Bengal Municipal Election: टिकट बंटवारे को लेकर टीएमसी में अंदरूनी घमासान, पीके और टीएमसी नेताओं के बीच मतभेद आया सामने
Bengal Municipal Election : निकाय चुनाव को लेकर पार्टी में घमासान छिड़ गया है। टिकट बंटवारे से नाराज नेता विरोध प्रदर्शन करने पर उतर आए हैं।
Bengal Municipal Election: बीते साल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने वाली तृणमुल कांग्रेस में अब अंदरूनी उठापटक शुरू हो गई है। निकाय चुनाव को लेकर पार्टी में घमासान छिड़ गया है। टिकट बंटवारे से नाराज नेता विरोध प्रदर्शन करने पर उतर आए हैं। नाराज टीएमसी नेताओं के टारगेट पर पीके य़ानि प्रशांत किशोर हैं। पीके की टीम आइपैक से टीएमसी के सीनियर नेता नाराज बताए जा रहे हैं। टिकट वितरण में हुई गड़बड़ी के पीछे टीएमसी नेताओं का एक वर्ग प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक को जिम्मेदार ठहरा रही है।
बंगाल में निकाय चुनाव
बंगाल में 19 जिलों में निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। निकाय चुनाव के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होते ही टीएमसी के नेताओं औऱ कार्य़कर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। बंगाल के जिलों में पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। दक्षिण 24 परगना औऱ और उतर 24 परगना में कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा। टीएमसी ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने तो बस सेवा तक ठप कर दी।
टिकट जारी करने को लेकर विवाद
दरअसल टीएमसी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की गई थी, जो टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी ने द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के जरिए जारी की गई सूची से अलग था। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने लिस्ट को खारिज करते हुए कहा कि जिन्होंने ये लिस्ट जारी किया है वो इसके लिए अधिकृत नहीं हैं।
आइपैक की सफाई
वहीं प्रशांत किशोर की कंपनी आइपैक ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उम्मीदवारों के चयन में उनका कोई योगदान नहीं है। बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले सीएम ममता बनर्जी ने पीके को चुनाव प्रचार का अहम जिम्मा सौंपा था। तब से पीके के दखल से पार्टी के कई नेता नाराज बताए जा रहे थे। कई तो विधानसभा चुनाव के दौरान ही पार्टी छोड़कर चले गए थे।
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बेटे सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस बवंडर पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।