हाफिज सईद के लिए अमेरिका ने सुनाया ऐसा फरमान, हिल गया पूरा पाकिस्तान

पाकिस्तान सरकार के लिए हाफिज सईद को बचा पाना अब नामुमकिन होगा। अगर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान उसे बचाने की कोशिश करेंगे तो भी आगे उनके लिए ऐसा करना अब संभव नहीं होगा।

Update: 2023-08-12 23:30 GMT

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार के लिए हाफिज सईद को बचा पाना अब नामुमकिन होगा। अगर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान उसे बचाने की कोशिश करेंगे तो भी आगे उनके लिए ऐसा करना अब संभव नहीं होगा।

ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका ने सख्त लहजे में पाकिस्तान को हाफिज सईद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फरमान सुना दिया है।

फाइनेंसियल एक्शन टॉस्क फोर्स की बैठक के बीच अमेरिका का इस तरह का कड़ा रुख अपनाना इमरान सरकार के लिए कई तरह की मुसीबतें खड़ा कर सकता है।

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जानिए क्यों बढ़ सकती हैं इमरान सरकार की मुश्किलें

अगर इमरान खान अमेरिका की बात को नजरअंदाज करते हैं तो उनके लिए तमाम तरह की मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। जिसमें सबसे अहम कश्मीर का मुद्दा है।

पाकिस्तान इस मसले पर बार- बार अमेरिका से मदद मांगता आ रहा है। अमेरिका ने भी भारत – पाक के बीच जम्मू कश्मीर पर दोनों देशों की रजामंदी पर मध्यस्थता करने की बात कही है।

ऐसे में अगर इमरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बातों को नजरअंदाज करते हैं तो अमेरिका जम्मू कश्मीर मसले पर बातचीत में मदद से इनकार कर सकता है।

वहीं दूसरी तरह इमरान के लिए पाकिस्तान में भी मुसीबतें कम नहीं हैं। जानकार बताते हैं कि अगर इमरान सरकार हाफिज सईद पर कोई कड़ा एक्शन लेती है तो हाफिज के समर्थक सड़कों पर उतरकर भारी विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।

हाफिज सईद की विभिन्न राजनीतिक दलों में अच्छी पकड़ मानी जाती है। इतना ही नहीं कहा तो ये भी जाता है कि आईएसआई तक हाफिज की पहुंच है। ऐसे में अगर इमरान हाफिज के खिलाफ कोई कार्रवाई करते हैं तो उनके लिए चौतरफा हमला झेल पाना संभव न होगा। उनकी कुर्सी तक जा सकती है।

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अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए कही ये बातें

पाकिस्तान की एजेंसियों ने लश्कर के चार प्रमुख कार्यकर्ताओं को कुछ समय पहले अरेस्ट किया है। जिन लोगों को अरेस्ट किया गया है, उनमें याहया अजीज, मुहम्मद अशरफ और अब्दुल सलाम और प्रोफेसर जफर इकबाल शामिल हैं।

साउथ और सेंट्रल एशियन ब्यूरो के यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के प्रमुख एलिस वेल्स के मुताबिक़ वो लश्कर के चार बड़े चेहरों की गिरफ्तारी पर खुशी जाहिर करते हैं। लेकिन अमेरिका चाहता है कि हाफिज सईद पर भी पाकिस्तान पुख्ता कार्रवाई करे।

पाकिस्तान एक तरफ तो आतंकवाद से खुद को पीड़ित बताता है। लेकिन जब हाफिज सईद के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किये जाते हैं तो वो उन सबूतों को मानने से इनकार कर देता है।

वेल्स ने कहा कि पीएम इमरान खान खुद कह चुके हैं कि पाकिस्तान की बेहतरी के लिए उसकी जमीन से आतंकी संगठनों पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है।

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