Bhawanipur By Election: ममता की घेराबंदी में जुटी भाजपा, भवानीपुर में बड़े चेहरे को उतारने की तैयारी, इन नामों पर हो रहा विचार

Bhawanipur By Election: पश्चिम बंगाल में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा के बाद सियासी बिसात बिछने लगी हैं। इन तीन सीटों में सबसे महत्वपूर्ण चुनाव भवानीपुर का माना जा रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-09-06 11:47 IST

ममता बनर्जी दिलीप घोष (डिजाअन फोटो- सोशल मीडिया)

Bhawanipur By Election: पश्चिम बंगाल में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा के बाद सियासी बिसात बिछने लगी हैं। इन तीन सीटों में सबसे महत्वपूर्ण चुनाव भवानीपुर का माना जा रहा है, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नाम का एलान यहां से होने वाले उपचुनाव के लिए कर दिया है। ममता के नामांकन से पहले ही क्षेत्र में उनके बड़े-बड़े पोस्टर लगा दिए गए हैं। ममता तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ने जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को इस चुनाव क्षेत्र से अपना उम्मीदवार नहीं उतारना चाहिए, क्योंकि यहां से ममता की एकतरफा जीत होगी और भाजपा उम्मीदवार के पैसे बर्बाद होंगे।

दूसरी ओर भाजपा नंदीग्राम की तरह भवानीपुर में भी ममता बनर्जी की तगड़ी घेरेबंदी में जुट गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) का कहना है कि भाजपा यहां पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेगी। ममता को चुनौती देने के लिए किसी बड़े चेहरे को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि नंदीग्राम की तरह भवानीपुर में भी भाजपा ममता के लिए कड़ी चुनौती पेश करेगी।

ममता की उम्मीदवारी से टीएमसी में जोश

पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मैदान में उतरने के कारण सियासी माहौल अभी से ही गरमाने लगा है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से भवानीपुर से ममता बनर्जी, जंगीपुर से जाकिर हुसैन और शमशेरगंज से अमीरुल इस्लाम का नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया है। भवानीपुर से ममता की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त जोश दिख रहा है। क्षेत्र में ममता के पोस्टर और होर्डिंग लगाकर ममता को सब पर भारी दिखाने की कोशिश की जा रही है।

टीएमसी ने किया बड़ा दावा

तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा का कहना है कि इस चुनाव क्षेत्र में ममता की भारी मतों से जीत पहले से ही तय है। इसलिए भाजपा को यहां से चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यहां से चुनाव लड़ने वाले भाजपा उम्मीदवार के पैसे ही बर्बाद होंगे, क्योंकि उसे किसी भी सूरत में जीत नहीं मिलने वाली। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता को यह चुनाव जीतना जरूरी है। नंदीग्राम से चुनाव हारने के बावजूद उन्होंने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें 5 नवंबर तक विधानसभा का सदस्य बनना है, नहीं तो उनकी कुर्सी छिन जाएगी। ममता ने नंदीग्राम के चुनावी नतीजे को कोलकाता हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है मगर इस याचिका पर सुनवाई आगामी 15 नवंबर को होने वाली है।

बड़े चेहरे को मैदान में उतारने की तैयारी

दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान से साफ हो गया है कि पार्टी नंदीग्राम की तरह ही यहां भी ममता को कड़ी चुनौती पेश करने के लिए जुट गई है। घोष का कहना है कि हम ममता बनर्जी को वाकओवर नहीं देने वाले। पार्टी पूरी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। पार्टी की ओर से किसी बड़े चेहरे को उम्मीदवार बनाने की भी तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि भवानीपुर भले ही ममता का गृह क्षेत्र हो मगर हम यहां ममता की घेराबंदी में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। भाजपा सूत्रों का कहना है कि इस सीट से उम्मीदवार के तौर पर कई नामों पर मंथन किया जा रहा है ताकि ममता को कड़ी चुनौती पेश की जा सके।

भाजपा कर रही इन नामों पर विचार

भवानीपुर में ममता को घेरने के लिए भाजपा की ओर से जिन नामों पर विचार किया जा रहा है, उनमें त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत राय (Tathagata Roy) का नाम भी शामिल है। अभिनेता रुद्रनील घोष (Rudranil Ghosh) और श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन के प्रमुख डॉ. अनिर्बान गांगुली (Anirban Ganguly)  के नाम भी चर्चाओं में हैं। महिला उम्मीदवार के रूप में ममता को चुनौती देने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष के नाम पर भी विचार चल रहा है।

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इनमें से किसी एक नाम पर अंतिम मुहर लगाई जा सकती है। पार्टी की प्रदेश इकाई की जल्द बैठक भी होने वाली है जिसमें तीनों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की जाएगी। बैठक के बाद इन नामों को केंद्रीय नेतृत्व के पास भेजा जाएगा और केंद्रीय नेतृत्व की ओर से ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।

राज्य का सियासी माहौल गरमाया

पश्चिम बंगाल की उपचुनाव वाली तीनों विधानसभा सीटों पर सोमवार को अधिसूचना जारी होगी। इसी के साथ नामांकन दाखिल करने का काम भी शुरू हो जाएगा। उम्मीदवार 13 सितंबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 14 को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 16 सितंबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। तीनों सीटों पर 30 सितंबर को मतदान होगा जबकि मतगणना 3 अक्टूबर को की जाएगी।

तृणमूल कांग्रेस की ओर से तीनों उम्मीदवारों के नाम के एलान के बाद राज्य का सियासी माहौल गरमाने लगा है। भाजपा और टीएमसी दोनों दलों की ओर से चुनावी तैयारियां शुरू हो गई हैं। दोनों दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ पहले से ही हमलावर रुख अपना रखा है । माना जा रहा है कि नामांकन के बाद ये हमले और तल्ख हो जाएंगे।

Tags:    

Similar News