बिडेन का बड़ा वादा, चुनाव जीते तो दुनिया में भारत की ऐसे बढ़ाएंगे ताकत
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मजबूत दावेदार बनकर उभरे जो बिडेन ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत की अग्रणी भूमिका की वकालत का बड़ा वादा किया है।
अंशुमान तिवारी
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मजबूत दावेदार बनकर उभरे जो बिडेन ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत की अग्रणी भूमिका की वकालत का बड़ा वादा किया है। उन्होंने वादा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने पर वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के साथ ही परिषद का स्थायी सदस्य बनने में भारत की मदद करेंगे।
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आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के मैदान में उतरे बिडेन मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। अमेरिका ने हाल में किए गए कई सर्वे में वे ट्रंप से आगे निकल गए हैं। पूर्व राजनयिक एवं ब्रिटेन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार टोनी ब्लिंकेन ने बिडेन की भावी विदेश नीति का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि बिडेन प्रशासन दक्षिण एशिया में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
स्थायी सदस्यता में करेंगे मदद
उन्होंने अमेरिका एवं भारत के संबंध विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में कहा यदि बिडेन चुनाव जीतने में कामयाब होते हैं तो वह भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बनाने के काम में मदद करेंगे। उनके चुनाव जीतने से दोनों देशों के रक्षा संबंधों में और मजबूती आएगी। भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिडेन राष्ट्रपति के रूप में लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।
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ओबामा की नीति पर बढ़ेंगे आगे
ब्लिंकेन ने कहा कि ओबामा के कार्यकाल में हमने हिंद प्रशांत रणनीति के तहत सहयोगी के तौर पर भारत को स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बिडेन प्रशासन आगे भी इसी नीति पर चलेगा और हम इस बात की वकालत करते रहेंगे कि भारत अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और बिडेन प्रशासन भारत की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने को तैयार है।
सीमापार आतंकवाद भारत का साथ
इससे पहले भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए बिडेन की चुनावी अभियान टीम की ओर से नीति दस्तावेज जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि अगर बिडेन चुनाव जीत जाते हैं तो उनका प्रशासन सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का साथ देगा।
इसमें यह भी कहा गया है कि यदि बिडेन राष्ट्रपति का चुनाव जीतने में कामयाब रहे तो एच1 वीजा नियमों में सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा प्रवासी पेशेवर अमेरिका के विकास में सहयोग दे सकें। बिडेन की ओर से ग्रीन कार्ड का कोटा खत्म करने का भी वादा किया गया है।
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भारतीय समुदाय पर जताया भरोसा
ब्रिटेन का मानना है कि वे राष्ट्रपति के तौर पर भारतीय अमेरिकी समुदाय पर भरोसा करना जारी रखेंगे। उनका कहना है कि यह समुदाय दोनों देशों को जोड़कर रखता है। उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन में किसी भी अन्य प्रशासन की तुलना में सबसे अधिक भारतीय अमेरिकी थे और हमारी मुहिम में भी कमला हैरिस शामिल हैं जो अमेरिका के इतिहास में पहली भारतीय- अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी।
सर्वे में ट्रंप से आगे हैं बिडेन
अमेरिका में हाल में किए गए कई सर्वे में बिडेन ट्रंप से आगे निकलते दिख रहे हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों पर बिडेन की पकड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव को लेकर किए गए सर्वे से सहमत नहीं हैं और उन्होंने सभी सर्वे को खारिज कर दिया है।
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