वैक्सीन का होने जा रहा फाइनल टेस्टिंग, रिजल्ट से खुश वैज्ञानिक

अमेरिका में कोरोना के लिए सबसे पहले टेस्ट की गई वैक्सीन के पहले दो ट्रायल के परिणाम आ चुके हैं, जिससे वैज्ञानिक काफी संतुष्ट और खुश हैं।

Update:2020-07-15 11:18 IST

नई दिल्ली: दुनियाभर में तेजी से कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर काम चल रहा है। कई वैक्सीन को लेकर ट्रायल जारी हैं और अब इनके रिजल्ट भी सामने आने लगे हैं। इस बीच अमेरिका में कोरोना के लिए सबसे पहले टेस्ट की गई वैक्सीन के पहले दो ट्रायल के परिणाम आ चुके हैं, जिससे वैज्ञानिक काफी संतुष्ट और खुश हैं। मॉडर्ना इंक (Moderna Inc.) की वैक्सीन की अब फाइनल टेस्टिंग की जाएगी। मंगलवार को सामने आई रिपोर्ट से पता चला है कि वैक्सीन ने वैज्ञानिकों की उम्मीद के मुताबिक ही इंसानों के इम्यून सिस्टम पर काम किया है।

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27 जुलाई तक होगी वैक्सीन की फाइनल टेस्टिंग

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी ने कहा कि भले आप इस कैसे भी लें, लेकिन यह एक अच्छी खबर है। कोरोना के खिलाफ इस वैक्सीन को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और मॉडर्ना इंक मिलकर बना रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 वैक्सीन की सबसे अहम और फाइनल टेस्टिंग 27 जुलाई तक की जाएगी।

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वैक्सीन से इम्यूनिटी बढ़ने की उम्मीद बढ़ी

सभी वैज्ञानिकों मार्च में 45 लोगों पर किए गए वैक्सीन के पहले ट्रायल के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अब मंगलवार को आए रिजल्ट से वैज्ञानिक खुश हैं और इस वैक्सीन से इम्यूनिटी बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है। रिसर्च टीम ने न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसीन को बताते हुए कहा कि इस वैक्सीन से वालंटियर्स में इंफेक्शन को रोकने वाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी विकसित हुई है।

रिसर्च में वैक्सीन के नहीं मिले गंभीर दुष्प्रभाव

इस वैक्सीन के रिसर्च में कोई भी गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिले हैं। हालांकि स्टडी में शामिल आधे से ज्यादा वालंटियर्स को फ्लू जैसे लक्षण की शिकायत हुए जो कि आमतौर पर सभी तरह के वैक्सीन लगने के बाद देखे जाते हैं। इन लक्षणों में सिरदर्द, थकान महसूस होना, बुखार और इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द होना शामिल है।

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एक अच्छा पहला कदम और आशावादी

वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के डॉक्टर विलियम शेफनर ने वैक्सीन के शुरूआती परिणामों क एक अच्छा पहला कदम और आशावादी बताया और कहा कि टीके के फाइनल टेस्टिंग से यह पता चल जाएगा कि यह अगले साल तक उपलब्ध कराने के लिए वास्तव में सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं?

वैक्सीन के दिए जाएंगे दो डोज

अब यह वैक्सीन पूरी तरह से कब तक आएगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन सरकार को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इस वैक्सीन के परिणाम आ जाएंगे। वैज्ञानिक वैक्सीन को तेजी से विकसित करने में जुटे हुए हैं। इस वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे।

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