बंगाल में हिंसाग्रस्त इलाका : गवर्नर के दौरे पर ममता आगबबूला, राजभवन को लेटर लिख जताई आपत्ति

राज्यपाल के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई है और इस बाबत राज्यपाल को पत्र भी लिखा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Monika
Update: 2021-05-13 03:37 GMT

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद कई इलाकों में हिंसा को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच शुरू हुई तकरार का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) के हिंसाग्रस्त इलाकों के प्रस्तावित दौरे को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच तलवारें खिंच गई हैं।

राज्यपाल गुरुवार (Thursday) से ऐसे इलाकों का दौरा करने वाले हैं जहां भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप (Allegations of murder of BJP workers) लगाया गया है। राजभवन की ओर से राज्यपाल के असम जाकर पश्चिम बंगाल से पलायन करने वाले लोगों से मुलाकात की बात भी कही गई है। राज्यपाल के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई है ((Mamata Banerjee objection to Governor's visit) और इस बाबत राज्यपाल को पत्र भी लिखा है(wrote a letter to the governor)।

गवर्नर के दौरे को प्रोटोकॉल के खिलाफ बताया

पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाकों में राज्यपाल धनखड़ के प्रस्तावित दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी नाराज बताई जा रही हैं। राज्यपाल को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि गवर्नर के सचिव राज्य सरकार के आदेश के बाद ही जिलों का दौरा तय करते हैं।

जिले और राज्य सरकार के अफसरों से व्यापक चर्चा के बाद ही राज्यपाल का कोई भी दौरा तय होता है मगर इस मामले में राज्यपाल ने खुद ही अपने दौरे का कार्यक्रम तय कर लिया है। उनका यह कदम प्रोटोकॉल के पूरी तरह खिलाफ है।

अफसरों को तलब करने पर भी जताई नाराजगी

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की ओर से अफसरों को सीधे तलब किए जाने पर भी नाराजगी जताई है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि राज्यपाल को मुझे और राज्य मंत्रिमंडल को दरकिनार कर सीधे अफसरों से बातचीत करना तुरंत बंद कर देना चाहिए। यह नियमों की साफ तौर पर अवहेलना है। राज्यपाल अफसरों से सीधे रिपोर्ट तलब कर रहे हैं। उन्हें यह रवैया बंद कर देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में मुख्य सचिव को इस बाबत निर्देश देने की बात भी कही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया से राज्यपाल के प्रस्तावित दौरे के बारे में जानकारी मिली है। राज्यपाल का प्रस्तावित दौरा अभी तक चली आ रही परंपरा का खुले रूप से उल्लंघन है। पत्र में उन्होंने राज्यपाल के प्रोटोकॉल का पालन करने की उम्मीद भी जताई है।

हिंसाग्रस्त इलाकों में लोगों से मिलेंगे राज्यपाल

राज्यपाल के दौरे के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को वे बंगाल के सीतलकुची और कूचबिहार के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करके लोगों से बातचीत करेंगे। 14 मई को उनका असम जाने का कार्यक्रम है। राज्यपाल असम के रनपगली और श्रीरामपुर में बनाए गए कैंपों का दौरा करेंगे।

इन कैंपों में ऐसे लोगों को रखा गया है जो पश्चिम बंगाल से पलायन करके असम पहुंचे हैं। राज्यपाल ने सोशल मीडिया पर खुद अपने प्रस्तावित दौरे की जानकारी दी है। उन्होंने यह भी बताया है कि वे बीएसएफ के हेलिकॉप्टर से हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।

चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद व्यापक हिंसा

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद 2 मई को चुनावी नतीजों की घोषणा की गई थी। चुनावी नतीजों में तृणमूल कांग्रेस प्रचंड बहुमत पाने में कामयाब हुई थी। टीएमसी ने 213 सीटों पर विजय हासिल की है जबकि भाजपा 77 सीटें जीतने में कामयाब हुई है। चुनावी नतीजों की घोषणा के बाद पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की खबरें आई हैं। भाजपा ने हिंसा की घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया है।

ममता ने मानी 16 लोगों के मारे जाने की बात

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हिंसा की इन घटनाओं में 16 लोगों के मारे जाने की बात स्वीकार की थी। भाजपा नेताओं की शिकायत पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की चार अफसरों की टीम ने भी हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया था और राज्यपाल से मुलाकात की थी। हिंसा की इन घटनाओं को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री की तकरार अब चरम पर पहुंच गई है। अब हर किसी की नजर राज्यपाल के हिंसाग्रस्त इलाकों के प्रस्तावित दौरे पर टिकी हुई है।

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