West Bengal: 24 घंटे में सात बच्चों की मौत से मचा हड़कंप, एडिनो वायरस के संक्रमण की आशंका
West Bengal: 24 घंटे में कोलकाता के सरकारी अस्पताल में और बांकुड़ा के सम्मिलनी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दो कुल 7 बच्चों की मौत हुई है।
West Bengal: पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटे में सात बच्चों ने दम तोड़ दिया। सभी की मौत सांस के संक्रमण के कारण हुई है। जानकारों के मुताबिक, ये मौतें संभवतः एडिनोवायरस के कारण हो रही है। क्योंकि इसके चपेट में आने के बाद सांसद संबंधी परेशानी होती है। हालांकि, अभी तक डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इस मामले का रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि बीते 24 घंटे में राजधानी कोलकाता के सरकारी अस्पताल में और बांकुड़ा के सम्मिलनी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दो कुल 7 बच्चों की मौत हुई है। एडिनो वायरस के लक्षण वाले मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल ये कहना जल्दबाजी होगी कि मौतें एडिनो वायरस के कारण ही हुई है। बच्चे कई अन्य बीमारियों से भी ग्रस्ति थे। इस मौसम में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी आम है।
निमोनिया से हुई बच्चों की मौत
इससे पहले पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की मौत के पीछे निमोनिया को कारण बताया था। उन्होंने कहा था कि जान गंवाने वाली एक 9 महीने की बच्ची की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। बच्ची की रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो सकेगी कि उसकी मौत एडिनो वायरस से हुई है या नहीं।
क्या होता है एडिनो वायरस
सर्दी या फ्लू, बुखार और गले में खराश होना, गले में सूजन, निमोनिया, आंख आना और पेट में सूजन आना आदि एडिनो वायरस के लक्षण हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इसके चपेट में आने का खतरा ज्यादा रहता है। जो लोग सांस या हार्ट संबंधी रोग से पहले ही ग्रस्ति चल रहे हैं, उनमें विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
डॉक्टरों का कहना है कि 10 साल तक के बच्चों के एडिनो वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है और उनकी बीमारी की गंभीरता भी अधिक होती है। वर्तमान में इसके खिलाफ कोई एंटी वायरल दवा उपलब्ध नहीं है।