HOWDY MODI: पीएम मोदी के खिलाफ पाकिस्तान कर सकता है ये गंदी हरकत
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी पहले स्थानीय मस्जिदों में इकट्ठा होंगे। जहां से उन्हें बसों या सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट के जरिए प्रदर्शन स्थल तक ले जाया जाएगा। इसके लिए ह्यूस्टन की सैकड़ों मस्जिदों और इस्लामिक सेन्टरों में लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है।
नई दिल्ली: अमेरिका-भारत की दोस्ती अब दुश्मन देश पाकिस्तान को चुभती नजर आ रही है। अमेरिका-भारत के मजबूत होते रिश्ते और पीएम मोदी-राष्ट्रपति ट्रंप की दोस्ती से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को 22 सितंबर को पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की होने वाली हाउडी शो चुभ रहा है। खबर है कि इस शो में खलल डालने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने बड़ी तैयारी की है। पाकिस्तान ने ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक अपने समर्थकों को एक्टिव कर दिया है।
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बताया जा रहा है कि पाकिस्तान का प्लान है कि 22 सितंबर को जब PM नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ह्यूस्टन में मंच साझा कर रहे होंगे तो बाहर पाकिस्तानी विरोध कर रहे होंगे।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप हाउडी मोदी शो के दौरान करीब 5000 भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करेंगे।
बस इसी कार्यक्रम की तैयारियों को देखकर ही पाकिस्तान कोई बात पचा नहीं पा रहा है।
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बताया जा रहा है कि पाकिस्तान PM मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तानी अपनी घटिया साजिश के लिए मजहब का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकते हैं।
बताते चलें कि अमेरिका के ह्यूस्टन में पीएम मोदी के 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का विरोध करने के लिए वहां मौजूद पाकिस्तानियों ने मस्जिदों का इस्तेमाल करने की तैयारी की है।
उम्मीद जताई जा रही है कि जिस समय 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम होगा, उस समय पाकिस्तानी कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
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खास बात यह है कि पाकिस्तानियों ने प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा करने के लिए मस्जिदों के इस्तेमाल का फैसला किया है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी पहले स्थानीय मस्जिदों में इकट्ठा होंगे। जहां से उन्हें बसों या सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट के जरिए प्रदर्शन स्थल तक ले जाया जाएगा। इसके लिए ह्यूस्टन की सैकड़ों मस्जिदों और इस्लामिक सेन्टरों में लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है।
इमरान खान भी है शामिल...
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इसके साथ ही खबर आ रही है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस जिम्मेदारी अपने सलाहकार जुल्फी बुख़ारी को ज़िम्मा सौंपा है। जुल्फी बुखारी को पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले ही वहां भेज दिया गया है।
सूत्रों की मानें तो जुल्फी बुख़ारी ने अपने काम को अंजाम देने की शुरुआत कर दी है। इसके लिए बुखारी पाकिस्तानी ग्लोबल फाउंडेशन के चीफ और खालिस्तान समर्थकों से मुलाक़ात कर रहे हैं।
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साथ ही साथ इन्हीं संगठनों के जरिए पाकिस्तान ने PM मोदी के कार्यक्रम पर विरोध प्रदर्शन करने की साजिश रची है।
अमेरिकी भारतीयों का कड़ा ऐतराज...
साथ ही बताया जा रहा है कि अमेरिकी भारतीयों ने पाकिस्तान की इस मजहबी साजिश पर कड़ा ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि पाकिस्तानी लोग राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मजहबी केन्द्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अमेरिकी भारतीयों ने पाकिस्तानियों की इस योजना के खिलाफ ह्यूस्टन पुलिस, एफबीआई, यूएस सीक्रट सर्विस और इमिग्रेशन अथॉरिटीज को टैग करके शिकायत दर्ज कराई है।
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बहरहाल, यह मामला तब जाकर खुला जब एक अमेरिकी भारतीय ने सोशल मीडिया पर 13 ऐसे पिक अप स्थलों की जानकारी दी, जहां भारत विरोधी ताकतें इकट्ठा होने के लिए पोस्टरबाजी कर रही थीं।
भारतीय मूल के नागरिकों ने स्थानीय प्रशासन से सावधानी बरतने का आग्रह किया है। क्योंकि पाकिस्तानी इसके पहले लंदन और प्रिटोरिया में प्रदर्शन के नाम पर हिंसक गतिविधियां फैलाते हुए पकड़े गए हैं।
भारतीय समर्थकों ने कहा...
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भारत समर्थकों का कहना है कि मस्जिद एक इबादत स्थल है और उसका इस्तेमाल राजनीतिक मकसदों को पूरा करने के लिए किया जा रहा है। यह मामला सबसे पहले तब सोशल मीडिया पर आया जब एक ऐक्टिविस्ट ने 13 पिक-अप लोकेशंस की जानकारी देते हुए कहा कि इन जगहों से 'हाउडी मोदी' इवेंट के खिलाफ प्रदर्शन के लिए लोगों को ले जाया गया है।