अमेरिका की इस गलती से गई थी सैंकड़ों की जान, आज भी सोचकर कांप जाती है रुंह

Update: 2020-01-11 09:01 GMT

दिल्ली: युक्रेन विमान क्रैश मामले 176 लोगों की मौत के बाद में ईरान ने अपनी गलती मानते हुए हादसे की जिम्मेदारी ली है, लेकिन ये कोई पहला मामला नहीं है। ईरान से पहले खुद अमेरिका ने भी ऐसी ही गलती की थी, जब खुद के ही विमान पर उन्होंने मिसाइल दाग दी थी। इस दौरान सैंकड़ों लोगों की जान चली गयी थी।

ईरान से पहले भी ऐसी गलती कर चुका देश:

ईरान अकेले ऐसा देश नहीं जिसने गलती से विमान पर हमला कर मार गिराया हो। इतिहास में ऐसी कई गलतियाँ घटित हुई हैं। खुद अमेरिकी सीना ने भी ऐसी गलती की थी, वो भी एक बार नहीं कई बार। इस दौरान सैंकड़ों जाने भी चली गयीं। जंग के दौरान ऐसा कई बार हुआ किसी देश ने दुश्मन का विमान समझ कर अपने ही देश के विमान पर हमला कर दिया।

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खुद के ही प्लेन को भस्म कर चुका अमेरिका:

बता दें कि अमेरिका से द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ऐसी ही गलती की थी। साल 1943 में अमेरिका ने अपने ही प्लेन को मार गिराया था। दरअसल, सिसली में जुलाई 1943 में अमेरिका की बड़ी सैन्य टुकड़ी मौजूद थी, 11 जुलाई 1943 को यूएस एयरफोर्स ने अपने ही सेना के एक प्लेन को मार गिराया था।

गौरतलब है कि जिस प्लेन को एयरफोर्स ने मार गिराया, वो अमेरिकी सैनिकों को ही रेस्क्यू करने आ रहा था। इस हादसे में 300 अमेरिकी सैनिकों की जान चली गयी।

दोहराई गलती, खुद का चॉपर मार गिराया:

इतना ही नहीं अमेरिका ने अपनी इसी गलती को एक बाद पुनः साल 1994 में दोहराया। जब अमेरिका ने अपनी ही सेना के चॉपर को आसमान उड़ा दिया। उस दौरान खाड़ी युद्ध हुआ था, जिसके लिए अमेरिकी सेना राहत बचाव कार्य में लगी हुई थी।

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अमेरिकी एयरफोर्स के दो एफ-15 फाइटर जेट नो फ्लाई जोन एरिया की पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस दौरान इन्होंने गलती से अपने ही देश के दो ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को मार गिराया। हादसे में 26 लोग मारे गए थे, जिसमें 15 अमेरिकी शामिल थे।

ईरान ने भी मार गिराया अपना प्लेन:

दरअसल, बीते कुछ दिनों से ईरान और अमरिका के बीच तनाव जारी है। इसी बीच तेहरान एयरपोर्ट पर बुधवार की सुबह यूक्रेन का एक विमान हादसे का शिकार हो गया। जिसमें 176 लोगों के मारे गए थे। इस हादसे का बड़ा खुलासा करते हुए ईरान ने इसकी जिम्मेदारी ली। ईरानी मीडिया के मुताबिक ईरान आर्मी ने अपनी गलती मानते हुए कहा है कि धोखे से उसने यूक्रेन के विमान को मार गिराया था। बता दें कि इस विमान हादसे में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी।

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