चीन ने अमेरिका से बदला लेने की खाई कसम, ट्रंप के इस एक्शन से मचा हड़कंप

चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि बीजिंग बैंकों को निशाना बनाने वाले कानून के जवाब में अमेरिकी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्रतिशोधात्मक प्रतिबंध लगाएगा।

Update: 2020-07-15 15:23 GMT

बीजिंग: हांगकांग मसले पर अमेरिका के हस्तक्षेंप से चीन पूरी तरह से बौखला गया है। उसने अमेरिका से बदला लेने की कसम खाई है।

ये सब उसके बाद हुआ, जब हांगकांग के लिए चीन के नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू करने के फैसले का हवाला देते हुए, ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए और कहा कि इससे हांगकांग को मिलने वाली विशेष आर्थिक छूट और तरजीह को समाप्त कर दिया जाएगा।

चीन-ईरान की बड़ी डील: 25 सालों के लिए हुआ ये समझौता, भारत-US को झटका

चीन ने कही ये बात

चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि बीजिंग बैंकों को निशाना बनाने वाले कानून के जवाब में अमेरिकी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्रतिशोधात्मक प्रतिबंध लगाएगा।

"हांगकांग का विवाद पूरी तरह से चीन का आंतरिक मामला है और किसी भी देश को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।

दरअसल पूरा मामला कुछ यूं है कि एक सम्मेलन में इस फैसले को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, अब कोई विशेषाधिकार नहीं, कोई विशेष आर्थिक सुविधा नहीं और किसी संवेदनशील तकनीक का कोई कारोबार नहीं होगा।

सावधान चीन-पाकिस्तान: भारत करेगा दोनों पर एक साथ हमला, ये है वो जगह

अमेरिका ने क्या कहा?

उन्होंने कहा, अमेरिकी कांग्रेस द्वारा चीनी सुरक्षा अधिकारियों के साथ व्यापार करने वाले बैंकों को दंडित करने के लिए नए सुरक्षा कानून को लागू करने वाले विधेयक पर उन्होंने हस्ताक्षर किए हैं।

उन्होंने कहा कि, अब "हांगकांग के साथ चीन के समान ही व्यवहार किया जाएगा। अमेरिका के इस कदम से चीन एक दम से आग बबूला हो गया है। उसने अमेरिका से बदला लेने की कसम खाई है।

चीन-पाक की खतरनाक साजिश, यहां तैनात कर दिए 20 हजार सैनिक, भारत भी तैयार

चीन के साथ अमेरिका-भारत के विवाद के बीच अब ईरान की एंट्री

चीन के साथ अमेरिका-भारत के विवाद के बीच अब ईरान की एंट्री हो गयी है। चीन और ईरान के बीच एक बहुत बड़ी डील हुई है, जो भारत-अमेरिका की मुश्किलें बढ़ा सकती है। इस डील के तहत चीन ईरान से बेहद कम रेट में तेल खरीदेगा। वहीं ईरान में 400 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। ईरान की सुरक्षा के लिए चीन उसे खतरनाक हथियार भी देंगा।

दरअसल, भारत और चीन के बीच कई महीनों से तनाव चल रहा है। इस तनाव में अमेरिका भारत का समर्थन करते हुए चीन के खिलाफ बयानबाजी करने में लगा हैं। अब चीन ने ईरान से 25 साल की रणनीति का समझौता कर के भारत और अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है।

 

Tags:    

Similar News