऋषि सुनक जॉनसन मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के वित्तमंत्री हैं। जो साल 2019 में रिचमंड से दूसरी बार सांसद चुने गए। बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि मंत्रिमंडल में वित्त मंत्रालय किसी भारतीय मूल के सांसद के पास पहुंचा हो। वित्त मंत्रालय को ब्रिटिश सरकार में काफी महत्वपूर्ण विभाग माना जाता है। ऋषि सुनक ब्रिटेन में ही पैदा हुए हैं हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत इनवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैशे से की थी। ऋषि सुनक की पत्नी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं।

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क्या है फलो स्कीम?

फलो स्कीम की बात करें तो ये योजना कोरोना महामारी के संकट के दौर में लागू की गई है। इस स्कीम के तहत कंपनिया अपने स्टाफ को नौकरी से तय समय से पहले नहीं निकाल सकती हैं। बल्कि उसे सरकार की तरफ से 80 फीसदी दिया जाएगा। कोरोना के वक्त में कंपनी के स्टाफ को ऑफिस नहीं जाना होगा, बल्कि उन्हें घर बैठे ही पैसे दिए जाएंगे। इसी पैसे से उसे सरकारी टैक्स भी भरना होगा। फलो स्कीम के बारे में हाल ही में वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने घोषणा की कि ये योजना अक्टूबर तक मान्य रह सकती है।

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8 अरब से ज्यादा लोगों को 80 फीसदी सैलरी दिलाने का वादा

वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए ब्रिटेन में 8 अरब से ज्यादा लोगों को घर बैठे-बैठे सैलरी का 80 फीसदी से ज्यादा दिलवाने का वादा किया है। जिसमें करीब 102 खरब डॉलर का खर्च आएगा। ब्रिटिश चैंबर ऑप कॉमर्स के डायरेक्टर जनरल एडम मार्शल के मुताबिक काफी ज्यादा बड़ा रिस्क है। ऐसा भी हो सकता है कि काफी लंबे समय तक खाली रहने की वजह से उन्हें इसकी आदत लग जाए।

बोरिस सरकार को सता रहा डर

बोरिस सरकार इसे लेकर डरी हुई है क्योंकि पहले से ही कोरोना के फैलने के चलते लोग सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में अगर वित्त मंत्री का ये कदम भी बेकार साबित होता है तो अगले चुनावों में ये साफ दिख जाता है। वहीं अगर ऋषि किसी भी तरह से सफल हो गए तो इतने बड़े खर्च को उठाने के लिए उन्हें कई तरह के कदम उठाने होंगे। जिनमें टैक्स बढ़ाना या फिर विश्व के दूसरे देशों से उधार लेना भी शामिल हो सकता है।

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